डायबिटीज यानी मधुमेह बेहद आम बीमारी बन गई है। भारत में हर दिन डायबिटीज मरीजों की संख्या बढ़ रही है। तकरीबन हर आयु वर्ग के लोग इसकी चपेट में हैं। डायबिटीज से बचने के लिए लोग अपनी डाइट और सेहत का ख्याल रखते हैं। कई बार खाने-पीने की पसंदीदा चीजों को भी छोड़ देते हैं। हालांकि खानपान को लेकर राय बंटी हुई है। कई बार डायबिटीज मरीजों में खाने-पीने की कुछ चीजों को लेकर संशय रहता है कि उन्हें इसका सेवन करना चाहिए या नहीं। उदाहरण के तौर पर बटर यानी मक्खन को ही ले लें।
बटर को गुड फैट कहा जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हमारे शरीर को फिट रखने में लाभकारी माने जाते हैं। ज्यादातर लोगों को ब्रेड बटर या दूसरे तरह से मक्खन खाना पसंद होता है, लेकिन डायबिटीज से पीड़ित मरीज शुगर लेवल बढ़ने के डर से न चाहते हुए भी इसका सेवन बंद कर देते हैं। लेकिन क्या वाकई मक्खन खाने से डायबिटीज मरीजों का शुगर लेवल बढ़ जाता है या हानिकारक साबित हो सकता है (Does butter raise blood sugar?) आइए जानते हैं कि डायबिटीज मरीज भी बटर (मक्खन) खा सकते हैं या नहीं?
क्या डायबिटीज मरीज खा सकते हैं बटर? (Can diabetics eat butter?)
मक्खन में मौजूदा विटामिन डी हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा मक्खन में कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हड्डियों में होने वाली बीमारी जैसे- ऑस्टियोपोरोसिस (यह एक प्रकार का हड्डी रोग है जिसमें फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है) , इसलिए मक्खन ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने में भी मदद करता है।
संतुलित मात्रा में कर सकते हैं बटर का सेवन (Is butter OK for diabetics?)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज मरीजों के लिए मक्खन का सेवन ज्यादा हानिकारक नहीं होता है, लेकिन संतुलित मात्रा बेहद जरूरी है। दरअसल, मक्खन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। इसलिए कम और संतुलित मात्रा में मक्खन खाने से शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। ध्यान रहे, ताजा और घर के बने मक्खन का ही सेवन करना लाभकारी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को मक्खन से पूरी तरह परहेज करने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इसका खूब सेवन किया जाए।
