AAP vs Congress: एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी, BJP को घेरने के लिए कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित अपनी कार्यसमिति में मंथन करने वाली है, तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन में उसकी सहयोगी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस के खिलाफ ही चक्रव्यूह रचना शुरू कर दिया है। दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है और शायद कांग्रेस की यही आक्रामकता आम आदमी पार्टी को परेशान कर रही है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन से कांग्रेस पार्टी को बाहर करने के प्लान पर काम कर रही है। अरविंद केजरीवाल के इस प्लान के तहत आम आदमी पार्टी के नेता इंडिया गठबंधन के अलग-अलग राजनीतिक दलों से बातचीत करने वाले हैं।
AAP ने कांग्रेस पर लगाया BJP के साथ काम करने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस पार्टी से सबसे ज्यादा नाराज है। इसलिए वह इंडिया अलायंस से कांग्रेस पार्टी को बाहर करने के लिए दूसरी पार्टियों से बातचीत करेगी। आप का आरोप है कि कांग्रेस है कि कांग्रेस दिल्ली में बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है।
दिल्ली चुनाव को लेकर आक्रामक कांग्रेस
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी आक्रामक है और पार्टी की तरफ से लगातार चुनाव को लेकर रणनीति जनता के साथ शेयर की जा रही है। बीते दिनों ही कांग्रेस ने आप और बीजेपी के खिलाफ आरोपपत्र जारी किया था, जिसमें दिल्ली सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए थे। पार्टी ने अपने 47 उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं।
केजरीवाल के खिलाफ दर्ज कराई FIR
कांग्रेस, आप के इस हद तक खिलाफ चली गई है कि कांग्रेस के ही एक नेता ने बीते दिन एक FIR दर्ज की थी। आम आदमी पार्टी इसी के चलते कांग्रेस से सबसे ज्यादा नाराज है। दिल्ली यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने 25 दिसंबर की शाम पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत की थी। लाकड़ा ने आरोप लगाया था कि AAP ने अपनी योजनाओं के जरिए जनता को गुमराह किया है और उनके साथ धोखा किया है।
दिल्ली में नहीं लागू हैं महिला सम्मान और संजीवनी योजना
AAP की योजनाओं को लेकर नाराजगी
कांग्रेस पार्टी के यूथ विंग ने, जब दिल्ली सरकार के ही कुछ विभागों ने AAP की योजनाओं की प्रमाणिकता पर सवाल खड़े कर दिए थे। इसको लेकर विभागों ने एडवाइजरी भी जारी की और इन योजनाओं को भ्रामक बताते हुए जनता को चेतावनी दी गई है, कि वे इनसे सावधान रहें। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपक लिया है और केजरीवाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर डाली है।
कांग्रेस पार्टी के लिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से ही मुसीबतें बढ़ गई है, क्योंकि इंडिया गठबंधन के अहम पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस हाशिए पर है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से लेकर एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार, शिवसेना यूबीटी, समाजवादी पार्टी समेत कई राजनीतिक दल इस बात पर भी सहमत है कि इंडिया गठबंधन की मेजबानी कांग्रेस के बजाए किसी अन्य दल के पास हो।
ऐसे में अरविंद केजरीवाल का कांग्रेस को इडिया गठबंधन के बाहर करने का झंडा बुलंद करना, कांग्रेस की एक नई टेंशन बन गया है। दिल्ली राजनीति और चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।