कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय अल्पलंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुख्य विपक्षी दल Congress की जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी पॉलिटिकल प्रदूषण की प्रयोगशाला बनती जा रही है। यह लोगों के बीच पाखंड के साथ गलत, भ्रामक और भटकाऊ जानकारियां फैला रही है। इनकी पार्टी के लोग बनते तो महाज्ञानी हैं, पर उन्हें ज्ञान रत्ती भर भी नहीं है। मोदी के मंत्री के मुताबिक, “हमें टिड्डी भगाने हैं, न कि फिसड्डी।” ये बातें शनिवार को ‘NDTV’ को दिए इंटरव्यू के दौरान कहीं।
दरअसल, कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर विपक्ष ने हाल में मोदी सरकार पर कई बार हमला बोला था। इन्हीं आरोपों पर जब इंटरव्यू में मोदी के मंत्री से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा- मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी पॉलिटिकल पॉल्यूशन की प्रयोगशाला बनती जा रही है। किस तरह पॉलिटिकल पॉल्यूशन और पॉलिटिकल पाखंड से लोगों को गुमराह करो और कहीं न कहीं इस लड़ाई में कंफ्यूजन पैदा करो। ये सॉल्यूशन का हिस्सा नहीं बनना चाहते बल्कि पॉलिटिकल पॉल्यूशन फैलाना चाहते हैं।
Coronavirus in India Live Updates
बकौल नकवी, “आप देखें, जिस समय लॉकडाउन हुआ तो इन्होंने कहा कि लॉकडाउन क्यों हुआ, कैसे हुआ। अब कह रहे हैं कि लॉकडाउन खोलना ठीक नहीं हैं। दिक्कत ये है कि इनके पास ज्ञान किसी चीज में नहीं है लेकिन ये महाज्ञानी बनने की कोशिश करते हैं।”
यह पूछे जाने पर कि कोरोना के मामले तो बढ़ रहे हैं? नकवी ने जवाब दिया- आपदा के सामने आत्म समर्पण करना है या फिर आत्मनिर्भर होकर इसके हल और खात्मे के लिए काम करना है। इसलिए हमें जो दिशानिर्देशों को मानते हुए ‘जान भी है, जहान भी है’ की दिशा में आगे बढ़ना है। आप किसी भी देश को हमेशा के लिए लॉकडाउन नहीं कर सकते, बंद नहीं कर सकते।
पासपोर्ट वालों की सजा राशन कार्ड वालों ने भुगती है? इस सवाल पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- देखिए, यहां सब की चिंता की गई। सरकार ने जिम्मेदारी के साथ जो पैकेज दिया है, उसमें सभी को शामिल किया गया है। संकट के समय में समस्या आई है। हमारी लड़ाई फिलहाल कांग्रेस से नहीं है। कोरोना से लड़ाई है, हमारी लड़ाई टिड्डियों को भगाने की है…फिसड्डियों को हराने की नहीं है। इन्हें हम हराते रहेंगे। फिलहाल कोरोना को हराने दीजिए। पीएम मोदी ने एक योद्धा या संकट मोचक की तरह अपनी भूमिका निभाई। आज पूरी दुनिया हमारे प्रयासों की तारीफ कर रही है।