वर्ल्ड कप 2023 खत्म होने के साथ ही टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ का 2 साल का कार्यकाल भी समाप्त हो गया। हालांकि अभी द्रविड़ के कार्यकाल को बढ़ाने या फिर यहीं समाप्त करने पर बीसीसीआई ने कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है, लेकिन अंदरखाने से खबर है कि द्रविड़ खुद ही यह जिम्मेदारी छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं और उनकी जगह वीवीएस लक्ष्मण को कोच बनाने की चर्चा है।
राहुल के कार्यकाल की उपलब्धियां
द्रविड़ के कार्यकाल में टीम इंडिया भले ही टी20 वर्ल्ड कप, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल हारी है, लेकिन इस कार्यकाल में उनकी उपलब्धियां ऐसी हैं जो शायद हर किसी को ना दिखे। द्रविड़ ने अपने कार्यकाल की शुरुआत 2021 टी20 विश्व कप हारने के बाद की थी। रवि शास्त्री के बाद उन्हें टीम की कमान सौंपी गई थी।
तीनों फॉर्मेट में नंबर वन बनी टीम इंडिया
द्रविड़ के कार्यकाल में ही टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट में नंबर वन टीम बनी। भारत ने यह उपलब्धि सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान हासिल की थी। यह सीरीज विश्व कप से ठीक पहले खेली गई थी। भारत टेस्ट और टी20 फॉर्मेट में पहले से ही नंबर वन था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला वनडे जीतते ही भारत वनडे रैंकिंग में नंबर वन बन गया था। भारत ने पाकिस्तान को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया था।
घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीती टेस्ट सीरीज
इसी साल फरवरी में ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलने आई थी। भारत ने कंगारू टीम की अच्छे से खातिरदारी की थी। 4 मैचों की सीरीज को भारत ने 2-1 से जीत लिया था। सीरीज का एक मैच ड्रॉ रहा था। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार चौथी बार इस सीरीज में हरा दिया था। यह टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले खेली गई थी।
द्रविड़ की निगरानी में ही प्लेयर बने शुभमन गिल
टीम इंडिया को शुभमन गिल के रूप में एक स्टार ओपनर राहुल द्रविड़ की ही निगरानी में मिला। राहुल द्रविड़ ने ही गिल को प्लेयर बनाने का काम किया। द्रविड़ जब एनसीए में थे तभी से गिल पर उनकी नजरें थी और टीम इंडिया का हेड कोच बनने के बाद द्रविड़ ने गिल को तीनों फॉर्मेट में ओपनिंग करवाई। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी गिल ने पारी का आगाज किया था। द्रविड़ के मार्गदर्शन का ही नतीजा है कि गिल ने हर फॉर्मेट में शतक लगाया है और अब वह वनडे फॉर्मेट के नंबर 1 बल्लेबाज हैं।
विराट कोहली को निकाला बुरे दौर से
भारतीय क्रिकेट फैंस विराट कोहली के बुरे दौर को कैसे भूल सकते हैं। 2019 से शुरू हुआ कोहली का बुरा दौर 2022 तक चला। 2022 में एशिया कप के दौरान कोहली का बुरा दौर अफगानिस्तान के खिलाफ शतक लगने के बाद खत्म हुआ। कोहली के बल्ले से 3 साल तक कोई शतक नहीं निकला था। ऐसे में कोहली को इस मुश्किल समय में राहुल द्रविड़ का बखूबी साथ मिला। उन्होंने विराट को मानसिक तौर पर तो मजबूत किया ही साथ ही उनकी तकनीक पर भी काम किया। अफगानिस्तान के खिलाफ आए उस शतक के बाद से तो कोहली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कोहली उसके बाद 2022 के टी20 वर्ल्ड कप और वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने।
द्रविड़ ने विश्व कप में रोहित के साथ मिल बनाया था खास प्लान
राहुल द्रविड़ ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर विश्व कप की तैयारी भी अच्छे से की थी। द्रविड़ ने रोहित के साथ मिलकर प्लान बनाया था कि पूरे टूर्नामेंट में रोहित अटैकिंग होकर खेलेंगे और टीम को बस अच्छी शुरुआत दिलाएंगे। द्रविड़ का यह प्लान सफल भी रहा। टूर्नामेंट के 2 मैच को छोड़कर रोहित ने टीम को तेज शुरुआत दिलाई थी और टीम ने फिर ना सिर्फ अच्छा स्कोर बनाया बल्कि लगातार 10 मैच जीते भी।