राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद यादव भले ही छवि और सेहत के मोर्चे पर कठिन दौर से गुजर रहे हों, पर उनकी फैन फॉलोइंग (चाहने वालों की संख्या) कम नहीं हुई है। इस बात की बानगी शुक्रवार (27 मई, 2022) तो तब देखने को मिली, जब वह बिहार की राजधानी पटना पहुंचे।
दरअसल, उनके कुछ कट्टर फैन बड़े ही अनोखे अंदाज में खुद को हरे रंग से पेंट और भैंस पर सवार होकर राबड़ी देवी के आवास उनसे मिलने पहुंचे। इनमें से एक प्रशंसक का नाम नटवर लाल भी था। लालू के फैन्स ने उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव को अपना पिताजी बताया, जबकि यह भी कहा कि वे लोग अपने भगवान के पास आए हैं। हालांकि, सुरक्षा गार्ड्स ने उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लालू यादव के इस आवास पर तीन कट्टर समर्थक पहुंचे थे। तीनों ने अपने और भैंस के शरीर पर हरे रंग के ऊपर सफेद रंग में देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अनवेष्ण ब्यूरो यानी सीबीआई की निंदा करने वाले नारे लिख रखे थे।
लोग इन्हें देखकर उस समय हंसने पर और मजबूर हो गए, जब एक भैंस पर सवार लालू के एक फैन (जो संयोग से उनके पैतृक जिला गोपालगंज से सटे सीवान जिला का था) ने घोषणा की कि उसका नाम “नटवरलाल” है। उसके दो साथियों में से एक मिथिलेश पंडित (जिसकी लंबाई करीब तीन फीट से कम थी) ने भैंस की डोर थाम रखी थी।
उन्होंने आगे बताया कि वे लगभग 45 किलोमीटर दूर वैशाली जिले के महुआ से आ रहे हैं। वैसे, अपनी अधेड़ उम्र में ये लोग राजद के 30 साल के उत्तराधिकारी तेजस्वी को अपना ‘‘पिताजी’’, जबकि लालू और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को दादा-दादी मानते हैं। लालू के ये प्रशंसक अपने हाथ में लालटेन (राजद का चुनाव चिन्ह) और पार्टी का झंडा ले रखा था और “होश में आओ सीबीआई” के नारे लगा रहे थे।
फैन्स ने दावा किया कि लालू जी रांची या दिल्ली में रहते हुए भी उनसे फोन पर बात करते रहते हैं, वह हमें देखना चाहते थे इसलिए हम यहां हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने अपने कपड़े उतार दिए हैं, क्योंकि बच्चों के पास माता-पिता से छिपाने के लिए कुछ नहीं है। भैंस हमारे नेता की सवारी का प्रतीक है। उन्होंने मवेशियों को पालना शुरू किया और टॉप पर पहुंच गए।
राजद सुप्रीमो इसके तुरंत बाद आवास से बाहर निकलकर बिहार विधानसभा (जहां उनकी बेटी मीसा भारती राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने जा रही थीं) के लिए रवाना हो गए।
राजद सुप्रीमो के इन तीनों प्रशंसक का कहना था कि उनके साहेब (लालू) शिव भक्त हैं, यहां उनकी उपस्थिति एक शिव जी की बारात को आकर्षित करती है। अंततः राबड़ी आवास पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने लालू के इन प्रशंसकों को उनके कारण उत्पन्न होने वाली दिक्कतों की वजह से उन्हें वहां के मेन गेट के पास से खदेड़ दिया।