कांग्रेस में नेतृत्व विवाद के बीच सोमवार को लेखक आनंद रंगनाथन ने पार्टी के दो सीनियर नेताओं शशि थरूर और कपिल सिब्बल की तुलना शैंपू और कंडिश्नर के कॉम्बो से करा दी। उन्होंने कहा, “कपिल सिब्बल और शशि थरूर की जोड़ी को बाज़ार में शैम्पू और कंडीशनर की तरह से बेचा जाना चाहिए।” आगे उन्होंने इन दोनों नेताओं को पाखंडी करार दिया।
रंगनाथन के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स और फॉलोअर्स ने प्रतिक्रियाएं दीं। हरीश नाम के यूजर ने लिखा- गाँधी परिवार की वर्षों तक गुलामी करने के बाद आज कांग्रेस के कई नेताओं में सच बोलने तक की हिम्मत तक नहीं बची है। आज जब कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज हो गई है तब भी ये नेता उसके साथ डूब कर मर मिटने को तैयार खड़े हैं।
@ManojSheladia ने कहा- मतलब ये साबित हो गया कि जाने-माने सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील ने बिना तथ्यों की जांच के राहुल गांधी के खिलाफ ट्वीट कर दिया। कौन इनकी मदद लेगा? वहीं, एक अन्य यूजर Amaynagar ने कपिल सिब्बल के दो ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट को लगाते हुए लिखा है कि सोनिया गाँधी का कॉल आने से पहले और सोनिया गाँधी की धमकी के बाद।
Pic 1 : Sonia Ji ka call aane se pehle..
Pic 2 : sonia ji dwara dhamki dene ke baad… pic.twitter.com/JI1eI2Oh02
— Amaynagar (@amaynagar2) August 24, 2020
@Ra_Bies ने लेखक को टैग करते हुए लिखा- सर ऐसे ट्वीट करने सिखा दीजिए, अपना अंगूठा काट कर दे दूंगा।
चरणचाट गुलामों का इसपर क्या कहना है ? आलम ये है कि संभवतः आलाकमान के निर्देश पर ‘कपिल सिब्बल’ को अपना ट्वीट तक डिलीट करना पड़ा। यही है कांग्रेस के अंदर की ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ की दास्तान pic.twitter.com/Cf7fx2ULkr
— Avinash Srivastava (@go4avinash) August 24, 2020
Was there Head & Shoulders in the bathroom?
— MOHAN JANGA (@MOHANJANGA1) August 24, 2020
बता दें कि सिब्बल ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर उनपर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उन्होंने पिछले 30 वर्षों में भाजपा के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया, इसके बावजूद ‘हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं।’ सिब्बल के इस ट्वीट पर विवाद खड़ा होने के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने ‘सांठगांठ’ के आरोप वाली कोई टिप्पणी नहीं की।
उन्होंने सिब्बल के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘‘कृपया, फर्जी विमर्श अथवा गलत सूचना फैलाए जाने से गुमराह मत होइए। परंतु हमें एक दूसरे से लड़ने एवं कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के बजाय अधिनायकवादी मोदी सरकार से लड़ने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।’’ हालांकि, सिब्बल ने राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर सोमवार को उन पर निशाना साधने के कुछ देर बाद कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें खुद सूचित किया कि उनके हवाले से जो कहा गया है वो सही नहीं हैं और ऐसे में वह अपना पहले का ट्वीट वापस लेते हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)