अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनावों से पहले सीवोटर के द्वारा कराए गए सर्वे में पता चला है कि इन राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों के लिए जीत की राह कठिन है। उत्तरप्रदेश में भारी नुकसान होने के बावजूद भाजपा सरकार बनने की उम्मीद है तो वहीं पंजाब में इसबार भाजपा का खाता तक खुलने की उम्मीद नहीं है। हालांकि पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।

चुनाव पूर्व एबीपी-सीवोटर द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक आने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को पिछली बार की तुलना में करीब 100 सीटों का नुकसान हो सकता है। सर्वे के अनुसार भाजपा इस बार 213-221 सीटें लाने के साथ दोबारा से सरकार में वापसी कर सकती है। वहीं समाजवादी पार्टी को 152-160 सीटें मिलने की उम्मीद है। जबकि बीएसपी को 16-20 और कांग्रेस को 6-10 सीटें मिलने की उम्मीद है।

अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर करीब 40.7% हो सकता है। वहीं समाजवादी पार्टी को करीब 31.1% वोट मिलने का अनुमान है। इसके अलावा बीएसपी को करीब 15.1% वोट और कांग्रेस को 8.9% वोट मिल सकता है। अन्य के खाते में भी 4% वोट जाने की उम्मीद है। इसके अलावा अगर मुख्यमंत्री चेहरे की बात की जाए तो 41% लोगों की पसंद के साथ मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस लिस्ट में पहले नंबर पर हैं तो वहीं मुख्यमंत्री के रूप में 32% लोगों की पसंद अखिलेश यादव भी हैं।

हालिया दिनों में सबसे ज्यादा राजनीतिक उथल पुथल वाले राज्य पंजाब में इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। एबीपी सीवोटर सर्वे के अनुसार पंजाब की कुल 117 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 42-50 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी आप भी अबकी बार के चुनावों में कांग्रेस को जबरदस्त टक्कर दे सकती है। आप को 47-53 सीटें मिलने का अनुमान है। अकाली दल का प्रदर्शन पिछली बार की तरह इसबार भी कमोबेश वैसे ही रह सकता है। अकाली दल 16-24 सीट प्राप्त सकती है। जबकि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा अबकी बार सबसे बुरा प्रदर्शन करते हुए 0-1 सीट ला सकती है।

आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है। आप का वोट शेयर करीब 36.5 प्रतिशत हो सकता है जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस भी करीब 35% वोट पा सकती है। वहीं शिरोमणि अकाली दल को 20.6 प्रतिशत और भाजपा को 2.2 प्रतिशत वोट मिल सकता है। सर्वे के अनुसार पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को करीब 31%  लोग दोबारा से सीएम पद पर देखना चाहते हैं तो वहीं अरविंद केजरीवाल 21% लोगों की पसंद हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सिर्फ 7% लोग दोबारा से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल को 16% लोग मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं तो वहीं भगवंत मान को सिर्फ 14% लोग मुख्यमंत्री के रूप में पसंद करते हैं।