पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने स्वीकार किया कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा विराट कोहली, जो रूट, केन विलियमसन और बाबर आजम से बेहतर हैं। उन्होंने रोहित शर्मा की तुलना तुलना इंजमाम-उल-हक से की। वसीम अकरम ने ए स्पोर्ट्स पर कहा, ‘रोहित और गिल ने जब 10 ओवर में 91 रन जोड़े खेल तभी खत्म हो गया था।’

पूर्व गेंदबाज मोहम्मद आमिर का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट के सिस्टम में बदलाव की जरुरत नहीं है। कप्तान बाबर आजम की मानसिकता ही पाकिस्तानी टीम को नुकसान पहुंचा रही है। आमिर ने एमएस धोनी का उदाहरण देते हुए बाबर आजम पर कटाक्ष किया। साथ ही उनसे कप्तानी छीनने की मांग की।

रोहित जैसा कोई नहीं: वसीम अकरम

वसीम अकरम ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि विश्व क्रिकेट में रोहित शर्मा जैसा कोई है। हम किंग कोहली (विराट), जो रूट, विलियमसन (केन), बाबर आजम के बारे में बात करते हैं लेकिन यह लड़का अलग है। वह बल्लेबाजी को बहुत आसान बना देता है। स्थिति कैसी भी हो, गेंदबाजी आक्रमण कैसा भी हो, वह अपने शॉट्स सहजता से खेलते हैं। वह खेल की गति बदल देता है। गेंदबाज और विपक्षी पहली गेंद से बैकफुट पर हैं।’

रोहित ने नीदरलैंड्स के खिलाफ 54 गेंद में 61 रन बनाए और भारत ने 160 रन से मैच जीत लिया। वसीम अकरम ने कहा, ‘इंजमाम की तरह, रोहित के पास भी तेज गेंदबाजों के खिलाफ काफी समय है। उनके हाथ और आंख का समन्वय बहुत स्वाभाविक है। शोएब मलिक ने वसीम अकरम के विचारों से सहमति जताई। शोएब ने कहा कि रोहित सभी गेंदबाजों के साथ एक जैसा व्यवहार करते हैं।

शोएब मलिक ने भी मिलाई वसीम अकरम की हां में हां

शोएब मलिक ने कहा, ‘रोहित उस तरह के बल्लेबाज हैं, जो विपक्षी टीम के सभी पांच गेंदबाजों पर वार करेंगे। बाकी वसीम भाई (वसीम अकरम) ने अन्य बल्लेबाजों के बारे में जो कहा है, वे सभी पांचों को टारगेट करने नहीं जाएंगे, वे कभी-कभी पार्ट-टाइमर्स का भी इंतजार करते हैं, लेकिन रोहित के मामले में ऐसा नहीं।’ टीम इंडिया बुधवार 15 नवंबर को पहले सेमीफाइनल में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी।

कप्तानी मायने रखती है: मोहम्मद आमिर

आमिर ने जियो न्यूज पर ‘हारना मना है’ शो में कहा, ‘कप्तानी मायने रखती है।’ आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व प्रमुख और रमीज राजा पर भी तीखी टिप्पणी की। रमीज राजा ने हाल ही में कहा था कि सिस्टम को बदलने की जरुरत है। उन्होंने भविष्य में टीम का नेतृत्व करने के लिए कप्तान बाबर आजम का समर्थन किया था।

आमिर ने कहा, ‘क्या सिस्टम है? यह कोई रुकावट नहीं है। पाकिस्तान क्रिकेट को चलाने के लिए 5-6 लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। उनमें से एक कप्तान भी है। इमरान खान के नेतृत्व में 1992 में हमने विश्व कप जीता, सिस्टम वही था। 1999 में हमारी टीम विश्व विजेता थी, जो फाइनल तक पहुंची। हमने उसी सिस्टम के तहत 2009 टी20 विश्व कप जीता। हमने उसी सिस्टम के तहत 2017 चैंपियंस ट्रॉफी जीती।’

आमिर ने दिया एमएस धोनी का उदाहरण

आमिर ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का भी उदाहरण दिया। एमएस धोनी ने रविंद्र जडेजा की ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आमिर ने कहा, हम कहते हैं कि धोनी ने भारतीय क्रिकेट को बदल दिया, लेकिन उन्होंने सिस्टम को कभी नहीं बदला। लोग कहते रहे कि आखिर कब तक वह जडेजा और अश्विन को मौका देते रहेंगे। अब हम कहते हैं कि जडेजा विश्व के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। एमएस धोनी ने उन्हें टीम दी है।

क्या इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के सिस्टम के भी बदलने की जरुरत है?

आमिर ने इंग्लैंड और जोस बटलर का उदाहरण दिया और बताया कि शर्मनाक हार के बावजूद उन्हें सिस्टम में बदलाव की जरुरत क्यों नहीं है। आमिर ने कहा, ‘बाबर पिछले 4 साल से कप्तान हैं। उन्होंने अपनी टीम अपने दम पर बनाई है। बटलर हमारे सिस्टम का हिस्सा नहीं है, फिर इंग्लैंड ने इतना बुरा क्यों खेला? क्या इंग्लैंड के सिस्टम में भी बदलाव की जरुरत है?

आमिर ने कहा, ‘2015 की हार के बाद इयोन मॉर्गन ने कहा कि मैं इस ब्रांड का क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मुझे ये 25 खिलाड़ी चाहिए। सिस्टम वही रहा। ये कैप्टन हैं, जिन्होंने मानसिकता बदल दी।’

आमिर ने कहा, ‘इंग्लैंड दो साल से टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष कर रहा था। जो रूट कप्तान थे। सिस्टम वही है लेकिन अब हम कहते हैं कि इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट बदल गया है। यह बेन स्टोक्स ही थे, जिन्होंने दृष्टिकोण बदल दिया।’

आमिर ने कहा, ‘जब तक कप्तान की मानसिकता नहीं बदलेगी, सिस्टम कुछ नहीं कर सकता। क्या यह सिस्टम था, जिसने उन्हें पहले मैच के बाद अबरार अहमद को न खिलाने या फखर को बेंच पर न बिठाने के लिए कहा था।

आमिर ने 2009 टी20 विश्व कप का उदाहरण दिया, जब पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान यूनिस खान ने चयन के दौरान उनके लिए लड़ाई लड़ी थी। आमिर ने बताया, ‘मुझे नहीं चुना जा रहा था। कैप्टन यूनिस खान ने मेरे लिए लड़ाई लड़ी। मुख्य चयनकर्ता ने कहा कि नहीं, वह युवा और अनुभवहीन हैं, लेकिन कप्तान मेरे लिए लड़ते रहे।’