पंजाब से बड़ी संख्या में संख्या में किसान दिल्ली की ओर आ रहे हैं।MSP की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से दिल्ली आ रहे किसानों का मंगलवार को करीब 7 घंटे तक पुलिस से आमना-सामना हुआ। पंजाब के किसानों को हरियाणा पुलिस मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर रोकने में कामयाब रही। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने कई लेयर बैरिकेडिंग की हुई थी। किसानों ने कुछ बैरिकेड जरूर हटाए लेकिन वो पुलिस द्वारा ड्रोन से गिराए गए आंसू गैस के गोलों की वजह से अपने उद्देश्य में सफल नहीं हुए। शाम को मीडिया से बातचीत में पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में एक ब्लैक डे के रूप में जाना जाएगा।किसानों के खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। हम यहां स्पीकर लगा रहे हैं और कल सुबह अपना कार्यक्रम फिर से शुरू करेंगे।
Delhi Farmers Protest: दिल्ली कूच करने से पहले पंजाब के किसानों ने गोल्डन टेंपल पर की अरदास
किसान प्रदर्शनकारियों की वजह से सिंघू बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। इसी वजह से यह लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ है।
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा-
यह भारतीय इतिहास का एक काला दिन है। किसानों के खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया... हम यहां स्पीकर लगा रहे हैं और कल सुबह अपना कार्यक्रम फिर से शुरू करेंगे।
SKM ने कहा, ‘‘आपकी सरकार और भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने किसानों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर दमनकारी उपायों का सहारा लिया है और लाठीचार्ज, रबड़ की गोलियां और आंसू गैस के गोले छोड़े हैं, जिससे कई लोग घायल हो गए और आतंक का माहौल पैदा हो गया है।’’
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च पर कार्रवाई की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखकर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग की है और सरकार पर किसान संगठनों के बीच ‘‘फूट’’ को प्रचारित करने का आरोप लगाया है। एसकेएम ने समान विचारधारा वाले सभी किसान संगठनों से एकजुट होने और केंद्रीय ट्रेड यूनियन द्वारा बुलाए गए 16 फरवरी के ग्रामीण भारत बंद में भाग लेने का आग्रह किया।
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा-
हम जो कह रहे हैं वह कोई नई मांग नहीं है। वह सरकार द्वारा हमसे की गई प्रतिबद्धता थी। हमने उन प्रतिबद्धताओं की ओर सरकार का ध्यान बार-बार आकर्षित करने की कोशिश की थी। लेकिन सरकार आज तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई...
किसानों को रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर किए गए इंतजाम की वजह से दिल्ली की सीमाओं पर भयंकर जाम लगा हुआ है।
किसान आंदोलन के बीच दिल्ली पुलिस आंदोलनकारी किसानों को रोकने के लिए तैयारी कर रही है
‘सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन’ (एससीबीए) ने मंगलवार को प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ से अनुरोध किया कि वे "उपद्रव" और अशांति फैलाने तथा नागरिकों के दैनिक जीवन में परेशानी पैदा करने के इरादे से जबरन दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश करने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई करें। पंजाब के किसानों ने अपनी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों पर जोर देने के लिए 'दिल्ली चलो' अभियान शुरू किया।
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने मंगलवार को कहा कि फसलों के लिये MSP की गारंटी वाला कानून सभी हितधारकों से परामर्श किए बिना जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारी किसान समूहों से इस मुद्दे पर सरकार के साथ रचनात्मक चर्चा करने का आग्रह किया।
सरकारी सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण पंजाब में पचास फीसदी कम डीजल और बीस फीसदी कम गैस भेजी जा सकी।
शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा-
जो स्थिति बनी है वह चिंता का विषय है। गतिरोध भी चिंता का विषय है।
मैं राज्य सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार को भी बताना चाहूंगा केंद्र सरकार का कहना है कि शांतिपूर्ण विरोध हर किसी का अधिकार है, लेकिन सरकार के खिलाफ किसी भी विरोध को दबाने का प्रयास अलोकतांत्रिक है।
जो कोई भी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना चाहता है, उसके रास्ते में अवरोध पैदा करना एक स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया नहीं है... अगर सरकार कुछ घोषणा करती है और मांगें मान लेते हैं लेकिन लागू नहीं करते - यह बहुत बड़ा मामला है...शिरोमणि अकाली दल हमेशा किसानों के साथ खड़ा है, उनके अधिकारों के साथ खड़ा है।
मैं केंद्र से कहना चाहता हूं कि उन्होंने जो मांगें मानी हैं उन्हें लागू करें...
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा-
आज किसान दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। उन्हें रोका जा रहा है, उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं...वे क्या कह रहे हैं? वे सिर्फ अपनी मेहनत का फल मांग रहे हैं। भाजपा सरकार ने एमएस स्वामीनाथन के लिए भारत रत्न की घोषणा की ...लेकिन वे उस बात को लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं जो एमएस स्वामीनाथन ने कहा था। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि किसानों को वास्तव में एमएसपी का कानूनी अधिकार दिया जाना चाहिए। लेकिन भाजपा सरकार ऐसा नहीं कर रही है...जब भारत सरकार आती है सत्ता, हम भारत के किसानों को एमएसपी की गारंटी देने वाला (कानून) देंगे। स्वामीनाथन रिपोर्ट में जो उल्लेख किया गया है, हम उसे पूरा करेंगे।
राहुल गांधी ने कहा -
किसान भाइयों आज ऐतिहासिक दिन है! कांग्रेस ने हर किसान को फसल पर स्वामीनाथन कमीशन के अनुसार MSP की कानूनी गारंटी देने का फैसला लिया है। यह कदम 15 करोड़ किसान परिवारों की समृद्धि सुनिश्चित कर उनका जीवन बदल देगा। न्याय के पथ पर यह कांग्रेस की पहली गारंटी है।
Farmer Protest LIVE: किसानों के धरना-प्रदर्शन को लेकर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में आज सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि बल प्रयोग से बचें। साथ ही कानून-व्यवस्था भी भी न बिगड़ें।
शंभू सीमा के बाद अब जींद सीमा पर पंजाब के किसानों की हरियाणा पुलिस से झड़प हुई, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार का उपयोग किया।
BKU के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि केंद्र किसानों के साथ बात करनी चाहिए और आरोप लगाया कि सरकार का ‘‘अड़ियल रवैया’’ खतरनाक साबित हो सकता है। किसान नेता ने आश्चर्य जताते हुए पूछा कि क्या किसान हमेशा आंदोलन ही करता रहेगा, रास्ता ही जाम करता रहेगा और दिल्ली कूच करता रहेगा?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हरियाणा में प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने की मंगलवार को निंदा करते हुए इसे किसानों पर ‘भाजपा का बर्बर हमला’ करार दिया। बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “ जब अपने मौलिक अधिकारों के लिए लड़ने पर किसानों पर आंसू गैस के गोलों से हमला किया जाएगा तो हमारा देश कैसे तरक्की कर सकता है? मैं भाजपा द्वारा हमारे किसानों पर बर्बर हमले की कड़ी निंदा करती हूं।” उन्होंने कहा, “ उनके विरोध को दबाने के बजाय, भाजपा को अपने बढ़े हुए अहंकार, सत्ता की भूख की महत्वाकांक्षाओं और निष्प्रभावी शासन को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिसने हमारे देश को नुकसान पहुंचाया है।”
प्रदर्शनकारी किसानों ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू में फ्लाईओवर से पुलिस बैरिकेड को नीचे फेंक दिया।
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा - लगभग 10,000 लोग शंभू बॉर्डर पर हैं। किसान यहां शांतिपूर्ण स्थिति बनाए हुए हैं लेकिन सरकार की तरफ से ड्रोन के जरिए हमारे खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है। विरोध तब तक जारी रहेगा सरकार हमारी मांगों से सहमत है।
ओवैसी ने कहा - यह मोदी सरकार की विफलता है... उन्हें एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी की किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए थी... दूसरी मांग स्वामीनाथन समिति के फॉर्मूले को लागू करना है... सरकार समय क्यों बर्बाद कर रही है?... आप उन्हें ऐसे रोक रहे हैं जैसे पड़ोसी देश की सेना हो आ रही है...उनकी मांगों को देश के प्रधानमंत्री को तुरंत स्वीकार करना चाहिए. चुनाव नजदीक आ रहे हैं, उन्हें फायदा मिलेगा
मास्क लगाकर बैरिकेड हटाने की तैयारी करता प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर ड्राइवर
शंभू बॉर्डर पर किसान लगातार पुलिस को पीछे धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। किसानों ने कुछ बैरिकेड भी हटा दिए हैं।
कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज-जिला झज्जर के सदस्यों ने किसानों से आग्रह किया कि विरोध प्रदर्शन न करें। इन लोगों का कहना है कि किसानों के प्रदर्शन से पिछली बार बहुत नुकसान हुआ था। इसलिए इस बार ऐसा न करें।
जींद में किसानों को रोकने के प्रशासन ने तैयारियां की हुई हैं। देखिए वहां का वीडियो
Kisan Andolan LIVE: शंभू बॉर्डर पार करने की कोशिश करते किसान
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पार करने की कोशिश करते किसान
त्रिची में तमिलनाडु के किसानों के एक समूह ने 'दिल्ली चलो' किसानों के विरोध को समर्थन दिया
किसान नेता पी अय्याकन्नु ने कहा, "संविधान के अनुसार, हम अपने अधिकारों के लिए देश के भीतर स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं, लेकिन पुलिस किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दे रही है...अगर पीएम मोदी आगामी चुनावों में तमिलनाडु के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं, तो किसान उस निर्वाचन क्षेत्र से उनके खिलाफ नामांकन दाखिल करेंगे।”
डीएमआरसी ने सुरक्षा कारणों से कई मेट्रो स्टेशनों के गेट बंद किए हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि जो सरकार एमएस स्वामीनाथन और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देती है, वही सरकार किसानों के साथ अन्याय करती है। किसान संगठनों की 3-4 मुख्य मांगें हैं। उनकी सबसे बड़ी मांग है क्या स्वामीनाथन फार्मूला लागू किया जाए...एमएसपी 'मोदी विक्रय मूल्य' नहीं है। एमएसपी 'न्यूनतम समर्थन मूल्य' है...
प्रदर्शनकारी किसान लगातार शंभू बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है।
Delhi Farmers Protest: फिरोजपुर से किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के 100 किसानों का जत्था शंभू बार्डर के लिए रवाना हुआ है, किसानों ने केंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।