भारत के दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह दो वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रह चुके हैं। वे 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के हीरो थे। 2012 में श्रीलंका में टी20 वर्ल्ड कप खेला गया था। उस टीम में युवराज का चयन हुआ था। वे कैंसर से लड़कर ठीक हुए थे। मशहूर कमेंटेटर संजय मांजरेकर को उनका चयन नहीं होना चाहिए था। उन्होंने युवी की आलोचना की थी। इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप में जब दोनों का आमना-सामना हुआ तो युवी ने शानदार तरीके से जवाब दिया।

स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में संजय ने इसके बारे में विस्तार से बताया था। उन्होंने कहा था, ‘‘भारत 2011 में वर्ल्ड कप जीता था। युवराज सिंह मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे। इसके बाद वे कैंसर का शिकार हो गए थे। फिर 2012 में श्रीलंका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए उनका चयन हुआ था। मैं ज्यादा इमोशनल नहीं होता हूं। मैंने कहा कि युवराज का चयन भावनाओं के आधार पर हुआ है। उन्हें लोग भारत के लिए खेलते देखना चाह रहे थे। उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए ज्यादा अभ्यास नहीं किया था।’’

मांजरेकर ने आगे कहा था, ‘जब टी20 वर्ल्ड कप में पहला मैच हुआ तो युवराज ने शानदार खेल दिखाया। वे मैन ऑफ द मैच बने थे। मैं पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के लिए तैयार हो रहा था। मुझे पता था कि युवराज मैन ऑफ द मैच हैं। वे मुझसे नाराज होंगे, लेकिन मैं इसके तैयार था। जब मैंने उन्हें मैन ऑफ द मैच के लिए बुलाया तो वो मुझे घुरते हुए आ रहे थे। जब वो मेरे करीब आए तो मैंने उनसे पूछा कि युवराज कुछ लोग हैं जो कह रहे थे कि आपको इस टीम का सदस्य नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हां मैंने ऐसा सुना है। वे मुस्कुराने लगे। उन्होंने कोई गुस्सा नहीं निकाला और कोई तंज नहीं कसा। उनके पास कहने के लिए अच्छा मौका था। दूसरा कोई होता तो ऐसा कर सकता था।’’

संजय मांजरेकर ने जिस मुकाबले के बारे में कहा कि वह दरअसल पहला नहीं बल्कि भारत के लिए टूर्नामेंट का आखिरी मुकाबला था। सुपर-8 के मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 1 रन से हराया था। टीम इंडिया ने पहले 20 ओवर में 6 विकेट पर 152 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 19.5 ओवर में 151 रन ही बना सकी। युवी ने 15 गेंद पर 21 रन बनाए। उन्होंने एक चौका और दो छक्के लगाए। इसके बाद गेंदबाजी में उन्होंने 4 ओवर में 23 रन देकर 2 विकेट लिए। युवी ने खतरनाक एबी डिविलियर्स और फाफ डुप्लेसि को आउट किया था।