
फिल्म पद्मावत पर स्वरा ने संजय लीला भंसाली के नाम एक खुला पत्र लिखा था। स्वरा के इस खुले खत…
राजस्थान उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है। कांग्रेस अध्यक्ष (राजस्थान) सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस ने उपचुनाव…
राजेन्द्र मित्तल नाम के यूजर ने गुस्से में लिखा, ‘2002 से पहले सिर्फ सरकारी भवन पर तिरंगा फहराया जा सकता…
सोशल मीडिया पर अपनी चुहुलबाजी के लिए मशहूर भारतीय गेंदबाज युजवेंद्र चहल ने इस पर रोहित शर्मा की पत्नी रितिका…
CBSE 10th and 12th Board Exams 2018: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन गुरुवार से छात्रों के लिए काउंसलिंग सर्विसेज शुरू…
पद्मावत स्टार दीपिका पादुकोण बताती हैं कि वह करीब 14 या 15 साल की थीं। उस वक्त ही उनके माता-पिता…
एक्ट्रेस अमाला पॉल ने यौन उत्पीड़न का एक मामला दर्ज करवाया है। उनका आरोप है कि एक व्यक्ति ने उनके…
आने वाले दिनों में देशवासियों को वाहन चलाने के लिए पेट्रोल और डीजल का सस्ता विकल्प मिल सकता है। राजधानी…
Budget 2018, Union Aam Budget 2018: अगर किसी संपत्ति को 3 साल से ज्यादा समय के बाद बेचा जाता है…
अमिताभ बच्चन ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया है, ट्वीट में उन्होंने ट्विटर द्वारा उनके फॉलोवर्स कम करने…
Today Love Live Rashifal, Horoscope 2018: मकर राशि वालों को प्रेमी की कोई बात परेशान कर सकती है, जिससे आप…
Kamala Das Google Doodle: कमला दास पर ताउम्र नारीवादी होने का ठप्पा लगा रहा। उनकी रचनाओं में स्त्रीमन की सेक्स…
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, मंदिर में फूल, माला या प्रसाद पैर के नीचे आने पर पाप नहीं लगता। यदि अनजाने में ऐसा हो जाए, तो उसे उठाकर माथे पर लगाएं, जेब में रखें और बाद में पवित्र नदी में प्रवाहित करें। भीड़ में न उठा पाने पर सिर झुकाकर माफी मांग लें। प्रसाद को कपड़े या आंचल में लें। यह भक्तों को भगवान की कृपा पाने और सकारात्मकता बनाए रखने में मदद करता है।