नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देर रहे देश के शीर्ष पहलवानों को कई दिग्गज खिलाड़ियों का समर्थन मिल रहा है। कुछ क्रिकेटर्स ने भी उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिलने की बात कही है। इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इस मामले से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया। एक कार्यक्रम में पहलवानों के धरने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, उन्हें उनकी लड़ाई खुद लड़ने दीजिए।
दिल्ली कैपिटल्स के मेंटर सौरव गांगुली ने कहा, ‘…उन्हें अपनी लड़ाई लड़ने दें। मैं वास्तव में नहीं जानता कि वहां क्या हो रहा है। मैंने अभी समाचार पत्रों में ही पढ़ा है। मुझे खेल जगत में एक बात समझ में आई कि आपको उन चीजों के बारे में बात नहीं करनी चाहिए, जिसके बारे में आपको पूरी जानकारी नहीं है। मुझे आशा है कि यह हल हो जाएगा।’ नीचे वीडियो में आप भी सौरव गांगुली को सुन सकते हैं।
क्यों धरने पर बैठे पहलवान
बता दें कि विनेश फोगट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक समेत पहलवान रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न करने और डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने अब तक आरोपों की जांच पूरी नहीं की है, जबकि सरकार की ओर से गठित निगरानी समिति की रिपोर्ट को अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
अनुराग ठाकुर ने क्या बयान दिया
इस बीच, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार 5 मई 2023 को लखनऊ में कहा कि दिल्ली में धरने पर बैठे पहलवानों की सारी मांगे मान ली गई हैं। अब उन्हें दिल्ली पुलिस को निष्पक्ष जांच पूरी करने देना चाहिए। अनुराग ठाकुर ने पत्रकारों से कहा, ‘मैं प्रदर्शन कर रहे सभी खिलाड़ियों से अनुरोध करता हूं कि उनकी मांगे मान ली गई हैं। अदालत ने भी निर्देश दे दिए हैं और उन्हें निष्पक्ष जांच पूरी होने देना चाहिए। दिल्ली पुलिस दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी और कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’