डाइट में फल, सब्जियों और ड्राई फ्रूट्स का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन कुछ लोगों को कुछ फल, सब्जियों और ड्राईफ्रूट्स को खाने से एलर्जी होने लगती है जिसका कारण एक खास तरह की एलर्जी है जिसे ओरल एलर्जी सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। ये एक सामान्य स्थिति है जिसमें मौसमी एलर्जिक राइनोकॉन्जक्टिवाइटिस के रोगियों में कुछ फलों और सब्जियों के सेवन से गले में खुजली की शिकायत होती है।
कुछ फल खाने के बाद गले में खुजली क्यों होती है:
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (एनसीबीआई) द्वारा 2019 के एक अध्ययन के मुताबिक जिन लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है उन्हें मुंह और गले में खुजली की परेशानी हो सकती है। जिन्हें एलर्जी होती है उन्हें गले में खरोंच, होंठ, मुंह, जीभ और गले में सूजन जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ एलर्जी अस्थमा एंड इम्यूनोलॉजी के शोध में कहा गया है कि ये एलर्जी 50 से 75 फीसदी वयस्कों में होती है। क्योंकि कुछ फलों और सब्जियों में पाए जाने वाले प्रोटीन पराग में पाए जाने वाले प्रोटीन के समान होते हैं।
एलर्जी होने के लिए जिम्मेदार कारक:
ये प्रोटीन हमारे इम्यून सिस्टम को भ्रमित कर सकता है और एलर्जी पैदा कर सकता है। अगर सेहत का ध्यान नहीं रखा जाए तो इसके लक्षण और भी बदतर हो सकते हैं जिसे क्रॉस-रिएक्टिविटी कहा जाता है। परागकण और खाद्य पदार्थों में क्रॉस-रिएक्टिविटी को ओरल एलर्जी सिंड्रोम (Oral Allergy Syndrome)कहा जाता है। आइए जानते हैं कि किन फलों और सब्जियों का सेवन करने से इस एलर्जी का खतरा अधिक होता है।
मधुकर रेनबो हॉस्पिटल, दिल्ली की डॉक्टर प्रवीण खिलनानी के अनुसार, ‘क्रॉस रिएक्टिविटी’ के मामले में किसी को भी पराग एलर्जी हो सकती। खासकर कच्चे फल खाने के बाद इसके लक्षण ज्यादा दिखाई देते हैं। विशेषज्ञ के अनुसार, सेब, बादाम, हेज़ल नट्स, कीवी, आड़ू, अजवाइन, या ककड़ी सभी एलर्जी को बढ़ा सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक आमतौर पर गले में खुजली की परेशानी फलों को खाने के बाद होती है। एलर्जीय राइनाइटिस पराग एलर्जी है जिसके कारण नाक बहने के साथ सांस लेने में समस्या हो सकती है।
एलर्जी है तो इन फल और सब्जियों का बिल्कुल नहीं करें सेवन:
केला, चेरी,सेब. टमाटर,खीरा, तोरी,संतरा, बेल पेपर, सूरजमुखी के बीज, गाजर,ताजी हर्ब्स
एलर्जी से बचने के लिए कैसे करें फूड्स का सेवन:
जिन लोगों को इस एलर्जी की शिकायत रहती है वो पके हुए ही फल और सब्जियों का सेवन करें। क्योंकि हीटिंग प्रक्रिया के दौरान प्रोटीन विकृत हो जाते हैं और इम्युनिटी भोजन को पहचान नहीं पाती है।