विजय हजारे ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल मुकाबले हो चुके हैं। गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और मुंबई की टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। 11 मार्च (गुरुवार) को दोनों सेमीफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। पहले मैच में गुजरात के सामने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में उत्तर प्रदेश की टीम होगी। वहीं, दिल्ली के पालम ए स्टेडियम में होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में कर्नाटक और मुंबई की टीम आमने-सामने होंगी।

कर्नाटक इस खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उसके ओपनर देवदत्त पडिक्कल बेहतरीन फॉर्म में हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में लगातार चार शतक लगाए हैं। पडिक्कल ने अब तक 6 मैच की 6 पारियों में 673 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 168.25 और स्ट्राइक रेट 95.60 का रहा है। उन्होंने 61 चौके और 20 छक्के लगाए हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा चार शतक बनाने के मामले में अब देवदत्त ने अपने आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के कप्तान विराट कोहली की बराबरी कर ली है। कोहली ने 2008-09 के सीजन में दिल्ली की तरफ से खेलते हुए चार शतक बनाए थे।

पडिक्कल अगर इस टूर्नामेंट में एक और शतक लगा देते हैं तो कोहली के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। पडिक्कल नेएलीट ग्रुप सी में 24 फरवरी को ओडिशा, 26 फरवरी को केरल और 28 फरवरी रेलवे के खिलाफ क्रमशः 152, नाबाद 126 और नाबाद 145 रन की पारी खेली थी। दूसरे क्वार्टर फाइनल में केरल के खिलाफ 10 चौके और 2 छक्के की मदद से 101 रन बनाए। पडिक्कल अगर सेमीफाइनल में भी एक बड़ी पारी खेल देते हैं तो कर्नाटक की टीम मजबूत मुंबई को हरा सकती है।

पडिक्कल का जवाब देने के लिए मुंबई के पास कप्तान पृथ्वी शॉ हैं। वे भी इस टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में हैं। पृथ्वी ने 6 मैच की 6 पारियों में 196.33 की औसत से 589 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 134.78 का है। पृथ्वी ने 78 चौके और 14 छक्के लगाए हैं। पृथ्वी शॉ ने इस टूनामेंट में तीन शतक लगाए हैं। उन्होंने क्वार्टरफाइनल में सौराष्ट्र के खिलाफ 21 चौके और 7 छक्के की मदद से 123 गेंद में नाबाद 185 रन बनाए थे। उन्होंने 67 गेंद में अपना शतक पूरा किया था। वे कर्नाटक के खिलाफ मैच में अपने फॉर्म को बरकरार रखना चाहेंगे।