BJP Vinod Tawde: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सुप्रिया श्रीनेत को लीगल नोटिस भेजा है। इस बात की जानकारी खुद विनोद तावड़े ने दी है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर (19 नवंबर) कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया ने कहा कि विनोद तावड़े को मतदाताओं को 5 करोड़ रुपये बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया और सभी तरह के नाटकीय बयान दिए गए।

विनोद तावड़े ने कहा कि वे सिर्फ मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करना चाहते थे। इसको लेकर मैं गंभीर रूप से आहत हूं। मैं एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार से आता हूं, पिछले 40 वर्षों से मैं राजनीति में हूं, लेकिन मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं किया। कांग्रेस के नेता मुझे, पार्टी और मेरे नेताओं को बदनाम करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने जानबूझकर मीडिया और लोगों के सामने यह झूठ बोला, इसलिए मैंने उन्हें अदालती नोटिस जारी किया है कि वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगें या कार्रवाई का सामना करें।

तावड़े पर लगे आरोपों का मामला क्या?

महाराष्ट्र में वोटिंग से पहले कैश कांड ने सियासी घमासान मचा दिया था। बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े पर आरोप लगा था कि वो होटल विवंत में पैसे बांट रहे थे। ये आरोप बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने लगाा था उनका कहना था कि तावड़े ने विरार ईस्ट के विवंत होटल में पैसे बांटे। तावड़े और विधानसभा सीट से उम्मीदवार राजन नाइक बांटने के लिए 5 करोड़ रुपये लेकर आए थे। इस पूरे मामले में तीन एफआईआर दर्ज हुई थीं। एक एफआईआर तावड़े के खिलाफ, दूसरी बीजेपी प्रत्याशी राजन नाइक व अन्य के खिलाफ और तीसरी एफआईआर बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं खिलाफ दर्ज हुई है।

इस मामले के तुरंत बाद विनोद तावड़े का बयान भी आया था। तावड़े ने कहा था कि नालासोपारा के विधायकों की बैठक थी। वोटिंग के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीन को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज करानी है तो क्या करना है मैं इसके बारे में उन्हें जानकारी देने पहुंचा था। बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस मामले की जांच करे। सीसीटीवी फुटेज की भी जांच हो।

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इस मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी से सवाल किया था। राहुल ने एक पोस्ट में लिखा था कि, मोदी जी, यह 5 करोड़ किसके SAFE से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने Tempo में भेजा? राहुल के पोस्ट का तावड़े ने जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि आप नालासोपारा आएं, होटल का सीसीटीवी फुटेज देखें। वहां हुई निर्वाचन आयोग की पूरी कार्यवाही देखें। यह साबित करें कि इस प्रकार पैसा आया। बिना किसी जानकारी के इस तरह का बयान बचपना नहीं तो और क्या है!

कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर क्या लिखा था?

कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा था कि BJP के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े महाराष्ट्र के एक होटल में पैसे बांटते हुए पकड़े गए हैं। विनोद तावड़े बैग में भरकर पैसे लेकर गए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे। ये खबर जब जनता को पता चली तो भारी हंगामा हो गया। पैसों के साथ विनोद तावड़े के कई वीडियो सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में वोटिंग होने वाली है, उससे ठीक पहले BJP के नेता पैसों के दम पर चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं। इसमें कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े-बड़े नेता तक शामिल हैं। चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

पिछले दो साल से काफी चर्चा में आए तावड़े

पिछले दो साल में दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में होने वाली अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में तावड़े आते रहे हैं और टीवी चैनलों पर बीजेपी का एक प्रमुख चेहरा बनकर उभरे हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के भरोसेमंद नेताओं में गिना जाता है। तावड़े के बारे में कहा जाता है कि उन्हें संगठन में काम करने का काफी अच्छा अनुभव है।

तावड़े का मुंबई के गिरगांव में हुआ जन्म

विनोद तावड़े का जन्म 20 जुलाई, 1963 को मुंबई के गिरगांव इलाके में एक मराठी परिवार में हुआ था। उन्होंने पार्ले कॉलेज से पढ़ाई की है। विनोद तावड़े ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़कर राजनीतिक करियर शुरू किया था। वह मुंबई में एबीवीपी के प्रमुख रहे और इस दौरान उन्होंने तमाम जिम्मेदारियों को निभाया और और संगठन को भी मजबूत किया।

1999 में मुबंई बीजेपी के अध्यक्ष बने तावड़े

1995 में विनोद तावड़े को बड़ा राजनीतिक प्रमोशन मिला जब उन्हें पार्टी की महाराष्ट्र इकाई का महासचिव बनाया गया। 1999 में विनोद तावड़े मुंबई बीजेपी के सबसे युवा अध्यक्ष बने। साल 2002 में उन्हें फिर से महाराष्ट्र में पार्टी के महासचिव की जिम्मेदारी दी गई और वह लंबे वक्त तक इस पद पर बने रहे। 2008 में बीजेपी ने उन्हें महाराष्ट्र में विधान परिषद का सदस्य बनाया और 2011 में वह विधान परिषद में विपक्ष के नेता जैसे बड़े पद पर पहुंचे। तावड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम मन की बात का संयोजन भी कर चुके हैं।

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तावड़े 2014 में फडणवीस सरकार में बने मंत्री

महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनाव में विनोद तावड़े बोरिवली विधानसभा सीट से चुनाव जीते और उन्हें तत्कालीन देवेंद्र फडणवीस की सरकार में स्कूली शिक्षा और खेल सहित कई विभागों का मंत्री बनाया गया। वह अपने राजनीतिक करियर के दौरान मिल मजदूरों और किसानों की लड़ाई लड़ चुके हैं। विनोद तावड़े का नाम उन नेताओं में लिया जाता है जिन्होंने कृषि के लिए महाराष्ट्र में अलग बजट देने की मांग की थी।

तावड़े को भाजपा ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारियां

तावड़े विद्यार्थी परिषद से लेकर बीजेपी संगठन में लंबे वक्त तक काम कर चुके हैं और सरकार में मंत्री भी रहे इसलिए ना सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि इसके बाहर भी पार्टी उनकी क्षमताओं का इस्तेमाल करती रही है। इसी को देखते हुए पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाने के साथ ही बिहार जैसे अहम राज्य का प्रभारी बनाया था। वह हरियाणा के प्रभारी भी रह चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने विनोद तावड़े का टिकट काट दिया था लेकिन तब भी वह पार्टी संगठन के लिए काम करते रहे और पार्टी ने उन्हें इसका इनाम भी दिया।