टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को ‘प्रॉब्लम सॉल्वर’ बताया है। धोनी ने 2016 में सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ दी थी। तब विराट कोहली ने खुलेआम कहा था कि माही हमेशा उनके कैप्टन रहेंगे। चहल ने कहा कि कई मुकाबलों में विकेट लेने में धोनी ने उनकी मदद की है। पूर्व भारतीय कप्तान एक साल से ज्यादा समय से पेशेवर क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने अपना पिछला मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में खेला था।

टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू में चहल ने कहा, ‘‘माही भाई भारत के सर्वश्रेष्ठ और महान खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने मैचों के दौरान मेरी और कुलदीप की मदद की है। कई बार एक बल्लेबाज मेरी गेंद पर बाउंड्री मारता है तो फिर वे सामने आते हैं और मेरे कंधे पर हाथ रखकर कहते हैं कि इसको गुगली डाल, ये नहीं खेल पाएगा। उनसे मिले टिप्स वास्तव में काम कर जाते हैं। ऐसा कई बार हुआ। एक बार दक्षिण अफ्रीका में जेपी डुमिनि मेरी गेंद पर लगातार मारे जा रहा था। माही भाई मेरे पास आए और कहा कि इसको सीधा स्टंप पर दो फिर विकेट के पीछे जाकर भी चिल्लाए कि इसको डंडे पर ही रखना। मैंने वैसा ही किया और डुमिनि एलबीडब्ल्यू आउट हो गया।’’

भारत के लिए 52 वनडे और 42 टी20 खेलने वाले चहल ने कहा, ‘‘न्यूजीलैंड में टॉम लाथम लगातार स्वीप शॉट खेल रहा था। मैंने गुगली और लेग स्पिन दोनों की, लेकिन काम नहीं आई। वह मुझे बाउंड्री मारे जा रहा था। मैं निराश हो गया था। माही भाई मेरे पास आए और कहा कि गेंद की लाइन मत बदलना, इसको आगे डाल और स्टंप पर रखना। इसके अगले ही गेंद पर लाथम आउट हो गया और मैं माही भाई के गले लग गया।’’ चहल ने यह भी बताया कि कैसे धोनी मैच के दौरान टीम का कप्तान बन जाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘40 ओवर के बाद विराट भैया (विराट कोहली) बाउंड्री पर फील्डिंग करने चले जाते हैं। इस दौरान आपको कोई ऐसा चाहिए जो सही राय दे सके और आपको गाइड कर सके। कई बार मैं माही भाई की ओर देखता हूं। वे मुझे देखकर समझ जाते हैं कि मैं कुछ पूछना चाहता हूं। फिर वो मेरे पास आते हैं प्रॉब्लम सॉल्व करते हैं। मेरी गेंदबाजी से पहले 50 प्रतिशत समस्याओं को वो हल कर देते हैं। ऐसा ही कुलदीप के साथ भी होता है। वे कुलदीप और मेरे लिए एक समस्या हल करने वाले व्यक्ति हैं। मुझे लगता है कि उनमें बहुत क्रिकेट बाकी है। उनकी वापसी हमलोगों के लिए बेहतर होगी।’’