डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या देश और दुनियां में तेज़ रफ्तार से बढ़ रही है। तनाव, खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल इस बीमारी के पनपने का मुख्य कारण है। डायबिटीज की बीमारी का कोई इलाज नहीं है सिर्फ इसे कंट्रोल किया जाता है। डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो इस बीमारी के जोखिम बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है। जब शरीर के पैन्क्रियाज में इंसुलिन की कमी होने लगती है तो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। इंसुलिन एक तरह का हार्मोन होता है जो शरीर के भीतर पाचन ग्रंथि से बनता है।

डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो दिल, किडनी, लंग्स और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो फॉस्टिंग शुगर से लेकर खाने के बाद शुगर के स्तर की जांच करें। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल करना जरूरी है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि डाइट में कुछ फूड्स का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों की परेशानी को बढ़ा सकते हैं इसलिए उनसे परहेज करना जरूरी है। आइए जानते हैं कि कौन से चार फूड्स का सेवन करने से ब्लड शुगर बढ़ता है।

हैवी कार्बोहाइड्रेट फूड्स से करें परहेज: (Heavily processed carbohydrates)

जर्नल ऑफ़ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) में प्रकाशित 2007 के एक अध्ययन के अनुसार हैवी कार्बोहाइड्रेट फूड्स टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों की परेशानी को 21 फीसदी तक बढ़ा देते हैं। डायबिटीज के मरीज डाइट में हैवी कार्बोहाइड्रेट फूड्स से परहेज करें। इन फूड्स में सफेद आटे, सफेद चीनी और सफेद चावल से बने फूड शामिल हैं जिनमें चोकर फाइबर, विटामिन और खनिजों की मात्रा कम होती है। ऐसे फूड्स में ब्रेड, मफिन, केक, क्रैकर्स और पास्ता शामिल हैं।

मीठे ड्रिंक तेजी से बढ़ाते हैं शुगर: (Drinks sweetened with sugar)

सोडा, मीठी चाय का सेवन, फलों के जूस और नींबू पानी का अधिक सेवन करने से तेजी से वजन बढ़ सकता है और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी अधिक रहता है। अमेरिकन डायबिटीज़ एसोसिएशन (American Diabetes Association) के 2010 के एक अध्ययन के अनुसार रोजाना दो मीठे ड्रिंक का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 26 फीसदी तक बढ़ सकता हैं। बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए डायबिटीज के मरीज पानी का सेवन करें। पानी शुगर के मरीजों के लिए बेस्ट ड्रिंक है। पानी सबसे अच्छा विकल्प है और आपके शरीर के लिए इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।

सैचुरेटिड और ट्रांसफैट मुश्किल बढ़ा सकता है: (Saturated and trans fats)

सैचुरेटिड फैट (Saturated fats) डेयरी उत्पादों जैसे मक्खन, फल क्रीम दूध, क्रीम और पनीर के साथ-साथ वसायुक्त मांस में पाया जाता है। ट्रांस फैट तले हुए खाद्य पदार्थों और पैकेज्ड बेक किए गए फूड्स में ज्यादा होता है। ये फूड शुगर को बढ़ाने में असरदार साबित होते हैं।

रेड मीट और प्रोसेस मीट से परहेज करें: (Red meats and processed meats)

प्रोसेस्ड मीट जैसे हॉट डॉग, बेकन और डेली मीट में सोडियम और नाइट्राइट की मात्रा अधिक होती है जो न केवल टाइप 2 डायबिटीज बल्कि दिल के रोगों का भी खतरा बढ़ाती है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन के एक अध्ययन में पाया गया कि रोजाना तीन औंस रेड मीट का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 19 प्रतिशत बढ़ जाता है। जबकि तीन औंस से कम प्रोसेस्ड मीट का सेवन करने से बीमारी का जोखिम 50 फीसदी अधिक रहता है।