कोरोना काल में देश के 46 फीसदी लोग सरकारी अस्पताल में जाने से डरते हैं। उन्हें लगता है कि अगर वे वहां जाएंगे, तो इस महामारी के संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। वहीं, 57 प्रतिशत जनता ने माना है कि निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज करना काफी मुश्किल है, क्योंकि वहां के खर्चे हद से अधिक होते हैं। और, यही चीज उनके लिए चिंता का विषय है। ये बातें शनिवार को जारी किए गए एक सर्वे की रिपोर्ट में सामने आईं। दरअसल, हाल ही कम्युनिटी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म LocalCircles ने कोरोना को लेकर सर्वेक्षण किया था।

पोल में पहले सवाल में लोगों से पूछा गया कि क्या उनकी जान-पहचान में कोई कोरोना पॉजिटिव निकला? सात फीसदी लोगों ने स्वीकारा कि उनके संपर्क में कम से कम एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिला, जो कि उनके परिवार, दोस्तों, सहयोगियों और पड़ोसियों में से एक था। वहीं, 89 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उनके संपर्क में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं आया, जबकि चार फीसदी लोगों ने कहा कि उनका इस संदर्भ में कोई मत नहीं है।

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आगे यह भी जाना गया कि अगर वे कोरोना संक्रमित हुए, तो वे कहां इलाज कराना पसंद करेंगे? जवाब में 32 फीसदी लोगों ने बताया कि वे निजी अस्पताल में जाएंगे, जबकि 22 प्रतिशत ने कहा कि वे सरकारी अस्पताल में खुद को दिखाएंगे और 32 प्रतिशत ने कहा कि वे किसी भी अस्पताल नहीं जाएंगे। वहीं, 14 प्रतिशत लोगों की इस चीज को लेकर राय साफ नहीं रही।

सर्वे में 72 फीसदी लोगों ने कहा कि 19 सर्वाधिक प्रभावित जिलों में लॉकडाउन दो हफ्ते के लिए बढ़ाने की जरूरत है। हालांकि, 12 मई को इन जिलों में लॉकडाउन के विस्तार का समर्थन करने वालों की दर 45 फीसदी थी। देश के 237 जिलों में किए गए इस पोल में 40,000 से अधिक लोगों की राय शामिल है, जिसमें 63% पुरुष हैं और 37% महिलाएं हैं। 46% लोग टियर 1 शहरों से, 35% टियर 2 और 19% जनता टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से है।

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बता दें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में शनिवार को रिकॉर्ड 265 लोगों की मौत और 7,964 नए मामले सामने आए। इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में देशवासियों से आने वाले दिनों में भी ‘‘धैर्य और जीवटता’’ बनाए रखने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण यह संकट की घड़ी, देशवासियों के लिए संकल्प की घड़ी है और कोई भी आपदा या विपत्ति 130 करोड़ भारतीयों का वर्तमान और भविष्य तय नहीं कर सकती है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फिर भरोसा कि लोग घबराएं नहीं। सरकार कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।