Ayodhya Ram Mandir Hindi News: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शेड्यूल भी आ गया है। पीएम मोदी अयोध्या में 5 घंटे तक रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल होंगे। इस बीच रामलला की पहली झलक देखने को मिल गई है। गर्भगृह में भगवान राम को विराजमान कर दिया गया है। बुधवार को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है। आज और कल अयोध्या में रामलला के दर्शन नहीं होंगे, अब 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही दर्शन किए जा सकेंगे। आज गर्भगृह को 81 कलशों में भरे अलग-अलग नदियों के जल से शुद्ध किया जाएगा. साथ ही वास्तु शांति अनुष्ठान भी होगा। इसके अलावा रामलला के विग्रह का पुष्पाधिवास और फलाधिवास भी होगा।
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कुछ नेताओं द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार करने और समारोह को लेकर विवाद के बारे में पूछे जाने पर स्वामी चिदानंद सरस्वती कहते हैं, "मुझे लगता है कि यह 'राजनीति' नहीं बल्कि 'राष्ट्रनीति' का समय है। इस समय अगर कुछ हुआ है तो सभी गिले-शिकवे भुलाकर ऐसा करने के लिए ईश्वर को धन्यवाद देना चाहिए कि उसने हमें यह मौका दिया।"
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अभिनेता मनोज जोशी ने कहा, "इस भव्य मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा (वह मंदिर जिसकी कई पीढ़ियों ने कल्पना की थी) 22 जनवरी को होगी। मुझे लगता है कि यह हम सभी के लिए एक भावनात्मक क्षण है। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं आभारी हूं कि प्राणप्रतिष्ठा यज्ञ देख सकूंगा और इसकी स्मृति लेकर वापस जा सकूंगा। यह एक अद्भुत, अद्वितीय और ईश्वरीय क्षण है।"
22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में पूजा अनुष्ठान जारी है। आज पांचवे दिन पूजा की जा रही है। मुख्य यजमान अनिल मिश्रा हैं।
22 जनवरी को करीब पांच घंटे अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे। पीएम मोदी एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर से साकेत महाविद्यालय पहुंचेंगे। वहां से सड़क मार्ग से राममंदिर जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी कुबेर टीला पर बने शिवमंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, ''मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला है। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जब भगवान बुलाएं तो हमें उसी समय जाना चाहिए। आने वाले दिनों में आप देखेंगे कि मेरा पूरा परिवार अयोध्या जाएगा।"
दिल्ली में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी रहेगी। दिल्ली के एलजी वी.के. सक्सेना ने अयोध्या में राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी 2024 (सोमवार) को दिल्ली सरकार के सभी कार्यालयों/यूएलबी/स्वायत्त निकायों/उपक्रमों और बोर्डों को आधे दिन के लिए बंद करने की मंजूरी दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये प्रस्ताव एलजी को भेजा था।
जर्मनी के एक संत shanak Sanatan Das ने कहा, "यहां अयोध्या में बहुत अच्छा महसूस होता है। अयोध्या एक पवित्र धाम है। मैं यहां 1992 में आया था और इस जगह की बहुत उपेक्षा की गई थी, लेकिन इस बार जब मैं यहां आया हूं यहां विकास नजर आ रहा है।"
प्राणप्रतिष्ठा समारोह से पहले, जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा,"मुझे वही महसूस हो रहा है जो वशिष्ठ जी को महसूस हुआ था जब राम जी 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे।"
DIG मनोज कुमार शर्मा, NDRF वाराणसी ने कहा, "22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देजनर हमारी 3 टीमें यहां तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ समन्वय बनाकर हमने टीमें तैनात की हैं। हमारी एक टीम घाटों पर तैनात है। हम हर तरीके की चुनौती से निपटने के लिए सक्षम हैं।"
अयोध्या राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, "विनाश काले विपरीत बुद्धि...उन्हें कोई ज्ञान नहीं है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के साथ राजभवन, चेन्नई के परिसर में रुद्राक्ष के पौधे लगाए।
श्री राम मंदिर के 'यजमान' अनिल मिश्रा ने कहा, "देश और दुनिया भर से श्री राम के लिए जाति, पंथ और भाषा से ऊपर उठकर लोग प्रसाद चढ़ा रहे हैं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अलीगढ़ से अयोध्या पहुंच गया है 6 महीने में बना करीब 400 किलो वजनी ताला और चाबी।
भगवान राम की मूर्ति सामने आने पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा,"प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें प्रकट नहीं की जा सकतीं। जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें देखी जा सकें, वह है असली मूर्ति नहीं। अगर आंखें देखी जा सकती हैं तो आंखें किसने दिखाईं और मूर्ति की तस्वीरें कैसे वायरल हो रही हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।"
दिल्ली के बाबर रोड़ पर हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाया गया 'अयोध्या मार्ग' का स्टिकर अब हटा दिया गया है।
हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के बाबर रोड पर 'अयोध्या मार्ग' का स्टीकर लगाया। नाम से जुड़ा हुआ यह मुद्दा पहले भी सामने आता रहा है।
राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' से पहले पीएम मोदी के 11 दिवसीय 'अनुष्ठान' पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, "जो व्यक्ति 'अनुष्ठान' करता है उसे फर्श पर सोना होता है, झूठ नहीं बोलता, जप करता है 'गायत्री मंत्र' जैसे मंत्रों में पत्ते पर भोजन करना होता है और 'ब्रह्मचर्य' का पालन करना होता है।"
मध्य प्रदेश में सभी सरकारी दफ्तर आधे दिन बंद रहेंगे। राज्य सरकार ने यह ऐलान किया।
भाजपा ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाने के कार्यक्रमों में बाधा डालने का आरोप लगाया। वहीं, टीएमसी ने भाजपा के आरोपों का खंडन करते हुए पलटवार भी किया।
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के बीच, भगवान राम के चित्र वाली चूड़ियों से लेकर 56 प्रकार के ‘पेठा’ तक और लोहा-तांबा से बने 500 किलोग्राम (किग्रा) वजन के नगाड़ा सहित देशभर से उपहारों की वहां बाढ़ सी आ गई है। अयोध्या में 22 जनवरी के समारोह के लिए उपहारों की सूची में कन्नौज से विशेष इत्र, अमरावती से कुमकुम के 500 किग्रा पत्ते, दिल्ली में एक राम मंदिर में एकत्रित अनाज, भोपाल से फूल और मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से, कागज पर 4.31 करोड़ बार ‘भगवान राम’ लिखे कागज भी शामिल हैं। राम मंदिर प्रबंधन समिति को 108 फुट लंबी अगरबत्ती, 2,100 किग्रा का घंटा, 1,100 किग्रा का एक विशाल लैम्प, 10 फुट ऊंचा एक ताला और चाभी तथा आठ देशों के समय को एक साथ दर्शाने वाली एक घड़ी सहित अन्य वस्तुएं भी प्राप्त हुई हैं।
अरणि से प्रकट अग्नि की नवकुण्डों में स्थापना हुई। हवन का कार्य भव्यता से हुआ।
https://twitter.com/ShriRamTeerth/status/1748362787783635047
उत्तराखंड के देहरादून में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए खास तैयारियां की गई हैं।
नई दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में २२ जनवरी को दोपहर ढाई बजे तक अवकाश रहेगा।
अयोध्या में राम मंदिर में होने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर मद्देनजर 22 जनवरी को राजस्थान में आधे दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। उस दिन सभी राजकीय कार्यालयों में अपराह्न 2 बजे तक अवकाश रहेगा।
वाराणसी में बन रहे 5 क्विंटल लड्डू
अयोध्या स्थित राममंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदी भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि 22 जनवरी के इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण उनकी बैरक में किया जाएगा। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले, कैदी विभिन्न सामान तैयार करने में व्यस्त हैं, जिन्हें समारोह के लिए भेजा जा रहा है और जेलों में उनके लिए 'रामकथा' और भजन सुनने की भी व्यवस्था की जा रही है। कैदियों के लिए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के सीधा प्रसारण के लिए की गई व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर, जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, "हम उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए जेलों के अंदर व्यवस्था कर रहे हैं। जेल के अंदर हर कोई कट्टर अपराधी नहीं है और वे समारोह का सजीव प्रसारण देखने के लिए बहुत उत्सुक हैं।"
अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाली संविधान पीठ का हिस्सा रहे प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ सहित उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों को 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राजकीय अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। मौजूदा प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ के अलावा, तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और पूर्व प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे, पूर्व न्यायाधीश अशोक भूषण और एस अब्दुल नजीर उस पीठ का हिस्सा थे जिसने नौ नवंबर 2019 को यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समारोह में आमंत्रित किये गए 50 से अधिक न्यायविदों में पूर्व प्रधान न्यायाधीश, अन्य न्यायाधीश और शीर्ष वकील तथा ‘रामलला’ के वकील के. परासरन भी शामिल हैं। सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता और पूर्व अटार्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल भी आमंत्रित किये गए हैं।
भारत में अयोध्या और थाईलैंड में अयुध्या- भले ही भौगलिक सीमाओं में विभाजित हैं लेकिन दोनों शहर सिर्फ नाम से ही नहीं मिलते-जुलते हैं बल्कि भगवान राम में विश्वास के मामले में भी दोनों एक-दूसरे के समान हैं। दोनों शहरों के बीच की दूरी साढ़े तीन हजार किलोमीटर है लेकिन भगवान राम में विश्वास लगभग एक समान है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में महज तीन दिन शेष रहने के बीच अयुध्या भी इस कार्यक्रम में शामिल होने को तैयार है। अयोध्या मंदिर ट्रस्ट को राम मंदिर के लिए अयुध्या से मिट्टी और थाईलैंड की तीन नदियों का जल प्राप्त हुआ है। इन तीन नदियों में चाओ फ्रया, लोप बुरी और पा साक शामिल हैं। चाओ फ्रया नदी के किनारे बसा शहर अयुध्या एक प्राचीन नगर है, जो बैंकॉक से 70 किलोमीटर उत्तर में स्थित है और यह अपने समृद्ध व जीवंत सांस्कृतिक इतिहास के लिए यूनेस्को की वैश्विक धरोहर सूची में शामिल है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शुक्रवार को सवाल किया कि क्या भगवान राम एक मंदिर तक ही सीमित हैं। उन्होंने जम्मू पत्रकारों से बात करते हुए यह भी पूछा कि क्या श्री राम विशेष रूप से भाजपा या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राम पर किसी का एकाधिकार नहीं है।’’ अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘क्या भगवान राम केवल एक मंदिर में रहते हैं? क्या राम के पास कोई अन्य घर (मंदिर) नहीं है? राम सर्वव्यापी हैं। वह वहां भी हैं जहां कोई राम मंदिर नहीं है। वह पूरी दुनिया के राम हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अल्पसंख्यक मोर्चा अयोध्या में भी मुसलिमों के धार्मिक स्थानों की साफ-सफाई करेंगे। साथ ही भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने अयोध्या में आने वाले राम भक्तों का स्वागत करने का निर्णय लिया है। मोर्चा के कार्यकर्ता अयोध्या में मुफ्त चाय के स्टाल लगाएंगे और राम भक्तों को दीया वितरण भी करेंगे।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविन्द गिरी जी महाराज ने बताया कि रामलला की पुरानी मूर्ति को भी 20 जनवरी को गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा। चूंकि वो भगवान राम की चल प्रतिमा है, ऐसे में उसे अचल प्रतिमा के सामने ही रखा जाएगा। रामलला की नई मूर्ति का निर्माण मूर्तिकार अरुण योगीराज ने किया है।