कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा कथित रूप से आरएसएस की तुलना आईएसआईएस से करने पर राज्यसभा में मुद्दा उठाने वाली भाजपा के एक नेता ने असदुद्दीन ओवैसी की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस से की है। सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि ओवैसी आईएसआईएस की भाषा बोलते हैं। बिहार विधायक दल के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री मोदी ने मंगलवार (15 मार्च) को ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में लोग अपने देश को मां समान मानते हैं और मातृभूमि कहते हैं। भारत की आजादी की लड़ाई के दौरान भी यह नारा (भारत माता की जय) लगाया गया था। आज भी सेना के जवान ऊर्जा पाने के लिए इस नारे का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन समाज को बांटने की राजनीति करने वाले असदुद्दीन ओवैसी को संघ की सलाह रास नहीं आई। उन्होंने भड़काऊ अंदाज में प्रतिक्रिया दी। ओवैसी ने आईएसआईएस की भाषा का इस्तेमाल किया जो लोगों से अपनी बात मनवाने के लिए उनकी गर्दन पर छुरा रखता है।’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को महाराष्ट्र के लातूर में एक रैली में कहा था, “मैं यह नारा (भारत माता की जय) नहीं बोलूंगा, क्या कर लोगे भागवत साहब। अगर मेरी गर्दन पर चाकू रख दोगे तो भी मैं यह नारा नहीं बोलूंगा।” तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ओवैसी ने कहा था, “हमारे संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि भारत माता की जय बोलना जरूरी है। इसकी आज़ादी मुझे मेरा संविधान देता है।”
ओवैसी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के जवाब में यह बात कही थी। भागवत ने जेएनयू में कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के संदर्भ में कहा था, ‘नई पीढ़ी को देश में ‘भारत माता की जय’ बोलने के लिए सिखाना पड़ेगा।’