2024 लोकसभा को लेकर एक तरफ ममता बनर्जी कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात कर रणनीति बनाने की कवायद कर रही हैं वही दूसरी ओर शिवसेना भी देश का नेतृत्व करने को तैयार है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे देश का नेतृत्व करने में सक्षम हैं। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे देश का नेतृत्व करने के लिए बेहतरीन नेता हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को अपने पांच दिवसीय दौरे के लिए दिल्ली पहुंचीं। यह तीसरी बार पश्चिम बंगाल की सत्ता संभालने के बाद उनका राष्ट्रीय राजधानी का पहला दौरा है और वह मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकती हैं। तृणमूल कांग्रेस की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार, ममता बनर्जी मंगलवार को शाम चार बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी। वह बुधवार को राष्ट्रपति कोविंद से भी मिल सकती हैं।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में हैं। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली ममता बनर्जी का विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद यह पहला दिल्ली दौरा है। बनर्जी का कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात का भी कार्यक्रम है।
संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली दौरे पर पहुंचीं ममता बनर्जी अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं। इससे पहले ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा था कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इस सप्ताह मुलाकात का समय दिया है। हालांकि, बनर्जी ने प्रधानमंत्री के साथ प्रस्तावित बैठक का विवरण साझा करने से इंकार कर दिया था। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि 26-30 जुलाई के दौरे के दौरान ममता बनर्जी संसद भी जा सकती हैं।
अखंड साथ.अतूट नाते.
राष्ट्राचे नेतृत्व करण्याची क्षमता आपल्यात आहे..तो दिवस लवकरच उगवेल..
आपणास वाढदिवसानिमित्त मनःपूर्वक शुभेच्छा!@OfficeofUT pic.twitter.com/brQEcwDo3T— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 27, 2021
वहीं, बनर्जी के दिल्ली दौर पर निशाना साधते हुए भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फर्जी टीकाकरण शिविर मामला, चुनाव बाद हिंसा और अन्य मुद्दों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही हैं और इससे बचने के लिए वह कुछ दिन के लिए राज्य से बाहर रहना चाहती हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों को एकजुट करने का बनर्जी का प्रयास सफल नहीं होगा।