एंटीलिया केस को लेकर गिरफ्तार किए गए सचिन वाजे को सस्पेंड कर दिया गया। समाचार एजेंसी ANI को मुंबई पुलिस के पीआरओ एस चैतन्य ने बताया, “पुलिस अफसर वाजे को अडिश्नल सीपी स्पेशल ब्रांच के आदेश के द्वारा निलंबन में रखा गया है।”

दरअसल, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के पास 20 जिलेटिन छड़ों के साथ मिली स्कॉर्पियों कार के मामले की जांच कर रही है और इसी सिलसिले में शनिवार रात को वाजे की गिरफ्तारी की थी। वाजे (49) को ‘मुठभेड़’ में 63 कथित अपराधियों को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है। उनपर ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरन की कथित हत्या को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियों एसयूवी कार हिरन की ही थी और पांच मार्च को ठाणे जिले के क्रीक में वह मृत मिले थे।

मुंबई की अदालत ने रविवार को वाजे को 25 मार्च तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने इससे पहले बताया कि वाजे को भारतीय दंड संहिता की धारा-286 (विस्फोटक सामग्री के संबंध में लापरवाही), धारा-465 (फर्जीवाड़ा), धारा-473 (फर्जीवाड़ा करने के इरादे से जाली मुहर रखना या बनाना), धारा- 506(2)आपराधिक उद्देश्य, धारा-120बी (आपराधिक साजिश) और विस्फोटक अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है।

हिरासत में लेने के लिए एनआईए की ओर दिए गए आवेदन में कहा गया कि चश्मदीदों के बयान से वाजे की मामले में संलिप्तता प्रतीत होती है। वाजे 1990 के राज्य काडर के अधिकारी हैं। उन्हें वर्ष 2004 में घाटकोपर धमाके के संदिग्ध ख्वाजा यूनिस की हिरासत में हुई मौत मामले में भी निलंबित किया गया था लेकिन पिछले साल उन्हें बहाल कर दिया गया।

उधर, शिवसेना ने सोमवार को कहा कि वाजे को गिरफ्तार किया जाना महाराष्ट्र पुलिस का ‘‘अपमान’’ है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया कि जब महाराष्ट्र पुलिस की जांच करने की काबिलियत और बहादुरी को दुनियाभर में सराहा जा रहा है, तब एनआईए इस मामले की जांच कर रही है। इसमें कहा गया कि यदि वाजे इस मामले में दोषी हैं, तो मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) उनके खिलाफ कार्रवाई करने में सक्षम हैं, लेकिन एनआईए ऐसा नहीं होने देना चाहता था।

शिवसेना ने आरोप लगाया कि वाजे ने अन्वय नायक आत्महत्या मामले में जब से पत्रकार अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार किया था, वह तभी से ‘‘भाजपा और केंद्र के निशाने पर’’ थे। रायगढ़ पुलिस ने 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नायक और उसकी मां की आत्महत्या के संबंध में पिछले साल चार नवंबर को गोस्वामी और दो अन्य को गिरफ्तार किया था।

एनआईए ने 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के निकट विस्फोटकों से भरी एक कार पाए जाने की जांच के सिलसिले में वाजे को शनिवार को गिरफ्तार किया था। कार में जिलेटिन की 20 छड़ें मिली थीं। कार के मालिक एवं ठाणे के रहने वाले कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में भी वाजे की भूमिका सवालों के घेरे में है। हिरेन पांच मार्च को ठाणे जिले में मृत पाए गए थे। वाजे ने 63 कथित अपराधियों को मुठभेड़ में मारा है।

शिवसेना ने कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि जब राज्य पुलिस की जांच करने की काबिलियत और बहादुरी को दुनियाभर में सराहा जा रहा है, तो ऐसे में एनआईए जिलेटिन की 20 छड़ें मिलने के मामले की जांच कर रही है। संपादकीय में कहा गया, ‘‘एनआईए द्वारा वाजे को गिरफ्तार किया जाना राज्य पुलिस का अपमान है और ऐसा जानबूझकर किया गया। जो लोग इस बात पर खुशी जता रहे हैं, वे राज्य की स्वायत्तता को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’’

मुखपत्र में सच के जल्द सामने आने की उम्मीद जताई गई है। संपादकीय में कहा गया है कि राज्य सरकार ने विस्फोटकों से भरा वाहन मिलने और हिरेन की मौत के मामलों की जांच एटीएस को सौंप दी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने विस्फोटकों के मामले की जांच एनआईए को सौंप दी। शिवसेना ने कहा कि इसके लिए जल्दबाजी की जरूरत नहीं थी।

उसने कहा कि यह अब भी ‘‘रहस्य’’ है कि विस्फोटक पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) कैसे पहुंचे और उन्होंने (2019 में) 40 जवानों की जान ले ली। उसने कहा, ‘‘कश्मीर घाटी में हर रोज विस्फोटक मिल रहे हैं। क्या एनआईए वहां जाकर भी जांच करती है?’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)