पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को लेकर एक खुलासा किया। उन्होंने 2006 फैसलाबाद टेस्ट में तेंदुलकर को लगातार बाउंसर करने के बारे में बताया। शोएब ने कहा कि उस मैच में भारतीय बल्लेबाज चोटिल थे। इसलिए वे उन्हें परेशान करने के लिए लगातार बाउंसर किए जा रहे हैं। अख्तर को सफलता भी मिली थी। उन्होंने सचिन को 14 रन के निजी स्कोर पर कामरान अकमल के हाथों कैच कराया।
इससे पहले पाकिस्तान के एक अन्य पूर्व तेज गेंदबाज और मैच फिक्सिंग का प्रतिबंध झेलने वाले मोहम्मद आसिफ ने कहा था तेंदुलकर फैसलाबाद टेस्ट में अख्तर से डरते थे। शोएब ने ESPNCricinfo के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर से बातचीत में कहा, ‘‘मैं उन दिनों इस बारे में पता लगाते रहता था कि तेंदुलकर कैसे रोका जाए। उनसे कैसे निपटा जाएगा। मुझे पता था कि उन्हें कहा चोट लगी है। फैसलाबाद टेस्ट में मुझे पता उनके कोहनी के चोट के बारे में जानकारी थी। वे हुक और पुल शॉट नहीं लगा सकते थे। इसलिए मैं जानबूझकर उन्हें बाउंसर कर रहा था।’’
अख्तर ने कहा, ‘‘कुछ बल्लेबाज मुझसे कभी भी बात नहीं करते थे। सचिन मुझसे बात कर अपना ध्यान कभी भी भंग नहीं होने देते थे। लोग हमेशा कहते हैं कि सचिन और मैं एक-दूसरे से कंपटीशन करते थे। हमने कभी एक-दूसरे के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया। मैं उन्हें एक महान बल्लेबाज के रूप में सम्मान देता था। मैं उन्हें एक महान प्रतियोगी के रूप में देखता था। मैं उनके खिलाफ गेंदबाजी करते समय अलग तरह का व्यवहार करता था।’’
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अख्तर ने आगे कहा ‘‘लोगों को सचिन और मेरे बीच टेस्ट की टक्कर याद हैं। युवा क्रिकेटरों को भी लंबे प्रारूप में खेलने पर ध्यान देना चाहिए। आजकल खिलाड़ियों को धीमा खेलने के लिए कारण मिल रहे हैं, मुझे पता नहीं है कि क्यों। लोग केवल टेस्ट मैच स्पेल याद करते हैं। अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपने टी20 में कितने विकेट लिए हैं। हो सकता है कि मैंने एकदिवसीय मैचों में चमत्कार किया हो, लेकिन लोग केवल टेस्ट मैचों के स्पेल याद रखेंगे।