बढ़ता वजन लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी होता है। वजन को कंट्रोल करने के लिए लोग वर्कआउट करते हैं और तरह-तरह के डाइट पैटर्न अपनाते हैं तब जाकर उनकी बॉडी थोड़ी टोन करती है। वजन को कंम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिक का चलन जोरों पर है। कई मशहूर हस्तियां इस डाइट पैटर्न को फॉलो करके तेजी से अपने वजन को कम कर रही हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग एक फूड प्लानिंग है जिसमें निश्चित समय पर खाना होता है और बाकी समय फास्ट रखना होता है। ये फास्टिंग तेजी से फैट बर्न करने में असरदार साबित होती है। इस फास्टिक में आप साबुत अनाज, सब्जियां, प्रोटीन और फल खा सकते हैं। इसमें खाने पर किसी तरह की रोक नहीं लगती।
अभिनेत्री छवि मित्तल ने इंटरमिटेंट फास्टिंग के विभिन्न प्रकारों का वर्णन किया। उन्होंने 16:8 फॉरमेट का जिक्र करते हुए बताया है कि आप 16 घंटे उपवास करते हैं, और 8 घंटे खाते हैं। जबकि 5/2 फॉरमेट के मुताबिक आप सप्ताह में पांच दिन सामान्य रूप से खाते हैं और दो दिन फास्ट करते हैं।
इस फास्टिंग का मुख्य सिद्धांत बॉडी को भोजन पचाने के लिए समय देना है। इस प्रक्रिया में अतिरिक्त वसा को जलाना और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ये डाइट पैटर्न बॉडी के सर्कैडियन लय के अनुरूप माना जाता है। अभिनेत्री ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट के साथ अपने अनुभव के बारे में बात की है।
अभिनेत्री ने बताया कि कैसे उन्होंने बच्चे के जन्म के बाद इंटरमिटेंट फास्टिंग के जरिए अपने वजन को कंट्रोल किया। उन्होंने बताया कि कुछ लोग इस फॉस्टिंग को फॉलो करते हैं लेकिन उसके साथ कुछ गलतियां भी करते हैं जिससे उसका असर बॉडी पर कम दिखता है। आप भी इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कहीं ये गलतियां तो नहीं करते। जानिए कैसे करें सुधार।
धीरे-धीरे फास्टिक का समय बढ़ाएं:
इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं तो धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं। पहले 8 घंटे का फास्ट करें उसके बाद आप उस समय को धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं। उपवास करने के लिए आपको अपनी बॉडी के एनर्जी लेवल को समझना होगा। आपको ये देखना होगा कि आप बिना कुछ खाए कितने समय तक खुद को एनर्जेटिक रख सकते हैं। आप जानते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग ऊर्जा के स्तर को बढ़ाती है और दिमाग को तेज रखती है। आप अगर लगातार भूखे रहेंगे और उसके बाद ठीक से खाएंगे नहीं तो परेशानी बढ़ सकती है।
कैलोरी पर कंट्रोल नहीं करें :
इंटरमिटेंट फास्टिंग में कैलोरी पर कंट्रोल करना जरूरी नहीं है। इस फॉस्टिंग में अक्सर लोग ये गलती करते हैं कि कैलोरी पर कंट्रोल करते हैं। अगर आप फॉस्टिंग करते हैं और कैलोरी पर भी कंट्रोल करते हैं तो उससे आपकी बॉडी में वीकनेस हो सकती है। कम कैलोरी का सेवन आपके मेटाबॉलिज्म को स्लो कर सकता है। आप इंटरमिटेंट फॉस्टिंग के दौरान कैलोरी पर जरूर ध्यान दें।
जंक और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें:
इंटरमिटेंट फास्टिंग को फॉलो करने वाले लोग डाइट सोच समझकर प्लान करें। आप दिन भर फास्ट करें औस उसके बाद जंक फूड और प्रोसेस फूड खाएं तो बाडी पर उसका गलत असर दिखेगा। डाइट में जंक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से परहेज करें।
व्रत तोड़ने का ध्यान रखें:
अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपको फास्ट कब खतम करना है। आप फास्ट में सिर्फ ब्लैक कॉफी का सेवन कर सकते हैं। याद रखें दूध वाली कॉफी से फास्ट में परहेज करना है।