संसद में बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है। लोकसभा में सोमवार को केंद्रीय मंत्रियों ने यूक्रेन युद्ध, वहां से लौटे छात्र और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर सवालों के जवाब दिए हैं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि यूक्रेन से निकाले गए छात्रों का भविष्य संवारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आज जम्मू-कश्मीर का बजट पेश किया।
धर्मेंद्र प्रधान- यूक्रेन से लौटे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों की बची हुई पढ़ाई को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि उनकी पढ़ाई पूरी हो, उनका भविष्य बर्बाद ना हो। उन्होंने कहा- “पीएम मोदी के नेतृत्व में ऑपरेशन गंगा हुआ… उन्हें वहां से निकाला गया, अब जब हम उन्हें निकाल के ला चुके हैं तो अब उन्हें डॉक्टर बनाने की व्यवस्था भी सरकार करेगी। अभी उन्हें सदमे से बाहर निकालने और उनकी देखभाल करने का समय है। हम उनके प्रति प्रतिबद्ध हैं।”
पेट्रोल की कीमतों पर हरदीप पुरी- संसद में आज केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि जब जरूरत थी तब सरकार ने तेल की कीमतों में राहत प्रदान की थी। उन्होंने कहा- “जब हमने देखा कि जनता को राहत देने की आवश्यकता है, तो पीएम मोदी ने 5 नवंबर 2021 को दरों में कटौती की थी। हमने कुछ कदम उठाए और अधिक कदम उठाने के लिए तैयार थे… 9 राज्यों ने ऐसा नहीं किया”।
आगे हरदीप पुरी ने कहा कि भारत में ईंधन की कीमतें कई देशों से कम है। उन्होंने कहा- “मेरे पास यूएसए, कनाडा, जर्मनी, यूके, फ्रांस, स्पेन, श्रीलंका और भारत का तुलनात्मक डेटा है। उन सभी देशों में पेट्रोल की कीमतों में 50%, 55%, 58%, 55% की वृद्धि हुई है। भारत में, यह केवल 5% बढ़ा है”।
जम्मू कश्मीर का बजट- केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिए लोकसभा में आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया। उन्होंने लोकसभा में अनुदान की अनुपूरक मांग, अनुदान की मांग और जम्मू-कश्मीर के लिए अतिरिक्त अनुदान की मांग भी प्रस्तुत की।