चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और गांधी परिवार की मुलाकात से सियासी गलियारों में हलचल बढ़ गई है। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इसके अलावा वे कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मिले। अटकलें लग रही हैं कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कुछ लोग इसे 2024 के लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं। दरअसल, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीतिकार की भूमिका छोड़ नई पारी शुरू करने का ऐलान किया था। हालांकि प्रियंका और राहुल गांधी से उनकी मुलाकात किन मुद्दों पर हुई है इसकी पुष्ट जानकारी सामने नहीं आई है।

आपको बता दें कि प्रशांत किशोर पहले भी कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं। सियासी गलियारों में कहा जाता है उन्हीं के सुझाव पर प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में लाकर उत्तर प्रदेश में बड़ी भूमिका दी गई थी। प्रियंका गांधी के राजनीति में उतरने के बाद जब एबीपी न्यूज़ पर एक इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर से इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था प्रियंका के राजनीति में आने या ना आने का निर्णय उनका या उनकी पार्टी का है।

प्रशांत किशोर ने कहा था कि किसी की राजनीतिक पारी को सिर्फ एक या दो चुनाव से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। यह बहुत बड़ा निर्णय है। कोई राजनीति में आता है तो अगले 10 सालों का सोचकर फैसला लेता है। जिंदगी का इतना बड़ा निर्णय आप एक या दो महीने बाद होने वाले चुनाव को देखकर नहीं लेते हैं।

इसी इंटरव्यू में प्रशांत से सवाल पूछा गया कि बीजेपी कह रही है कि राहुल गांधी फेल हो गए हैं, इसीलिए प्रियंका गांधी को राजनीति में लाया गया है। इस सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा था कि हर आदमी का अपना नजरिया होता है, बीजेपी का भी अपना नजरिया है। किसी का फेल होना या पास होना जनता तय करती है। यह कांग्रेस पार्टी को तय करना है कि राहुल गांधी फेल हुए या नहीं। अध्यक्ष के तौर पर भी उनका रिकॉर्ड देखेंगे तो फेल तो दिखते नहीं हैं।