कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बीजेपी सांसद अपने मन से संसद में खुली चर्चा भी नहीं कर सकते हैं। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी दावा किया है कि भाजपा के सांसदों को पहले ही स्क्रिप्ट मिल जाती है कि उन्हें क्या बोलना है।
मंगलवार को अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के सांसद उन्हें बताते हैं कि वे अपने मन से सदन में बहस भी नहीं कर सकते हैं। साथ ही उन्हें यह भी बता दिया जाता है कि उन्हें क्या बोलना है। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक बार एक भाजपा सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मीटिंग के दौरान उनकी किन्ही बातों से असहमत होकर सवाल खड़े कर दिया। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उसे बाहर निकाल दिया।
इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों को अपनी बात रखने का भी मौका नहीं मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि संसद में बोलने के दौरान मेरे माइक को बंद कर दिया जाता है और उसको प्रसारित नहीं किया जाता है। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारत की स्थिति लगातार ख़राब होती जा रही है और इसके लिए किसी के मोहर की जरुरत नहीं हैं। राहुल गांधी ने इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना इजिप्ट के मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन से भी कर दी।
राहुल गांधी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर आशुतोष वार्ष्णेय से बातचीत के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी कैडर वाली पार्टी नहीं है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ना तो कैडर में यकीन करती है और ना उसे कैडर की जरूरत है। कांग्रेस विचारधारा पार्टी वाली पार्टी है और हम उसी पर चलते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कैडर तो बीजेपी और आरएसएस के होते हैं।
इंटरव्यू के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा के अलावा कई और विपक्षी पार्टियों को भी निशाने पर लिया। राहुल ने कहा कि जब भी मैं पार्टी के भीतर आतंरिक लोकतंत्र की बात करता हूं तो हर कोई मुझे ऐसा नहीं करने को कहता है। साथ ही राहुल ने यह भी कहा कि देश में भाजपा, बसपा या किसी भी पार्टी के अंदर आतंरिक चुनाव नहीं होते हैं।

