बिहार में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है। जहां राजद और कांग्रेस के बीच ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए बातचीत जारी है, वहीं कुछ अन्य छोटे दल भी अपने प्रभाव के आधार पर सीट मांग रहे हैं। इस बीच बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा गुरुवार को कांग्रेस हाईकमान के साथ राज्य में उम्मीदवार तय करने और राजद के साथ सीट साझा करने पर चर्चा के लिए पहुंचे थे। हालांकि, सोनिया गांधी के एक कार्यक्रम की वजह से उन्हें बीच में ही बैठक छोड़कर कर दिल्ली से पटना लौटना पड़ा।

बताया गया है कि डॉ. झा ने सीट बंटवारे की चर्चाओं को बीच में ही छोड़कर दिल्ली से वापस पटना लौट गए। जानकारी के मुताबिक, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी चंपारण में स्थित कांग्रेस मुख्यालय में रखे गए एक कार्यक्रम में वर्चुअली शिरकत करेंगी। इसके अलावा उन्हें राष्ट्रपति महात्मा गांधी की प्रतिमा का भी अनावरण करना था। इन्हीं कार्यक्रमों के मद्देनजर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष इंतजाम देखने के लिए बिहार वापस लौट आए।

बता दें कि बिहार चुनाव के बाद यह पहली बार है जब सोनिया गांधी बिहार में लोगों को संबोधित करेंगी। इसमें 151 स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को सम्मानित भी किया जाएगा। चंपारण कांग्रेस परिसर में गांधीजी की प्रतिमा की स्थापना महात्मा गांधी स्थापना एवं संरक्षण समिति द्वारा की गई है। इसके अनावरण के मौके पर पटना के सदाकत आश्रम से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल होंगे। यहां पर 100 से ज्यादा दलित लोगों को कांग्रेस की सदस्यता भी दिलाई जानी है। इस कार्यक्रम के बाद ही डॉक्टर झा दोबारा दिल्ली रवाना होंगे, जहां रात में उम्मीदवार चयन की बैठक होगी।

पुलिस का दावा- राजद नेता की कार से 75 लाख रुपए जब्त, नेता फरार: बिहार में चुनाव का बिगूल बजने के साथ ही नेताओं ने वोट के बदले नोट की नीति फिर शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर पुलिस चौकसी के साथ नेताओं के लेनदेन पर नजर रख रही है। ताजा मामला पटना का ही है, जहां एक राजद नेता और सासाराम के होटल कारोबारी संजय सिंह की कार से 75 लाख रुपए पकड़े गए हैं। पुलिस का दावा है कि राजद नेता भी पटना आए थे, पर रकम की जब्ती के बाद वे अपने परिवार के साथ फरार हैं। उनके ड्राइवर सोनू ने पुलिस के सामने कहा है कि यह रकम संजय की ही है। इस मामले में आयकर विभाग ने संजय सिंह को नोटिस भी जारी किया है। अगर वे 36 घंटे में बरामद रकम के बारे में जानकारी नहीं देते, तो इसे जब्त कर लिया जाएगा।