केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत में कोरोना विषाणु संक्रमण रोधी टीकों की प्रतिदिन एक करोड़ खुराकें लोगों को दी जाने लगेंगी। इसके साथ की सरकार की ओर से कहा गया कि हर व्यक्ति को दूसरी खुराक उसकी कंपनी के टीके की लेनी है, जिसकी उन्होंने पहली खुराक ली थी।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के प्रमुख बलराम भार्गव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत तक हमारे पास इतने टीके उपलब्ध हो जाएंगे कि हम प्रतिदिन एक करोड़ लोगों का टीकाकरण कर सकें। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि दिसंबर तक पूरे देश का टीकाकरण कर पाएंगे। भार्गव ने कहा कि विभिन्न राज्यों में लगाई गईं पाबंदियों को धीरे-धीरे हटाने से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी नहीं होगी। हालांकि हमें प्राथमिक वर्गों का पूर्ण टीकाकरण करने के साथ करीब 70 फीसद आबादी को टीके लगाने होंगे।
इसके अलावा कोरोना को फैलने से रोकने के व्यवहारों को जारी रखना होगा जिसमें मास्क लगाना, दो गज की दूरी का पालन करना आदि शामिल हैं। संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि टीम इंडिया को कोई इसमें संदेह नहीं है कि हम तेज गति से टीकाकरण कर पाएंगे। हमें विश्वास है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक करके दिखाएगा। हमारी योजना तैयार हो चुकी है।
उन्होंने कि हम पोलियो निकारण अभियान में ये कर चुके हैं और इस बार भी हम करके दिखाएंगे। पॉल ने कहा कि जिस व्यक्ति ने जिस भी कंपनी के टीके की पहली खुराक ली है, उसे दूसरी खुराक भी उसी कंपनी के टीके की लेनी है। इसको लेकर हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। भार्गव ने कहा कि देश के 239 जिलों में संक्रमण दर 10 फीसद, 145 जिलों में 10 से 5 फीसद और 350 जिलों में पांच फीसद से कम है।