असम विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होना है। बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से चुनाव प्रचार लगातार जारी है। एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस आती है तो अशांति आती है, भाजपा आती है तो विकास आता है। वहीं एक अन्य सभा में प्रियंका गांधी ने कहा कि 5 साल की कोई उपलब्धि न गिना पाने वाली भाजपा असम में नकारात्मक राजनीति कर रही है।
अमित शाह ने कहा कि आपने 5 साल भाजपा को दिए, आज असम विकास के रास्ते पर चल पड़ा है। 5 साल में क्या एक भी आंदोलन हुआ है? कोई गोली से मरता है क्या? आतंकवाद होता है क्या? इसका मतलब साफ है कि कांग्रेस आती है तो अशांति आती है, भाजपा आती है तो विकास आता है। शाह ने कहा कि 5 साल पहले असम में कांग्रेस का शासन था। तब आंदोलन चल रहे थे, गोलियां चल रही थीं, लोग मर रहे थे, दिनों-दिनों तक कर्फ्यू लगता था।
आतंकवादी खुले आम उत्पात मचा रहे थे, विकास का कहीं पर भी नामो-निशान नहीं था। उन्होने कहा कि कांग्रेस की नीति है झगड़ा कराओ, तोड़ो और राज करो। इन्होंने असमियों-बंगालियों के बीच झगड़ा कराया, अपर असम – लोवर असम के बीच झगड़ा कराया। लेकिन भाजपा की नीति है, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास।
अमित शाह ने कहा कि असम की भाजपा सरकार ने मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण के समय जिस तरह से असम को बचाया है, उसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी को बधाई देता हूं।सबका मानना था कि असम में स्वास्थ्य सेवाएं अच्छी नहीं हैं, यहां का क्या होगा। लेकिन यहां आज सबसे कम मामले आते हैं।
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के दांत खाने के कुछ तथा दिखाने के कुछ और हैं।कांग्रेस को वोट देने का मतलब अंधकार लाना है, विकास के लिये नरेन्द्र मोदी का हाथ थामें।
‘कांग्रेस करेगी समावेशी विकास’: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि 5 साल की कोई उपलब्धि न गिना पाने वाली भाजपा असम में नकारात्मक राजनीति कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने सकारात्मक कदम उठाते हुए असम के लोगों की 5 गारंटी देकर असम के समावेशी विकास का एक रोड मैप दिया है।

