पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मी के बीच एक अच्छी खबर आई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि करीब एक साल में (22 मार्च, 2020 के बाद) पहली बार ऐसा हुआ है कि 24 घंटे में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। राज्य में अब तक कोविड-19 संक्रमण का शिकार होकर 10,268 लोग जान गंवा चुके हैं। लेकिन अब लोगों के ठीक होने की रफ़्तार (रिकवरी रेट) 97.64 प्रतिशत तक जा पहुंची है। बीते 24 घंटे में 212 मरीज ठीक हुए। पश्चिम बंगाल में कोरोना के कुल 5,61,755 मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक मार्च को यह जानकारी दी गई।
इससे पहले ममता बनर्जी ने वैक्सिनेशन अभियान के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी थी। असेंबली चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल के लोगों को मुफ्त में कोविड-19 टीका लगवाने के लिए ममता ने बीते सप्ताह पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मदद का अनुरोध किया था। ममता का कहना था कि वह अपने राज्य के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन देना चाहती हैं। हालांकि, तब उनके पत्र की टाइमिंग को लेकर सियासी सवाल भी जमकर दागे गए थे।
No COVID-19 death in West Bengal for first time in nearly a year: Health Department
— Press Trust of India (@PTI_News) March 1, 2021
मोदी के लिखे पत्र में ममता ने कहा कि सभी संबंधित लोगों के लिए त्वरित टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जाने की आवश्यकता है। बंगाल सरकार का आपसे आग्रह है कि इस संबंध में त्वरित कदम उठाएं, जिससे राज्य सरकार जल्दी से जल्दी टीका खरीद सके। ममता ने अपने पत्र में लिखा था कि पश्चिम बंगाल सरकार सभी लोगों को मुफ्त में टीका देना चाहती है। इसके लिए केंद्र को बंगाल सरकार की मदद करनी चाहिए।
उधर, बीजेपी के नेताओं ने ममता के इस पत्र को लेकर सवाल दागे थे। उनका कहना था कि सीएम बेवजह कोरोना वैक्सीन को मुद्दा बना रही हैं। बीजेपी का कहना था कि ममता सरकार की गलत नीतियों की वजह से कोरोना संकट में बंगाल के लोग परेशानियों से दो-चार होते रहे। अब चुनाव का समय आया है तो वह मुफ्त में टीका देने की बात कह रही हैं। बीजेपी का कहना था कि केंद्र ने जो नीति सारे देश के लिए बनाई वो बंगाल में लागू होगी।
गौरतलब है कि बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं। राज्य में फरवरी के आखिर तक कम से कम 8 लाख स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों को टीका लगाया जा चुका है। सरकार ने 1 मार्च से कोरोना टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। इसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। केंद्र के अनुसार ऐसे लोगों की संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है।