दिल्ली में वैक्सीन की कमी को लेकर शनिवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर जमला हमला बोला और कुप्रबंधन का आरोप लगाया। साथ ही मनीष सिसोदिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर राज्यों को कहा जा रहा है कि टीके खत्म हो गए हैं तो प्राइवेट अस्पतालों को टीका कहां से मिल रहा है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र टीकों की वितरण प्रणाली पर ‘‘अड़ियल बर्ताव’’ कर रही है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर ‘‘कुप्रबंधन’’ का भी आरोप लगाया और पूछा कि निजी अस्पतालों को टीके कैसे मिल रहे हैं जबकि राज्यों को कहा जा रहा है कि टीके खत्म हो गए हैं।
इसके अलावा मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 18-44 आयु वर्ग के 92 लाख लोगों को टीका लगाने के लिए 1.84 करोड़ खुराकों की आवश्यकता है जबकि केंद्र ने अप्रैल में 4.5 लाख और मई में 3.67 लाख टीके ही उपलब्ध कराए। आगे सिसोदिया ने कहा कि ‘‘अब केंद्र ने हमें सूचित किया है कि सिर्फ 5.5 लाख टीके ही उपलब्ध कराए जाएंगे और वह भी 10 जून के बाद।’’
वहीं शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के करीब 900 नए मामले सामने आए हैं और अगर नए मामलों की संख्या में गिरावट जारी रहती है तो शहर में ज्यादा गतिविधियों को मंजूरी दी जाएगी। हालांकि केजरीवाल ने शुक्रवार को ही दिल्ली में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार से धीरे-धीरे लॉकडाउन खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दिल्ली में एक सप्ताह के लिए निर्माण गतिविधियों और फैक्ट्रियों को खोले जाने की इजाजत दी गई है। संक्रमण की दूसरी लहर से बेहद प्रभावित दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया करीब छह सप्ताह से ज्यादा समय से लागू लॉकडाउन के बाद हो रही है।(भाषा इनपुट्स के साथ)