एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से मुगलों को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र के भिवंडी में एक जनसभा के दौरान ओवैसी ने कहा कि बीजेपी सिर्फ मुगलों के पीछे पड़ी है। वहीं ओवैसी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार पर भी निशाना साधा और कहा कि जैसे पवार संजय राउत के लिए पीएम से मिले थे, ठीक वैसे ही नवाब मलिक के लिए पीएम से उन्होंने क्यों नहीं मुलाकात की?

जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “भारत न मोदी और अमित शाह का है, न मेरा है और न ही उद्धव ठाकरे का है। भारत द्रविडियन और आदिवासियों का है, लेकिन बीजेपी और आरएसएस सिर्फ मुगलों के पीछे पड़ी है। भारत का गठन तब हुआ था, जब अफ्रीका, मध्य एशिया, ईरान और पूर्वी एशिया से लोग भारत में आए थे।”

असदुद्दीन ओवैसी यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने शरद पवार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “बीजेपी, कांग्रेस, एनसीपी और समाजवादी पार्टी के लोग सोचते हैं कि सेक्युलर हैं। उनके लिए अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति जेल में जाता है तो यह ठीक है। संजय राउत पर कोई एक्शन न हो, इसके लिए शरद पवार, पीएम मोदी से मिलते हैं, लेकिन नवाब मलिक के लिए नहीं। क्या नवाब मलिक, संजय राउत से छोटे हैं? मैं शरद पवार से पूछना चाहता हूं कि वे नवाब मलिक के लिए क्यों नहीं बोल रहे हैं? क्या नवाब मलिक और संजय राऊत बराबर नहीं है?”

वहीं एक बहस के दौरान आरएसएस विचारक और सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, “80 करोड़ लोगों को जो राशन मिल रहा है और 11 करोड़ जो शौचालय बने, क्या उस पर किसी धर्म का नाम लिखा गया था? भारत के मुसलमान हमारे ही पूर्वजों की संतान हैं। मुसलमान हिंदू फोबिया,मोदी फोबिया के नाम पर काल्पनिक शत्रु पैदा कर रहे हैं। जब मैं खिलजी की आलोचना करता हूं तो क्या मैं भारतीय मुसलमानों की आलोचना करता हूं? नहीं, मैं आक्रमणकारी और आतंकवादी मुगल मुसलमानों की आलोचना करता हूं।”

बता दें कि शनिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के देवबंद में 5000 से अधिक मुस्लिम धर्मगुरुओं की बैठक हुई और उन्होंने देश के हालात पर चिंता जताई। इस दौरान मौलाना महमूद मदनी ने कहा, “हमारा दिल जानता है कि हम किस मुश्किल में है। हम जुर्म को सह लेंगे पर मुल्क कमजोर नहीं होने देंगे। देश में नफरत का बाजार सज रहा है लेकिन मुसलमानों को निराश नहीं होना है।”