Weather forecast Today, Cyclone Amphan Tracker: बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान एम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचाई है। बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवात अम्फान के कारण भारी तबाही हुई और भारत में 12 लोगों की मौत हो गई। इस तूफान का असर पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी देखने को मिला। बांग्लादेश में 9 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ इस आपदा से मरने वालों की संख्या 21 पहुंच गई है।
चक्रवात दोपहर करीब 2.30 बजे बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया के बीच कहर बरपाता हुआ तट से टकरा गया। तेज हवा और भारी बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। हवा इतनी तेज थी कि बड़ी संख्या में पेड़, बिजली के खंभे, लैंपपोस्ट, टेलीफोन टावर, ट्रैफिक सिग्नल उखड़ गए। कच्चे मकानों, पुरानी पक्की इमारतें धराशायी हो गईं।
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अधिकारियों के अनुसार चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम-से-कम 6 लाख 58 हजार लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस महाविनाशकारी तूफान से दक्षिण बंगाल में भारी तबाही हुई है। कम से कम 10 से 12 लोगों की मौत हुई है। नुकसान कितना हुआ इसका अंदाजा लगाने में अभी कुछ दिन लगेंगे।


उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण लोगों की मौत पर बृहस्पतिवार को शोक जताया और समय रहते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा के प्रशासन की सराहना की। अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है और इसने कोलकाता तथा पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी तबाही मचाई है। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा में चक्रवात के कारण हुई जानमाल की क्षति तथा सार्वजनिक और निजी संपत्ति व फसलों को हुए व्यापक नुकसान से व्यथित और चिंतित हूं।’’ नायडू ने समय रहते लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के सहयोग से बचाव एवं राहत कार्य चलाने के लिए राज्य प्रशासनों की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘जिन परिवारों ने इस आपदा में अपने स्वजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।’’
तूफान की रफ्तार से बंगाल के मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और ओडिशा के केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर और जगतसिंहपुर सीधे प्रभावित हुए हैं। असम, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और जम्मू-कश्मीर में भी तूफान का ऑरेंज अलर्ट है।
ओडिशा के निचले तटीय इलाकों और कच्चे मकानों में रह रहे 1.41 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इन लोगों को 2,921 आश्रय स्थलों में रखा गया है जहां उन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। क्षतिग्रस्त इलाकों में उखड़े हुए पेड़ों से बाधित सड़कों को युद्धस्तर पर साफ किया जा रहा है। वहीं अगर बिजली की आपूर्ति बाधित होती है तो उसे जल्द से जल्द बहाल की जाएगी।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान अम्फान रिकॉर्ड 18 घंटे में श्रेणी-1 से श्रेणी-5 के सुपर साइक्लोनिक तूफान में बदल गया। अम्फान बीते 20 वर्षों में पूर्वी तट से टकराने वाला दूसरा सबसे शक्तिशाली तूफान है। इससे पहले 1999 में ओडिशा में आए तुफान ने भारी तबही मचाई थी और इसमें 15 हजार लोगों की जान गई थी।
तूफान के टकराने से पहले बंगाल और ओडिशा में तटीय इलाकों से 6.58 लाख लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। बांग्लादेश में 24 लाख लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। गुरुवार दोपहर 3 बजे एम्फन को लेकर गठित टास्क फोर्स की बैठक बुलाई गई है।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान अम्फान पिछले 6 घंटों के दौरान 27 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है। तूफान कमजोर हो गया है और वो अभी बांग्लादेश के उत्तर-उत्तरपूर्व में 270 किलोमीटर दूर स्थित है।
पश्चिम बंगाल अम्फान की वजह से कोलकाता के कई हिस्सों में पेड़ उखड़ गए और जलभराव हो गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन घंटे के दौरान चक्रवात के कमजोर होने की संभावना है। वहीं ओडिशा में चक्रवात अम्फान के कारण भारी बारिश और तेज हवाओं के एक दिन बाद बालासोर के पतरापाड़ा क्षेत्र में फिर से दुकानें खुल गई हैं।
चक्रवात की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सचिवालय के कई गेट व खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में रात 9 बजे तक जो खबरें आई है उसके अनुसार पेड़ गिरने से कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले में 12 लोगों की मौत हुई है।
चक्रवात दोपहर करीब 2.30 बजे बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया के बीच कहर बरपाता हुआ तट से टकरा गया। तेज हवा और भारी बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। हवा इतनी तेज थी कि बड़ी संख्या में पेड़, बिजली के खंभे, लैंपपोस्ट, टेलीफोन टावर, ट्रैफिक सिग्नल उखड़ गए। कच्चे मकानों और पुरानी पक्की इमारतें धराशायी हो गईं।
अगले 24 घंटों के दौरान तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों तथा उत्तरी तमिलनाडु के तटीय भागों पर बंगाल की खाड़ी में उथल-पुथल मची रहेगी।
बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान एम्फान बुधवार दोपहर करीब 2.30 बजे बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया के बीच कहर बरपाता हुआ तट से टकरा गया। इस दौरान हवा की गति 190 किलोमीटर प्रति घंटे तक थी। बंगाल में तूफान ने भारी तबाही मचाई है।
बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में 10 लाख से अधिक उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति ठप हो गई क्योंकि बुधवार को भीषण चक्रवात अम्फान के आने से बिजली के तार टूट गए, खंभे गिर गए और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। चक्रवात से एक व्यक्ति की मौत भी हुई है।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात ‘अम्फान’ के कारण पैदा हुए हालात को लेकर बुधवार को चिंता व्यक्त की। उप राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से किए गए ट्वीट के अनुसार नायडू ने स्थिति पर चिंता प्रकट करने के साथ ही पश्चिम बंगाल में चक्रवात के असर के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो और राज्यसभा सदस्यों मानस रंजन भुइयां और सुखेंदु शेयर रॉय से फोन पर बात की। पश्चिम बंगाल में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवात अम्फान के कारण भारी तबाही हुयी और कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी।
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद (एनडीएमसी) की बैठक में कहा,‘‘ हमारी तैयारी (चक्रवात अम्फान से निपटने की) है। हम वह हरसंभव कदम उठा रहे हैं जो हमें जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए उठाने चाहिए।’’ एनडीएमसी का गठन महाचक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए किया गया है।
‘डेली स्टार’ समाचार पत्र ने अपनी खबर में प्रधानमंत्री हसीना के हवाले से कहा, ‘‘चक्रवात पूर्व तैयारियों के तहत अभी तक 20 लाख लोगों को चक्रवात आश्रय केन्द्रों में पहुंचाया गया है।’’
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को कहा कि देश में भीषण चक्रवात अम्फान आने के मद्देनजर 20 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और इस प्राकृतिक आपदा से जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए सेना को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने देश के कुछ जिलों के लिए अलर्ट का स्तर ‘‘अधिक खतरे’’ पर रखा है। चक्रवात देश के तटीय क्षेत्र के निकट पहुंच रहा है। इसे 2007 में देश में आए चक्रवात ‘सिद्र’ के बाद सबसे अधिक प्रचंड चक्रवात माना जा रहा है। ‘सिद्र’ से देश में 3,500 लोगों की मौत हुई थी।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने बुधवार को कहा कि तूफान अम्फान के मद्देनजर राहत और बचाव कार्यों के लिए ओडिशा में मौजूद सभी 20 टीमों को राज्य में तैनात कर दिया गया है, जबकि पश्चिम बंगाल में भी इतनी टीमों को लगाया गया है। प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवात अम्फान से संबंधित स्थिति तेजी से बदल रही है और उस पर करीब से निगाह रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि देशभर से छह बटालियनों से 24 टीमों को किसी भी वक्त तैनात करने के लिए तैयार रखा गया है।
चक्रवात अम्फान के चलते बंगाल और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है। इस तूफान के चलते बंगाल में दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं ओडिशा में भी तूफान ने भारी तबाही मचाई है।
तूफान 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। दक्षिण और उत्तर 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर जिलों में 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलनी शुरू हो गयी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चक्रवाती तूफान अम्फान का आगे वाला हिस्सा दस्तक दे चुका है। तूफान का बीच वाला हिस्सा किसी भी समय जमीन को छू सकता है।’’ महापात्र ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि घने बादलों के साथ दोपहर 2 बज कर करीब 30 मिनट पर तूफान का जमीन से टकराना शुरू हो गया।
अम्फान तूफान के चलते कोलकाता सहित कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। प. बंगाल में अब तक करीब 4 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
ओडिशा,जगतसिंहपुर में अम्फान चक्रवात की वजह से जारी भारी वर्षा और तूफान के चलते एक भारी पेड़ घास-फूस और मिट्टी से बनी एक झोंपड़ी के छत पर गिर गया जिसे अग्निशमन विभाग के लोगों ने बाद में कड़ी मशक्कत के बाद हटाया।
मौसम विज्ञान विभाग ने कोलकाता और निकटवर्ती इलाकों में 20 मई को सभी संस्थान एवं बाजार बंद करने और लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है। कोलकाता में सुबह से तेज हवाओं के साथ मामूली बारिश हो रही है। चक्रवात के मद्देनजर अधिकतर लोग घरों में हैं, इसलिए सड़कों पर यातायात बेहद कम नजर आया।कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण बंगाल की खाड़ी के निकट पयर्टन स्थलों दीघा, मंदारमणि, ताजपुर और शंकरपुर पर भीड़ नहीं है और तट के निकट रह रहे स्थानीय लोगों को राज्य सरकार ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। मौसम वैज्ञानिकों ने सचेत किया है कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं और सभी प्रकार के ‘कच्चे’ घरों को अत्यंत नुकसान होगा।
मौसम विभाग का अनुमान है कि पूर्वी मिदनापुर में 185 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तक चलेंगी हवाएं। वहीं कोलकाता में तूफान की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। मौसम विज्ञान विभाग के कार्यालय ने बताया कि ‘अम्फान’ के सुंदरवन पहुंचने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ने और इसके पूर्वी सिरे के कोलकाता के निकट से गुजरने की संभावना है जिससे शहर के निचले इलाकों में भारी नुकसान होने और बाढ़ आने की आशंका है। उसने बताया कि 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तरी दिशा की ओर बढ़ रहा तूफान बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे कोलकाता से 300 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में स्थित था। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि इसके कमजोर होकर चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरने की संभावना है और इसके बाद यह बृहस्पतिवार दोपहर को बांग्लादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा।
मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अम्फान पश्चिम बंगाल में तट पर सुंदरबन के पास प्रवेश कर रहा है। उपग्रह से प्राप्त ताजा चित्र के अनुसार इसकी स्थिति पूर्वाअनुमान के अनुसार ही है। इस तूफान की गति ओडिशा के पाराद्वीप में 106 किमी प्रतिघंटा की स्पीड दर्ज की गई। ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान था, उसी के अनुरूप ही हो रहा है। ये साइक्लोन उत्तर, उत्तर पूर्व दिशा में बढ़ा, धीरे-धीरे हवा की गति बढ़ी और बारिश हुई।
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि इसके कमजोर होकर चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरने की संभावना है और इसके बाद यह बृहस्पतिवार दोपहर बाद बांग्लादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा।
चक्रवात अम्फान के चलते बंगाल और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है। अम्फान की तीव्रता को देखते हुए माना जा रहा है कि यह बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकता है। इसके चलते बंगाल और ओडिशा में एनडीआरएफ की 41 टीमों को तैनात किया गया है।
स्पेशल एक्सप्रेस अम्फान तूफान की वजह से रद्द हो गई है। ईस्टर्न रेलवे ने बताया कि बहुत ज्यादा बारिश और तूफान की वजह से 02301 हावड़ा-नई दिल्ली AC स्पेशल ट्रेन का डिपार्चर कैंसल कर दिया गया है।
चक्रवाती तूफान ओडिशा के पारादीप तट के पास पहुंचने वाला है। सुबह 8:30 बजे यह मात्र पारादीप टत से 120 किलोमीटर दूर पूर्व-दक्षिण पूर्व में था। यह सुंदरवन के पास है। हवा की रफ्तार अभी भी बना हुआ है। पारादीप तट पर हवा 102 की रफ्तार से बह रही है। मौसम विभाग ने दोपहर तक इसके तट से टकराने की संभावना जताई है।
एसएन प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ़ की टीम लगातार नजर बनाए हुए है। आईएमडी के अनुसार, तूफान के कारण समुद्र की लहरें तट से टकराते वक्त 4-6 मीटर ऊपर उठ सकती हैं और भूमि क्षेत्र में प्रवेश कर सकती हैं। एनडीआरएफ की टीमें तूफान से नुकसान को बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर रही है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 41 टीमें तैनात हैं।
चक्रवात एम्फन क् मद्देनजर पश्चिम बंगाल के जोगेशगंज और उत्तर 24 परगना में ग्रामीणों और पशुों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। आइएमडी कोलकाता ने जानकारी दी थी कि चक्रवात दीघा से 177 किमी दूर दक्षिण-पूर्व में केंद्रीत रहा। इसके कोलकाता के करीब उत्तर उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। चक्रवात के मई 21 की सुबह तक तीव्र रहने की संभावना है।
बीती रात से तूफान का ओडिशा के तटीय इलाकों में प्रभाव शुरू हो गया है। तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं। भद्रक और पारादीप में भारी बारिश हो रही है। चक्रवात ओडिशा के तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर में भारी वर्षा और तूफान लेकर आएगा। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
ओडिशा के जगतसिंहपुर में तैनात एनडीआरएफ की टीम गांव वालों के पास पहुंची और उनसे साइक्लोन शेल्टर्स में शिफ्ट होने की गुजारिश की। इस गंभीर घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ ने जानमाल की हानि/क्षति रोकने के लक्ष्य से बल की 53 टीमें तैनात की हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में उक्त सूचना देते हुए कहा कि एनडीआरएफ ‘अम्फान’ को हल्के में नहीं ले रहा है क्योंकि ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत बंगाल की खाड़ी में आए प्रचंड चक्रवातीय तूफान का सामना कर रहा है। संवाददाता सम्मेलन में भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक एम. महापात्र भी उपस्थित थे। प्रधान ने कहा कि यह बेहद ‘‘महत्वपूर्ण घटनाक्रम’’ है क्योंकि 1999 में ओडिशा तट पर आए प्रचंड चक्रवातीय तूफान के बाद यह उस श्रेणी का दूसरा तूफान है। उन्होंने बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ के 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच तट से टकराने का अनुमान है।
चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के कारण कोलकाता हवाईअड्डे पर बृहस्पतिवार सुबह पांच बजे तक मालवाहक विमान सेवा स्थगित रहेगी। चक्रवात के बुधवार दोपहर या शाम तक पश्चिम बंगााल और बांग्लादेश के तट के बीच पहुंचने की संभावना हैं। हवाईअड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘चक्रवात के कारण कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ानें 21 मई सुबह पांच बजे तक स्थगित कर दी गई हैं।’’ मौसम विज्ञान विभाग ने यहां बताया कि चक्रवात ‘अम्फान’ पश्चिम बंगाल के दीघा से करीब 240 किलोमीटर दक्षिण में अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में केंद्रित है। तूफान के केंद्र के निकट हवाओं की गति लगातार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही और बीच-बीच में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
महाचक्रवात ‘अम्फान’ के कारण हावड़ा-नयी दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को रद्द कर दी गई। पूर्व रेलवे ने बताया कि इस चक्रवात के कारण भारी बारिश होने और तूफान आने की आशंका है। इसी के मद्देनजर बुधवार को रवाना होने वाली 02301 हावड़ा-नयी दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस और 21 मई को चलने वाली नयी दिल्ली-हावड़ा एसी स्पेशल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। मौसम विज्ञान विभाग ने इस महाचक्रवात के कारण नुकसान होने की आशंका के कारण ट्रेन रद्द करने या उनका मार्ग परिर्वितत करने की सलाह दी है।
अम्फान तूफान को देखते हुए नौसेना हाई अलर्ट पर है। नौसेना के विशाखापत्तनम में युद्धपोत स्टैंडबाई पर है। वो किसी भी तरह के मदद के लिए तैयार है। जैसे कि फंसे लोगों को निकालना और लॉजिस्टिक मदद पहुंचाना जैसे काम शामिल है। इन युद्धपोतों पर डॉक्टर, ड्राइवर, रबर बोट और राहत सामग्री जैसे कि खाना, टेंट, कपड़े, कंबल व दवाइयां मौजूद हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक महा चक्रवात 'अम्फान' सागरद्वीप और काकद्वीप के बीच भी तट से टकरा सकता है। गौरतलब है कि ये दोनों आबादी वाले क्षेत्र हैं। उन्होंने बताया कि ‘अम्फान’ के तट से टकराने के दौरान हवा की गति 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने का अनुमान है और यह आबादी वाले इलाके को प्रभावित करेगा। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार कच्चे मकान, मकानों की कच्ची छतों, नारियल के पेड़ों, टेलीफोन और बिजली के खंभों को गंभीर क्षति पहुंच सकती है।
असम सरकार ने चक्रवात ‘अम्फान’ को लेकर मंगलवार को ‘‘हाई अलर्ट’’ जारी किया और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को निर्देश दिया कि वह, स्थिति से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाए। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग को उद्धृत करते हुए मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्ण ने कहा कि असम में चक्रवात के व्यापक प्रभाव की संभावना है, खासकर पश्चिम असम के जिलों में। उन्होंने सभी संभागीय आयुक्तों, जिला उपायुक्तों और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजे संदेश में कहा, ‘‘इस स्थिति को देखते हुए आपसे आग्रह किया जाता है कि सुनिश्चित करें कि एहतियाती एवं प्रतिक्रिया व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रखा जाए ताकि जान-माल की क्षति नहीं हो।’’ उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल को तैयार रखा जाए ताकि जरूरत के मुताबिक उनकी सेवाएं हासिल की जा सकें।
महाचक्रवात ‘अम्फान’ मंगलवार को कुछ कमजोर पड़कर ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में बदल गया लेकिन अभी भी यह इतना ताकतवर बना हुआ है कि यह पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में नुकसान पहुंचा सकता है। इन दोनों राज्यों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।