P Chidambaram on INDIA Bloc: पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने गुरुवार को इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया। चिंदबरम ने कहा कि चुनावों के बीच गठबंधन बनाए रखने की जरूरत है। एक कार्यक्रम में चिदंबरम ने ‘इंडिया’ गठबंधन को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वह आश्वस्त नहीं हैं कि यह विपक्षी गठबंधन अब भी पूरी तरह एकजुट है।
दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक किताब के विमोचन के अवसर पर बोलते हुए पूर्व चिदंबरम ने कहा कि भविष्य उतना उज्ज्वल नहीं है जितना मृत्युंजय सिंह यादव (पुस्तक के सह-लेखक) कहते हैं। उन्हें लगता है कि इंडिया गठबंधन अभी भी बरकरार है। मुझे यकीन नहीं है। शायद सलमान (खुर्शीद) इसका जवाब दे सकते हैं क्योंकि वे इंडिया गठबंधन की वार्ता टीम का हिस्सा थे। अगर इंडिया गठबंधन पूरी तरह से बरकरार है, तो मुझे बहुत-बहुत खुशी होगी, लेकिन यह कमजोर लगता है। इसे एक साथ रखा जा सकता है।
चिदंबरम ने कहा अभी भी समय है। अभी भी कुछ घटनाएं घटित होंगी… अगर आप बीजेपी की मजबूत मशीनरी से मुकाबला करना चाहते हैं, तो मेरे अनुभव में, इतिहास को पढ़ने के अनुसार, कोई भी राजनीतिक पार्टी इतनी मजबूत तरीके से संगठित नहीं हुई है जितनी बीजेपी है। हर विभाग में, यह मजबूत है। यह कोई दूसरी राजनीतिक पार्टी नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि गठबंधन के बारे में मेरा नजरिया बिल्कुल अलग है। तमिलनाडु में गठबंधन के बारे में मेरा लंबा अनुभव रहा है। चुनाव के समय गठबंधन नहीं किया जा सकता। गठबंधन को पांच साल तक बनाए रखना होता है। केवल दो राज्य हैं, जहां गठबंधन लगातार काम कर रहा है। वे चुनाव हार सकते हैं या जीत सकते हैं। हार और जीत के बीच गठबंधन केरल और तमिलनाडु में बनाए गए हैं।
चिदंबरम की चेतावनी ऐसे समय में आई है जब बिहार, बंगाल से लेकर तमिलनाडु में चुनाव होने हैं। इन राज्यों में इंडिया गठबंधन की एकता की परीक्षा होगी। ये चुनाव देश के राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार देंगे। बिहार में 2025 के अंत में मतदान होगा। बंगाल और तमिलनाडु में 2026 में मतदान होगा। यूपी में 2027 में विधानसभा चुनाव होना है। इसके अलावा कर्नाटक, तेलंगाना, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 2028 में मतदान होगा।
जिन राज्यों में चुनाव होना है उनमें उत्तर प्रदेश और बिहार हिंदी पट्टी के राज्य हैं। बिहार में बीजेपी उसके सहयोगी नीतीश कुमार की जदयू का शासन है, जबकि बंगाल और तमिलनाडु उन मुट्ठी भर राज्यों में से हैं, जिन्होंने 2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद से भगवा पार्टी के कट्टरपंथ को लगातार खारिज किया है।
हाल के सालों में तृणमूल और द्रमुक शासित राज्यों में कड़े चुनावी मुकाबले देखने को मिले हैं। इनमें बीजेपी ने लगातार तीखी बयानबाजी बढ़ा दी है। भगवा दल ने मुख्यमंत्रियों ममता बनर्जी और एमके स्टालिन को निशाना बनाया है, ताकि उन राज्यों पर नियंत्रण हासिल किया जा सके, जहां उसे ऐतिहासिक रूप से संघर्ष करना पड़ा है। बता दें, इंडिया ब्लॉक का गठन जुलाई 2023 में विपक्ष की कई चुनावी हार के जवाब में किया गया था। इसमें 2019 का लोकसभा चुनाव भी शामिल था।
‘इंडिया’ गठबंधन को लेकर चिदंबरम के बयान पर भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के संबंध में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को विपक्षी दल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी के ‘करीबी सहयोगी’ भी जानते हैं कि पार्टी का कोई भविष्य नहीं है। चिदंबरम के बयान को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि भविष्य में विपक्ष एकजुट नहीं रहेगा। भाजपा बहुत मजबूत संगठन है।’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के करीबी सहयोगी भी जानते हैं कि कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है।
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