Tips Control Blood Sugar Quickly:डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी (chronic diseas)है जिसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। देश और दुनिया में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भारत डायबिटीज का हब बन गया है जहां टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल इस बिमारी के लिए जिम्मेदार है। डायबिटीज के मरीजों की अक्सर फॉस्टिंग शुगर और खाने के बाद की शुगर हाई रहती है।

डाइट में कार्बोहाइड्रेट और मीठे का अधिक सेवन ब्लड में शुगर का स्तर हाई करने के लिए जिम्मेदार है। भोजन के बाद ब्लड में शुगर का स्तर 180 mg/dl तक हो तो सामान्य माना जाता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों में कभी-कभी ब्लड शुगर का स्तर 600 के पार भी चला जाता है और यूरीन में कीटोन भी आता है इस स्थिति को डायबिटिक कीटोएसिडोसिस कहते हैं। शुगर का ये स्तर सेहत के लिए खतरनाक स्थिति है। इस लेवल तक शुगर के पहुंचने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

डायबिटीज, थॉयराइड हॉर्मोन स्पेशलिस्ट कंसल्टेंट अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टर बी के राय के मुताबिक डायबिटीज की ये स्थिति बेहद खराब है। शुगर का स्तर इस लेवल तक पहुचने से बॉडी में कमजोरी होने लगती है और वजन तेजी से कम होने लगता है।

पैंक्रियाज इंसुलिन का कम उत्पादन (low production of insulin)करता है जिसकी वजह से ब्लड शुगर (blood sugar)का स्तर हाई होने लगता है। शुगर के इस स्तर में मरीज के बॉडी के अंग भी प्रभावित होते हैं कई बार स्थिति ऐसी हो जाती है कि मरीज बेहोश (Unconscious) तक हो जाता है। आइए जानते हैं कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन से उपाय अपनाएं।

पानी का अधिक सेवन करें: (Drink more water)

अगर ब्लड शुगर का स्तर हाई जा रहा है और यूरीन में कीटोन (ketones)आ रहा है तो आप ज्यादा से ज्यादा पानी (Drink more water)का सेवन करें। पानी का अधिक सेवन करेंगे तो ब्लड में मौजूद शुगर यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाएगी। कीटोन्स आमतौर पर टाइप-2 डायबिटीज (type-2 diabetes)की तुलना में टाइप 1 डायबिटीज (type-1 diabetes)के मरीजों में अधिक देखा जाता है। नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक 0.6 मिलीमोल्स प्रति लीटर एक सामान्य स्थिति है इससे अधिक होना सेहत के लिए खतरा है।

600 शुगर है तो तुरंत इमर्जेंसी ट्रीटमेंट कराएं: (If blood sugar croos 600mg/dl then get emergency treatment immediately)

अगर ब्लड शुगर 500 से ऊपर जाता है तो मरीज को बेहद पेशाब आएगा, थकान रहेगी और आंखों की रोशनी कम होने लगेगी। मरीज की एलर्टनेस कम होने लगती है। लम्बे समय तक शुगर का स्तर हाई रहने से मरीज बेहोश हो सकता है। इस स्थिति में मरीज इंसुलिन का इंजेक्शन (insulin injection)
लगाएं। यूरीन में कीटोन्स आने का मतलब है कि पैंक्रियाज ने इंसुलिन बनाना बंद कर दिया है। डॉक्टर की सलह के मुताबिक इंसुलिन का इंजेक्शन लें।

अगर शुगर हाई है तो सब्जियों की खिचड़ी का सेवन करें: (If sugar is high so eat vegetable)

डायरेक्टर संत कबीर क्लीनिक के डॉक्टर मंदीप दहिया के मुताबिक अगर शुगर का स्तर 500 से 600 होने पर इंफर्टिलिटी हो सकती है और बॉडी में कमजोरी हो सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक शुगर के मरीज अगर दवाई खा रहे हैं तो भी शुगर कंट्रोल नहीं हो रही है तो आप हरी तरी वाली सब्जियों को डाइट में शामिल करें। इन सब्जियों में आप कद्दू, टिंडा, तोरी और करेला का सेवन करें। इन सभी मिक्स वेज का सूप और खिचड़ी खाने से एक दो दिन में ही शुगर का स्तर कंट्रोल आने लगेगा।

तुलसी की चाय पीएं: (Drink Tulsi Tea)

अगर आपका ब्लड शुगर हाई रहता है तो आप तुलसी की चाय (Tulsi Tea)का सेवन करें। तुलसी की चाय इम्युनिटी को संट्रॉन्ग करेगी और ब्लड शुगर को कंट्रोल करेगी।