हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ होने के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव पर पड़ने वाले असर पर मंथन शुरू हो गया है। नतीजों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने नेताओं को अति आत्मविश्वास और आपसी कलह से बचने की सलाह दी ही है। दिल्ली विधान सभा चुनाव से पहले ‘बूथ स्तरीय तैयारी’ को लेकर पार्टी मुख्यालय में अहम बैठक शुरू हो गई है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बूथ स्तरीय तैयारी को लेकर पार्टी मुख्यालय में अहम बैठक शुरू हो गई है। बीते शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने प्रदेश संगठन मंत्रियों, जिला अध्यक्षों, जिला सचिवों और कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा कि हमें भाजपा के किसी भी षड्यंत्र में नहीं फंसना है, हमें सिर्फ काम की राजनीति पर अपना ध्यान केंद्रित करना है।

दिल्ली में आप का संगठन काफी मजबूत

पाठक ने कार्यकर्ताओं से कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी पूरी तरीके से तैयार है। दिल्ली में हमारा संगठन पहले से ही काफी मजबूत है जिसे और ज्यादा मजबूती तक लेकर जाना है। हमें प्रदेश के हर बूथ को मजबूत बनाना है। केजरीवाल का जेल में रहने के दौरान भाजपा ने पार्टी को तोड़ने की पूरी कोशिश की लेकिन हमारे किसी भी नेता ने भाजपा के साथ समझौता नहीं किया। आम आदमी पार्टी का कोई भी नेता भाजपा के सामने नहीं झुका।

‘आधा राज्य चलाने में कोई दिक्कत आए तो मैं करूंगा मदद’, अरविंद केजरीवाल ने उमर अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर को लेकर कही बड़ी बात

हरियाणा में पांच सीटों पर आप ने कांग्रेस को हराने में अहम भूमिका निभाई। उचाना कलां विधानसभा सीट पर आप 2495 वोट मिले, यहां से भाजपा केवल 32 वोटों के अंतर से जीती। डबवाली में आप को 6606 वोट मिले, जबकि यहां से कांग्रेस उम्मीदवार की 610 वोटों से हार हुई। दादरी विधानसभा सीट पर भाजपा ने 1957 वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया, जबकि यहां आप को 1339 वोट मिले। महेंद्रगढ़ सीट पर भाजपा को 63036 वोट मिले और उन्होंने कांग्रेस को 2648 वोटों के अंतर से हराया, जबकि आप प्रत्याशी को 1740 वोट मिले। असंध में भी भाजपा ने कांग्रेस को 2306 वोटों के अंतर से हराया, जबकि आप को यहां 4290 वोट मिले।