दुनियाभर में बढ़ते वजन को लेकर आजकल हर कोई परेशान है। वजन घटाने को लेकर लोग आजकल कोई न कोई तरकीब अपनाते रहते हैं। कोई वेट लॉस डाइट को फॉलो कर रहा है तो कोई फास्टिंग कर रहा है, ऐसे में सबका एक ही लक्ष्य है मोटापा घटाना। लेकिन क्या आपको पता है कि मोटापा कम करने के चक्कर में आप अपना नुकसान तो नहीं कर रहे हैं। ऐसे ही तमाम सवालों को लेकर सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) ने हाल ही में वेट लॉस करने वाले फैड डाइट (Fad diets) के नुकसानों के बारे में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है।
फैड डाइट के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा। यह एक ऐसा डाइट है जिसमें फैट की मात्रा बहुत कम और फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। रूजुता दिवेकर ने इस तरह के डाइट के चक्कर में नहीं पड़ने का आग्रह किया है। उनके मुताबिक इस डाइट की वजह से आगे चलकर आपको समस्या हो सकती है। हालांकि फैड डाइट को लेकर कहा जाता है कि यह बहुत ही साइंटिफिक तरीके से डिजाइन की गई है, लेकिन वास्तव में यह बहुत नुकसान पहुंचाती है।
बता दें कि रूजुता दिवेकर वीडियो में दादी-नानी के नुस्खों पर फॉलोवर्स को यकीन करने की सलाह देती हैं। इसके अलावा वह अपने सोशल हैंडल्स के जरिए खुद को फिट रखने के लिए स्वस्थ पोषण के बारे में जानकारी देती रहती है। न्यूट्रिशनिस्ट दिवेकर (Rujuta Diwekar) कहती हैं कि फैड डाइट में अक्सर किसी खास न्यूट्रिएंट्स को लेने पर जोर दिया जाता है। अक्सर डाइट प्लॉन में अलग-अलग चीजों को छोड़ने की बात करते हैं।
समय से पहले बूढ़ापा: जब किसी एक ही न्यूट्रिएंट्स पर आप ध्यान देंगे तो ऐसे में शरीर में कई विटामिन की कमी हो जाती है। जैसे कि प्रोटीन और हेल्दी फैट्स पर ही ध्यान देंगे तो विटामिन ई, ए और बी की कमी हो सकती है। विटामिन की कमी से चेहरे पर झुर्रियां पड़ जाती हैं। फैट हमारे चेहरे में ग्लो लाने का काम करता है, लेकिन जब आप फैट कट करते हैं तो, आप समय से पहले बूढ़े दिख सकते हैं।
कमजोरी, थकान और सिरदर्द: शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में न्यूट्रिएंट्स ना लेने से शरीर कमजोर हो सकता है और आपको कमजोरी के साथ बार-बार थकान महसूस होगी। कमजोरी के कारण आपको सिर दर्द भी महसूस हो सकता है और चक्कर आने की भी सम्भावना रहती है।
ऐसे करें फैड डाइट की पहचान: रूजुता के मुताबिक हमें उन खाद्य पदार्थों या आहारों से बचना चाहिए, जो मसालों और जड़ी-बूटियों से प्रेरित हैं। कई आहार हमारी भारतीय संस्कृति और भारत में लंबे समय से अपनी स्टाइल में उपयोग किए जाते हैं। जैसे कि ज्यादातर हल्दी मिलाने की बात करते हैं। यहां तक की कई बार पेस्ट्री और हलवा के अलावा शॉट्स और पिल्स में भी मसालों को मिलाने के लिए कहा जाता है। ऐसे आहारों से बचना चाहिए।