उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर के अवशेष मिलने का दावा किया गया है। दरअसल, राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। राम जन्मभूमि परिसर के समतलीकरण का काम चल रहा है। पांच फीट का शिवलिंग, खंडित मूर्तियां और खंभे मिलने का दावा किया गया है।

मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का कहना है कि समतलीकरण के दौरान  खंडित मूर्तियां, पुष्प, कलश, आमलक, दोरजाम्ब आदि कलाकृतियां, मेहराब के पत्थर, 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तम्भ, 8 रेड सैंड स्टोन के स्तंभ और 5 फिट आकार की नकाशीयुक्त शिवलिंग की आकृति मिली।

बता दें कि रामजन्मभूमि विवाद को लेकर कोर्ट के फैसले से पहले निर्माण कार्य पर पूरी तरह से रोक लगाई गई थी। कोर्ट के फैसले के बाद से मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया गया। परिसर में 11 मई से समतलीकरण का काम शुरू हुआ है, जो अभी भी जारी है। कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है और 10 मजदूरों की एक टीम समतलीकरण का काम कर रही है।

क्या था कोर्ट का फैसला:  9 नवंबर 2019 को कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए 2.77 एकड़ जमीन रामलला को दी थी। कोर्ट ने मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार को एक ट्रस्ट बनाने के लिए कहा था। 5 जजों की यह फैसला सुनाया था।  कोर्ट ने माना था कि 1857 से लेकर 1949 तक मुसलमानों ने वहां नमाज पढ़ी। कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही किसी वैकल्पिक जगह पर 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था।

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