कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के नैनीताल स्थित घर को सोमवार को कुछ लोगों ने तोड़कर उसमें आग लगा दी गई। अयोध्या पर उनकी नई किताब आने से उठे विवाद के बाद यह घटना हुई। कांग्रेस नेता खुर्शीद ने फ़ेसबुक पर इस घटना की तस्वीरें साझा कीं। इसमें लंबी लपटें, जले हुए दरवाजे और टूटे हुए शीशे दिख रहे हैं। इसमें दो युवक पानी फेंक कर आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में डीआईजी (कुमाऊं) नीलेश आनंद ने बताया कि, “राकेश कपिल और 20 अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में कथित रूप से हिंदुत्व और आइएसआइएस जैसे आतंकी संगठनों की तुलना किया था। उनके घर को निशाना बनाने वाले लोगों की तस्वीर का हवाला देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वे भाजपा का झंडा लिए हुए हैं और पार्टी को ‘खंडन’ जारी करना चाहिए।
नैनीताल के नगर पुलिस अधीक्षक (एसपी) जगदीश चंद्र ने बताया कि शुरुआती सूचना के अनुसार, नैनीताल के बोवाली थाना क्षेत्र में स्थित कांग्रेस नेता के घर में कुछ लोगों ने घुसकर उसमें लगे शीशों को क्षतिग्रस्त कर दिया और लकड़ी के एक दरवाजे में आग लगा दी। खुर्शीद के इस घर में केवल घर की देखभाल करने वाले लोग ही रहते हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि बोवाली के पुलिस थानाध्यक्ष को मौके पर भेजा गया है। एसपी ने कहा कि 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया जा रहा है। इस बीच, इस घटना के बारे में कांग्रेस नेता ने फेसबुक पर वीडियो क्लिप भी साझा किए हैं जिनमें भीड़ कथित तौर पर उनका पुतला फूंकते और उनके तथा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नारे लगाते दिख रही है।
एक नारे में कहा गया है कि “ गद्दारों’’ को गोली मार देनी चाहिए। अन्य नारे में कहा गया है कि देश ‘मुल्लों’ का नहीं है, बल्कि ‘ वीर शिवाजी’ का है। भीड़ को यह नारा लगाते हुए भी सुना गया ‘ जय जय वीर बजरंगी जय, जय श्रीराम।” पूर्व विदेश मंत्री की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनलिज़्म इन आर टाइम्स’ का कुछ दिन पहले ही विमोचन हुआ है। भाजपा तथा दक्षिणपंथी संगठनों ने इसकी काफी आलोचना की है।
खुर्शीद ने उनके नैनीताल स्थित घर पर आगज़नी की तस्वीरें पोस्ट करते हुए फेसबुक पर लिखा कि क्या उनका यह कहना अब भी गलत है कि यह हिंदू धर्म नहीं हो सकता। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, “तो अब ऐसी बहस है। शर्म बहुत मामूली शब्द है। इसके अलावा मुझे अब भी उम्मीद है कि हम एक दिन एक साथ तर्क कर सकते हैं और असहमत होने पर सहमत हो सकते हैं।” किताब पर इस तरह की प्रतिक्रिया पर पूछे जाने पर खुर्शीद ने पीटीआई-भाषा से कहा, “ मुझे अब कुछ भी साबित नहीं करना है। इसने मेरी बात को सही साबित किया है।”
उनके घर पर हुई कथित तोड़फोड़ के बारे में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “यह शर्मनाक है। सलमान खुर्शीद एक ऐसे राजनेता है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को गौरवान्वित किया है और घरेलू मंचों पर हमेशा एक उदारवादी, मध्यमार्गी और देश का समावेशी दृष्टिकोण व्यक्त किया है। हमारी राजनीति में असहिष्णुता के बढ़ते स्तर का सत्ता में बैठे लोगों को त्याग करना चाहिए।”
हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी समूहों के साथ करने के लिए भाजपा के अलावा, खुर्शीद को अपनी ही पार्टी के नेता और राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद की आलोचना का सामना करना पड़ा। आज़ाद ने कहा था, “ तुलना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है।” लेकिन, 12 नवंबर को वर्धा में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तर्क दिया कि हिंदू धर्म और हिंदुत्व अलग हैं। गांधी ने पुस्तक का जिक्र किए बिना कहा, “क्या ये एक बात हो सकती हैं?
आप हिंदू धर्म शब्द का इस्तेमाल क्यों करते हैं, अगर वे एक ही चीज हैं तो सिर्फ हिंदुत्व का इस्तेमाल क्यों नहीं करते? वे स्पष्ट रूप से अलग चीजें हैं।” उन्होंने कहा, “ “क्या हिंदू धर्म सिख या मुसलमान को पीटने के बारे में है?” उन्होंने कहा कि हिंदुत्व हिंसा का समर्थन कर सकता है, हिंदू धर्म नहीं।
दरअसल सलमान खुर्शीद द्वारा लिखी गई किताब सनराइज ओवर अयोध्या के छठे चैप्टर द सैफरन स्काई में लिखा गया है कि साधु संतों के सनातन धर्म और प्राचीन हिंदू धर्म को हिंदुत्व के एक नए तरीके से किनारे लगाया जा रहा है जो कि इस्लामिक जिहादी संगठन बोको हरम और आईएसआईएस की तरह है। किताब में लिखी गई इस लाइन को लेकर उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस के पास शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
सलमान खुर्शीद की इस किताब का विमोचन हाल ही में किया गया था। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों ने रोष जताया है। विमल लखोटिया @vimallakhotia ने लिखा, “जिन लोगों ने ऐसा किया है, उन लोगों ने सलमान खुर्शीद की किताब में लिखी बातों को साबित कर दिया है।”
शिवम् वेरामा @vshivam_25 ने कहा, “चुनावी माहौल में देश में धार्मिक दंगों में पत्थरबाजी,आग जैसी घटनाएं हो जाये। ये जाने किसकी चाहत थी। देश तो आग से नहीं जला। लेकिन घर जल गया। खुद जला दिया। या जलावा दिया गया। ये तो सिर्फ आग लगाने और लगवाने वाला जानता है।”