Cyclone Nisarga: चक्रवाती तूफान अम्फान के बाद अब भारत में निसर्ग तूफान दस्तक दे रहा है। चक्रवाती तूफान तेजी से महाराष्ट्र और गुजरात के तटों की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 12 घंटों में 100 से 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने,समुद्र में 6 फीट ऊंची लहरें उठने और भारी बारिश के आसार हैं। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तूफान के चलते लोगों से दो दिन घरों से ना निकलने की अपील की है। मुंबई में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘निसर्ग’ के मद्देनजर मंगलवार को महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बात की तथा उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। चक्रवात के तीन जून की शाम उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों से गुजरने की संभावना है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि मोदी ने दमन , दीव, दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के . पटेल से भी बात की। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि अरब सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र की स्थिति और गहरी हो गई है तथा आगे यह चक्रवाती तूफान में तब्दील होगी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया , ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी तथा दमन दीव दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के . पटेल से चक्रवात की स्थिति को लेकर बात की। ’’ कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चक्रवात ‘निसर्ग’ को देखते हुए मंगलवार को लोगों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि चक्रवात के बारे में उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात हुई और मोदी ने केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। ठाकरे ने टेलीविजन पर दिए संबोधन में लोगों से कहा कि बुधवार की दोपहर तक तूफान के राज्य के तटीय क्षेत्रों में आने की आशंका है, इसलिए सतर्क रहें। उन्होंने इस स्थिति में ‘क्या करें और क्या नहीं करें’ की सूची भी लोगों के साथ साझा की।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में अभी तक जितने चक्रवात आए हैं उससे यह कहीं ज्यादा विकराल हो सकता है…कल और उसके बाद का दिन तटीय इलाकों के लिए महत्वपूर्ण है।’’ ठाकरे ने कहा, ‘‘चक्रवात को देखते हुए अगले दो दिनों तक वे सारी गतिविधियां बंद रहेंगी जिन्हें फिर से शुरू करने की अनुमति दी गई थी (कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बाद दी गई ढील के तहत)…लोगों को सतर्क रहना चाहिए।’’
केरल में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की दस्तक के दूसरे दिन मंगलवार को राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई जबकि राजधानी तिरुवनंतपुरम समेत चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। वहां कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। इसके तहत 6.4 सेंटीमीटर से 11.5 सेंटीमीटर तक भारी बारिश से लेकर 11.5- 20.4 सेंटीमीटर तक बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। साथ ही मंगलवार को सात जिलों में येलो अलर्ट (छिटपुट जगहों में भारी बारिश की संभावना) जारी किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा दमन दीव दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के. पटेल से चक्रवात की स्थिति को लेकर बात की और इस संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 24 घंटे में महानगर के अधिकतर हिस्सों में मध्यम बारिश जबकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले स्थित अलीबाग में चक्रवात ''''निसर्ग'''' के पहुंचने की आशंका से पहले ही मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम से ही बारिश शुरू हो गई जोकि रात होने तक और तेज हो गई।
मंगलवार को उत्तर भारत में तापमान सामान्य रहा और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहे, जबकि मौसम विभाग ने राजस्थान के कुछ इलाकों में अगले दो दिनों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ बुधवार को महाराष्ट्र के तट पर पहुंचेगा। इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर की गति से हवाएं चल सकती हैं। यह गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
चक्रवाती तूफान निसर्ग (Nisarga) महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। अगले 12 घंटों में यह साइक्लोन का रूप ले सकता है। माना जा रहा है कि यह मुंबई के आसपास कल यानी बुधवार को दस्तक देगा। देश की आर्थिक राजधानी में यह एक दशक में दूसरा चक्रवाती तूफान होगा। यह प्राकृतिक ऐसे वक्त पर आ रही है, जब महाराष्ट्र खासकर मुंबई कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन की बुरी मार झेल रहे हैं।
चक्रवाती तूफान निसर्ग के खतरे को देखते हुए इंडिगो एयरलाइंस ने मुंबई जाने वाली 17 उड़ाने रद्द कर दी है। बुधवार को मुंबई से इंडिगा के केवल तीन ही विमान उड़ाने भरेंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चक्रवात ‘निसर्ग’ को देखते हुए मंगलवार को लोगों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि चक्रवात के बारे में उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात हुई और मोदी ने केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। ठाकरे ने टेलीविजन पर दिए संबोधन में लोगों से कहा कि बुधवार की दोपहर तक तूफान के राज्य के तटीय क्षेत्रों में आने की आशंका है, इसलिए सतर्क रहें। उन्होंने इस स्थिति में ‘क्या करें और क्या नहीं करें’ की सूची भी लोगों के साथ साझा की। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में अभी तक जितने चक्रवात आए हैं उससे यह कहीं ज्यादा विकराल हो सकता है...कल और उसके बाद का दिन तटीय इलाकों के लिए महत्वपूर्ण है।’’ ठाकरे ने कहा, ‘‘चक्रवात को देखते हुए अगले दो दिनों तक वे सारी गतिविधियां बंद रहेंगी जिन्हें फिर से शुरू करने की अनुमति दी गई थी (कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बाद दी गई ढील के तहत)...लोगों को सतर्क रहना चाहिए।’’
महाराष्ट्र में भाजपा के विधायक आशीष शेलार ने कहा कि वह यह जानकर स्तब्ध रह गए कि चक्रवात '' निसर्ग '' से निपटने के लिए बनाया गया बीएमसी का आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ मंगलवार से काम करेगा, जबकि तूफान कुछ घंटे के अंदर ही राज्य के तट पर दस्तक देना शुरू कर देगा। पूर्व मंत्री ने यह भी पूछा कि मुंबई की आपदा प्रबंधन योजना कब सक्रिय होगी। उन्होंने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और महाराष्ट्र सरकार से चक्रवाती तूफान से शहर और राज्य को बचाने को कहा। बहरहाल, मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने शेलार के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि बीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ में मिनट दर मिनट की सूचना प्राप्त हो रही है और नगर निकाय के कर्मी पूरी तरह से सतर्क हैं। मेयर ने यह भी कहा कि शेलार यह भविष्यवाणी करने वाले कोई ज्योतिषी नहीं हैं कि परीक्षा से पहले ही बीएमसी फेल हो गई है यानी मुंबई में चक्रवात आने से पहले ही बीएमसी विफल हो गई है। उन्होंने मराठी चैनल से कहा कि आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ को चक्रवात के संबंध में हर मिनट की जानकारी मिल रही है।
चक्रवात ‘‘निसर्ग’’ के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए पश्चिम नौसेना कमान ने अपनी सभी टीमों को सतर्क कर दिया है। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान बुधवार को महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट को पार कर सकता है। अधिकारी ने बताया कि नौसेना ने पांच बाढ़ टीम और तीन गोताखोरों की टीम को मुंबई में तैयार रखा है। उन्होंने कहा कि ये टीम राहत एवं बचाव अभियानों के लिए प्रशिक्षित और सुसज्जित हैं, जो मुंबई के विभिन्न नौसेना क्षेत्रों में तैनात हैं और ये तेजी से बचाव कार्यों के लिए सक्षम हैं। बाढ़ संभावित इलाकों की रेकी की गई है और सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसी तरह की व्यवस्था करवार नौसेना क्षेत्र, गोवा नौसेना क्षेत्र के साथ ही गुजरात, दमन और दीव नौसेना क्षेत्रों में भी की गई है। इस बीच भारतीय तटरक्षक बल ने वाणिज्यिक पोतों और मछुआरों से नजदीकी बंदरगाह लौटने का आग्रह किया है।
मुंबई: CrPC की धारा 144 के तहत समुद्री तटों, सैरगाह, पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी व्यक्ति की उपस्थिति या आवाजाही की अनुमति नहीं होगी। आदेश आज आधी रात से लेकर कल दोपहर 12 बजे तक लागू रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘निसर्ग’ के मद्देनजर मंगलवार को महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बात की तथा उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। चक्रवात के तीन जून की शाम उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों से गुजरने की संभावना है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि मोदी ने दमन , दीव, दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के . पटेल से भी बात की।
चक्रवात ‘निसर्ग’ के मद्देनजर महाराष्ट्र के पालघर जिले के गांवों से 21 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इस तूफान के तीन जून को राज्य के पश्चिमी तट से टकराने की संभावना है। जिलाधिकारी कैलास शिन्दे ने मंगलवार को बताया कि वसई, पालघर, दहानु और तालासरी तालुकाओं के 21,080 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन कार्यक्रम लागू कर दिया गया है। इस अवधि में सभी औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि मछुआरों से चार जून तक समुद्र में न जाने को कहा गया है। चक्रवात के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं।
मुंबई में निसर्ग तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में समुद्र में उतरे मुछआरे अपनी नावों को लेकर वापस किनारों पर लौट रहे हैं। उनका कहना है कि हम इसे लेकर साथी मछुआरों को भी जागरूक कर रहे हैं।
IMD ने दोपहर को यह भी बताया कि फिलहाल पूर्वी मध्य अरब सागर में गहरा तनाव बन रहा है। यह आगे और बढ़कर गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा और तीन जून की दोपहर के आसपास महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में दस्तक देगा।
गुजरात के नवसारी के जिला कलेक्टर ने कहा कि भारत के मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार संभावना है कि आज रात या 4 जून की सुबह तक तूफान निसर्ग नवसारी क्षेत्र में टकरा सकता है; सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 15 टीमों को महाराष्ट्र में तूफान निसर्ग के मद्देनजर तैनात किया गया है। मुंबई में 3 टीमें, रायगढ़ में 4 टीमें, पालघर, ठाणे और रत्नागिरी में 2-2 टीमें और सिंधुदुर्ग और नवी मुंबई में 1-1 टीम तैनात की गई हैं।
महाराष्ट्र में चक्रवात 'निसर्ग' के आने की सूचना के मद्देनजर जारी तैयारियों के बीच प्रदेश के पालघर जिले के मछुआरों की 13 नौकाएं अब भी समुद्र में है और उन्हें जल्द से जल्द वापस तट तक लाने का प्रयास किया जा रहा है । अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी । महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई और आस पास के जिलों में निसर्ग के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है । निसर्ग चक्रवात के बुधवार को तट तक आने की संभावना है । पालघर के कलेक्टर कैलाश शिंदे ने बताया कि इससे पहले पालघर से मछली पकड़ने वाली 577 नौकाएं समुद्र में थीं और सोमवार की शाम तक 477 नौका वापस आ चुकी हैं। शिंदे ने कहा कि बाकी बची 100 नौकाओं को भी वापस लाये जाने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होंने कहा, 'अब केवल 13 नौकाएं समुद्र में बची हैं ।' इन सभी नौकाओं पर कितने मछुआरे हैं, इसके बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है। पालघर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि जिला प्रशासन बाकी बची नौकाओं को वापस लाने के लिये तट रक्षकों एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों की मदद ले रहा है ।
NDRF के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने बताया कि NDRF की टीम दोनों राज्यों में तैनात है, 10 टीमें महाराष्ट्र में और 11 टीमें गुजरात में हैं। हालाँकि, गुजरात ने 5 और टीमों के लिए कहा है इसलिए हम उन्हें पंजाब से एयरलिफ्ट कर रहे हैं। वो सब आज रात गुजरात पहुंच जाएंगे और कल सुबह वो तैनात हो जाएंगे।
सचिन नलवाड़े इंस्पेक्टर 5 बटालियन NDRF,मुंबई के कहा कि जो निसर्ग चक्रवात आ रहा है उसके लिए महाराष्ट्र में हमारी 10 टीमें तैनात हैं जिसमें हमारे पास हर टीम की जरूरत के हिसाब से नाव दी गई हैं। पेड़ों को काटने के लिए और इमारतें गिरने पर हमारे पास बचाव के सारे औजार हैं। PPE किट्स,सेनिटाइजर भी है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दस इकाइयों को संवेदनशील जिलों में तैनात गया है, जबकि छह अन्य को तैयार रहने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि ऐसे वक्त में बिजली आपूर्ति बिल्कुल बाधित नहीं हो जब राज्य कोरोना वायरस संकट से जूझ रहा है और विभिन्न अस्पतालों में हजारों मरीजों का इलाज चल रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के एटा और मैनपुरी इलाकों में आंधी-तूफान (तेज हवाएं) आ सकता है, जबकि हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अगले दो घंटों में हल्की फुल्की बारिश हो सकती है।
चक्रवात निसर्ग के मद्देनजर मुंबई में मछुआरों को प्रशासन ने अलर्ट रखा है। ऐसे में तटीय इलाकों से दूर ही है। अगर हैं, तो फटाफट वहां से दूसरे स्थानों पर जा रहे हैं।
तटीय पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जा रही है। ठाकरे ने एक बयान में कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।