उत्‍तर प्रदेश में खो चुकी राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटी कांग्रेस पार्टी के चुनावी रणनीतिकारों को लगता है कि पार्टी उपाध्‍यक्ष राहुल और प्रियंका गांधी में से किसी को 2017 विधानसभा चुनाव में यूपी के सीएम कैंडिडेट के तौर पर उतारा जाना चाहिए। हालांकि, पार्टी की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई संकेत नहीं दिया गया है।

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सूत्रों के मुताबिक, यूपी में पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी इस बात से सहमत हैं कि राहुल गांधी या प्रियंका में से किसी को मुख्‍यमंत्री पद के उम्‍मीदवार के तौर पर उतरना चाहिए। उनका मानना है कि इससे प्रदेश के ब्राह्मणों में अच्‍छा संकेत जाएगा और वे पार्टी पर फिर से भरोसा करेंगे। कुछ नेताओं का यह भी कहना है कि दिल्‍ली की पूर्व मुख्‍यमंत्री शीला दीक्षित भी यूपी के सीएम कैंडिडेट की रेस में हैं। उनके नाम को लेकर भी पार्टी में मंथन चल रहा है।

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पार्टी सूत्रों का कहना है कि उत्‍तर प्रदेश में रणनीतिक तौर पर जो भी परिवर्तन किए जाने हैं, उनके बारे में 19 मई के बाद ही कोई घोषणा की जाएगी। 19 मई को असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुड्डुचेरी चुनाव के नतीजे आने हैं। वैसे यूपी में व्‍यापक स्‍तर पर परिवर्तन की कवायद चल रही है। माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्‍यक्ष से लेकर AICC स्‍तर तक यूपी चुनाव को ध्‍यान में रखते हुए बदलाव किया जा सकता है। बिहार में नीतीश कुमार और लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के लिए चुनावी रणनीति बना चुके प्रशांत किशोर कांग्रेस नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें कर चुके हैं। उनका मानना है कि यूपी में कांग्रेस को सिर्फ ब्राह्मण ही सत्‍ता में ला सकते हैं, जिनकी आबादी प्रदेश में 10 से 12 प्रतिशत हैं।

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