मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात यास के अंतर्देशीय बढ़ने के साथ, ओडिशा के कई जिलों में ‘बहुत से अत्यधिक भारी’ बारिश हुई। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि भद्रक जिले के चांदबली में पिछले 24 घंटों में 288.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद केंद्रपाड़ा में राजकनिका (251 मिमी) दर्ज की गई।
चक्रवात यास भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के साथ बुधवार सुबह 9 बजे ही ओडिशा के तट से टकरा गया। मौसम विभाग के मुताबिक, यास चक्रवात धामरा बंदरगाह के उत्तर और बालासोर जिले के पश्चिमी तट से टकराया। बताया गया है कि इस तेज गति के चक्रवात से लैंडफॉल की घटना में ज्यादा समय लग सकता है।
बताया गया है कि यह चक्रवात ओडिशा के तट से दोपहर में गुजर जाएगा। लैंडफॉल के बाद हवाओं की गति 130 से 140 किमी प्रति घंटे तक रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने पहले यास के आज ओडिशा-बंगाल के तट के पास सुबह 10 बजे के पास पहुंचने के आसार जताए थे, लेकिन चक्रवात की रफ्तार काफी तेज है। ओडिशा के तटीय इलाकों में इस वक्त 155 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
चक्रवात के प्रभाव से निपटने के लिए ओडिशा ने 9 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है। परेशान करने वाली बात यह है कि यह सभी जिले कोविड के रेड जोन में हैं। इन सभी में 1000 केस एक्टिव केस प्रत्येक हैं। जो जिले रेड अलर्ट में हैं, उनमें जाजपुर, धेनकनल, केवंझर, भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, मयूरभंज और कटक शामिल हैं। फिलहाल सबसे ज्यादा 57 हजार 61 केस और 154 मौतें कटक में ही हुई हैं। यहां 9721 एक्टिव केस हैं।
मौसम विभाग के प्रवक्ता महापात्रा ने कहा- उत्तर पश्चिम और बंगाल की खाड़ी में गंभीर चक्रवाती तूफान यास भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। ये उत्तर- उत्तर पश्चिम की तरफ मुड़ सकता है तथा इसकी तीव्रता और अधिक हो सकती है। यह बुधवार की सुबह तक उत्तर ओडिशा में धर्मा बंदरगाह के पास दस्तक दे सकता है।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनके प्रशासन ने नौ लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वहीं, ओडिशा सरकार का कहना है कि उसने सुरक्षा को देखते हुए तटीय जिलों से दो लाख से अधिक लोगों को निकाला है।
ओडिशा में सबसे अधिक 52 और पश्चिम बंगाल में 45 टीमों को तैनात किया गया है। इनके अलावा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बाकी टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने ट्वीट किया कि दो राज्यों ओडिशा और पश्चिम बंगाल में पहली बार सबसे अधिक टीमों को तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इससे पहले किसी भी चक्रवात के लिए इतनी अधिक टीमों को इन दो राज्यों में तैनात नहीं किया गया था। जरूरत पड़ने पर यहां टीमों की तैनाती बढ़ाई भी जा सकती है।
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मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात यास के अंतर्देशीय बढ़ने के साथ, ओडिशा के कई जिलों में 'बहुत से अत्यधिक भारी' बारिश हुई। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि भद्रक जिले के चांदबली में पिछले 24 घंटों में 288.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद केंद्रपाड़ा में राजकनिका (251 मिमी) दर्ज की गई।
ओडिशा के तट पर बुधवार सुबह लगभग नौ बजे दस्तक देने वाले चक्रवाती तूफान ‘यास’ के मध्य रात्रि तक झारखंड पहुंचने की आशंका है। चक्रवात के प्रभाव से आज सुबह से ही राज्य के अधिकतर स्थानों पर भारी वर्षा जारी है। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने दी।
चक्रवात यास के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले घंटे के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि केंद्र के पास वर्तमान तीव्रता 80-90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे तक है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, आज भीषण चक्रवाती तूफान यास के दौरान भी ओडिशा से तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) का परिवहन जारी रहा। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, चार ऑक्सीजन टैंकरों को आज अंगुल से हैदराबाद और विशाखापत्तनम ले जाया गया, जबकि दो को जाजपुर से बेरहामपुर और भुवनेश्वर ले जाया गया।
अधिकारियों ने कहा कि झारखंड, जिसे हाई अलर्ट पर रखा गया था, ने आज भी निचले इलाकों को खाली करना जारी रखा है, इस पूर्वानुमान के बीच कि चक्रवात यास आधी रात तक पड़ोसी राज्य ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दस्तक देगा।
चक्रवात यास की वजह से ओडिशा के भद्रक जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है। नदियों का जल स्तर बढ़ने से पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगाना में भी पानी भरा हुआ है। समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठती दिखायी दे रही हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यास चक्रवात को देखते हुए 15 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। इस तूफान से लगभग 1 करोड़ लोग प्रभावित होंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यास चक्रवात को देखते हुए 15 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। इस तूफान से लगभग 1 करोड़ लोग प्रभावित होंगे।
इस बीच, पश्चिम बंगाल के हुगली और उत्तरी 24 परगना जिलों में मंगलवार को तूफान आने के बाद कम से कम दो व्यक्तियों की करंट लगने से मौत हो गयी और करीब 80 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गये। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस तूफान को ‘बवंडर’ बताया।
ओडिशा के संवेदनशील जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 52 टीम, ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) की 60 टीम, अग्निशमन दल की 205 टीम और वन विभाग की लकड़ी काटने वाली 60 टीम समेत करीब 404 बचाव दलों को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश ने भी आपदा राहत बल, पुलिस बल और अग्निशमन बल के कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किए हैं।
ओडिशा के संवेदनशील जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 52 टीम, ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) की 60 टीम, अग्निशमन दल की 205 टीम और वन विभाग की लकड़ी काटने वाली 60 टीम समेत करीब 404 बचाव दलों को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश ने भी आपदा राहत बल, पुलिस बल और अग्निशमन बल के कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किए हैं।
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) ने बुधवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवात यास के मद्देनजर छह उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सीएसएमआईए ने एक बयान में कहा कि अन्य क्षेत्रों के लिए उड़ानें निर्धारित समय के अनुसार चलती रहेंगी। सीएसएमआईए ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवात यास के चलते मुंबई से कोलकाता और भुवनेश्वर के बीच उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं।
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) ने बुधवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवात यास के मद्देनजर छह उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सीएसएमआईए ने एक बयान में कहा कि अन्य क्षेत्रों के लिए उड़ानें निर्धारित समय के अनुसार चलती रहेंगी। सीएसएमआईए ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवात यास के चलते मुंबई से कोलकाता और भुवनेश्वर के बीच उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं।
तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है। अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी। इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगा: IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र
कोलकाता में अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों में चक्रवात के कारण पानी भर गया और नदियों में जलस्तर बढ़ गया। पूर्वी मिदनापुर के दीघा में 90 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं, जबकि दक्षिण 24 परगना के फ्रेसरगंज में 68 किलोमीटर और कोलकाता में 62 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। दक्षिण बंगाल में भी मंगलवार रात के बाद से काफी बारिश हुई है।
ओडिशा और बंगाल के तटीय इलाकों में बारिश जारी है।खराब मौसम की वजह से आज कोलकाता एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन रोक दिए गए हैं। भुवनेश्वर एयरपोर्ट को कल ही बंद कर दिया गया था। भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों को भी रद्द किया है। झारखंड की ट्रेनों को भी कैंसल किया गया है।
चक्रवात ‘यास’ सुबह नौ बजे ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगाह के निकट पहुंच गया था। ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। धीरे-धीरे तूफान के और भीषण होने की संभावना है। बता दें कि ओडिशा और प बंगाल में कल तक 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।
YASS' (यास) चक्रवाती तूफान को देखते हुए राज्य के निवासियों के लिए सलाह।
आईएमडी के चक्रवात चेतावनी विभाग ने कहा कि यास बुधवार की दोपहर उत्तर ओडिशा के तटों के बीच धामरा के नजदीक टकरा गया है। बताया गया है कि पारादीप में डोप्लर मौसम रडार से इसकी निगरानी की जा रही है। फिलहाल यास के अगले एक से दो घंटे में आगे बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।
ओडिशा और बंगाल में चक्रवाती तूफान यास के प्रभाव से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं। इन टीमों में 47 कर्मी हैं। वे पेड़ या खंभे कांटने की मशीनों, संचार उपकरणों, हवा भर कर चलाई जाने वाली नौकाओं और बुनियादी चिकित्सा सहायता से लैस हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, यास के बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास तबाही मचाने का अनुमान है।
ओडिशा के मयूरभंज जिले और पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों में हवा की रफ्तार 100-120 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटे होने का अनुमान है। ओडिशा के पुरी, कटक, खुर्दा और जाजपुर जिले तथा पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर और उत्तरी 24 परगना जिलों में 80-90 किलोमीटर रफ्तार की हवाएं 110 किलोमीटर तक पहुंच सकती हैं।
चक्रवात यास के आज दोपहर तक ओडिशा के तटीय इलाके से टकराने का अनुमान है। इस बीच समुद्र के आसपास बेहद तेज हवाएं चल रही हैं। जहां दीघा में सुबह 88 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चली हैं, वहीं कोलकाता में 62 और फ्रेजरगंज में 68 किमी प्रतिघंटा की रफ्ता से हवाएं चलीं। ओडिशा के पारादीप में भी तेज हवाएं और बारिश गिरना जारी है।
तटवर्ती जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम तेजी से हो रहा है और अब तक दो लाख लोग सुरक्षित शिविरों में चले गए हैं। उन्होंने बताया कि ‘यास’ के तट तक पहुंचने के बहुत पहले ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। चक्रवात के दस्तक देने के दौरान समुद्र में 2-4.5 मीटर की लहरें उठने के अनुमान के चलते लोगों को को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
आईएमडी के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि ‘यास’ के भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने के बाद चांदबाली में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के दस्तक देने के छह घंटे पहले और बाद तक इसका गंभीर असर देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गृह राज्य मंत्री डी एस मिश्रा को राज्य के उत्तरी हिस्से में हालात की निगरानी करने के लिए बालासोर भेजा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की और चांदबाली में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है। चक्रवाती तूफान यास के बुधवार दोपहर ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका है। इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से लाखों लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। झारखंड ने भी अलर्ट जारी किया है और चक्रवात के प्रभाव के मद्देनजर तैयारी की जा रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक एम. महापात्र ने कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए ‘रेड कोडेड’ चेतावनी जारी की गई है। महापात्र ने कहा, ‘‘उत्तर पश्चिम और बंगाल की खाड़ी में गंभीर चक्रवाती तूफान यास भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है।’’ यह उत्तर- उत्तर पश्चिम की तरफ मुड़ सकता है तथा इसकी तीव्रता और अधिक हो सकती है। यह बुधवार की सुबह तक उत्तर ओडिशा में धमरा बंदरगाह के पास दस्तक दे सकता है।
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की संभावना है। चक्रवात के खतरे के बीच भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने कहा कि कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बुधवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 7:45 तक उड़ानों का संचालन निरस्त रहेगा।
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर पहुंचने के अनुमान और इसके कारण हो रही मूसलाधार बारिश, आंधी के मद्देनजर झारखंड में भी सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है।
चक्रवात यास मंगलवार की शाम को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
पारादीप पत्तन न्यास (पीपीटी) ने गंभीर चक्रवाती तूफान ‘यास’ के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से मंगलवार दोपहर दो बजे से अपना परिचालन निलंबित कर दिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। चक्रवात के 26 मई को ओडिशा के तट से टकराने की आशंका है।
चक्रवाती तूफान यास की वजह से ओडिशा के समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। बताया जा र हा हैकि तटीय इलाकों में 2 से 4 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती है। वहीं भीषण तूफान के समय 165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के मद्देनजर तैयारियों को लेकर मंगलवार को आपदा प्रबंधन विभाग, संबद्ध विभागों तथा सभी जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और सभी को पूरा-पूरा एहतियात बरतने तथा सतर्क रहने का निर्देश दिया।
नॉर्थ 24 परगना के नैहाटी और हलिशहर में चक्रवात हवा ने कईं घरों को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान बिजली के खंभों और तारों को भी नुकसान पहुंचा। एक महिला ने बताया- हमने 2-3 महीने पहले घर बनाया था। अचानक तूफान आया और 2 सेकंड में सबकुछ उड़ गया।
हवाई अड्डा प्रशासन ने यास चक्रवात तूफान की वजह से खराब हुए मौसम के कारण कोलकाता एयरपोर्ट से 26 मई को सुबह 8:30 बजे से उड़ने वाली उड़ानों को शाम 7:45 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
देश के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात यास के मद्देनजर सेना ने पश्चिम बंगाल में 17 एकीकृत राहत कॉलम की तैनाती की है जिनमें आवश्यक उपकरण और नाव के साथ विशेषज्ञ कर्मी शामिल हैं। सेना ने एक बयान में कहा कि अनुरोध के आधार पर पश्चिम बंगाल सरकार के साथ करीबी समन्वय में सेना के इन कॉलम की तैनाती की गई है।
भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) सॉफ्टवेयर और समाधान उपलब्ध कराने वाली एसरी इंडिया ने चक्रवाती तूफान यास के रास्ते की पूरी जानकारी और उस पर नजर रखने के लिए एक नक्शा जारी किया है। चक्रवात के 26 मई को ओड़िशा के उत्तरी भाग में बालेश्वर के समीप पहुंचने की संभावना है। एसरी ने कहा कि यह जीआईएस नक्शा चक्रवात के अनुमान की स्थिति, रुख, उसका रास्ता, वायु की गति, चेतावनी आदि जैसी सूचना समय रहते उपलब्ध कराता है।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के ‘एकीकृत परीक्षण स्थल’ (आईटीआर) ने ‘यास’ चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा में स्थित चांदीपुर तथा अब्दुल कलाम द्वीप पर अपने प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। मंगलवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के एक वैज्ञानिक ने आज यह बताया कि भद्रक जिले में धामरा और चांदबाली के बीच तूफान के तट पर पहुंचने की आशंका प्रबल है।
NDRF के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि चक्रवात 'यास' समंदर पर बालासोर ओडिशा के तट से 320 किलोमीटर दूर केंद्रित है। कल सुबह 5:30 बजे चक्रवात का लैंडफॉल होगा इस दौरान हवा की गति 160-185 तक जा सकती है। NDRF की 112 टीमों को 5 राज्य और एक केंद्र शासित राज्य अंडमान-निकोबार में तैनात किया गया है।
आईजी कोस्टगार्ड का दावा है कि यास चक्रवात के लिए हमारी तैयारियां इतनी ज्यादा है कि किसी इंसान की मृत्यु नहीं होगी। हमें जैसे चक्रवात के लिए सूचित किया गया हमने 19 जहाज और 4 एयरक्राफ्ट तैयार रखे थे। अंडमान में भी हमारे जहाज तैयार है। नेवी और वायुसेना के जहाज भी तैयार होंगे।
मौसम विभाग, बिहार के वैज्ञानिक आशीष कुमार,ने कहा है कि यास चक्रवात का असर बिहार के दक्षिण ज़िलों में देखने को मिलेगा। आज या कल में 1-2 ज़िलों में भारी बारिश की संभावना है। परसों दक्षिण बिहार के 1-2 ज़िलों में भारी बारिश होगी। अगले 5-6 दिन पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश होगी।