भारतीय क्रिकेट में पिछले कुछ समय से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। विराट कोहली अब किसी भी फॉर्मेट में टीम इंडिया के कप्तान नहीं हैं। वनडे टीम की कप्तानी छिनने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली के बयानों में विरोधाभास देखा गया। दोनों के बीच खटास की भी अटकलें हैं।
पूरे मामले में अब तक स्थिति साफ नहीं हो पाई है। इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उधर, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में कप्तान बदलने का असर उसके ब्रांड पर नहीं पड़ेगा। इस बदलाव से निपटने के लिए उसके पास पर्याप्त प्रतिभा के अलावा वित्तीय रूप से मजबूत पक्ष मौजूद है।
कपिल ने द वीक मैगजीन को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और विराट कोहली को साथ बैठकर बात करनी चाहिए। यह मुद्दा उन्हें अपने बीच में ही सुलझा लेना चाहिए था। फोन उठाओ, एक-दूसरे से बात करो, देश और टीम को अपने से पहले रखो।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे भी शुरुआत में वह सब मिला, जो मुझे चाहिए था। लेकिन कई बार आपको कुछ भी नहीं मिलता। इसका मतलब यह नहीं कि आप कप्तानी छोड़ दो। अगर उन्होंने इस वजह से कप्तानी छोड़ी है तो मुझे नहीं पता कि क्या कहा जाए। मैं उन्हें बल्लेबाजी करते हुए और रन बनाते हुए देखना चाहता हूं। खास तौर पर टेस्ट क्रिकेट में।’
कपिल देव ने कहा, ‘आजकल आप बहुत ज्यादा चीजों से हैरान नहीं होते। जब उन्होंने टी20 की कप्तानी छोड़ी तब लगा कि शायद उनके दिमाग पर काफी जोर है। फिर हमने पढ़ा और सुना कि कोई नहीं चाहता था कि वह कप्तानी छोड़ें। वह एक शानदार खिलाड़ी हैं। हमें उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए।’
उधर, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने ‘क्रिकेट बाज’ यूट्यूब चैनल से कहा, ‘आईपीएल में उनका मजबूत आधार है। अब भारतीय क्रिकेट वित्तीय रूप से काफी मजबूती से स्थापित हो चुका है इसलिए मुझे नहीं लगता कि हाल में जो हुआ उसका ब्रांड के रूप में भारतीय क्रिकेट पर कोई असर पड़ना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अब काफी कुछ इस पर निर्भर करेगा कि रोहित शर्मा टीम को कैसे चलाते हैं। उनका टीम की अगुआई करने का अपना तरीका है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के साथ उन्होंने पहले ही काफी कुछ हासिल किया है।’
पाकिस्तान के इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘यह देखना होगा कि वह टेस्ट में कप्तानी को लेकर कितने प्रेरित होंगे। कोहली अपनी कप्तानी और टीम में ऊर्जा लेकर आते हैं।’ हालांकि, लतीफ को लगता है कि बीसीसीआई ने कोहली को एकदिवसीय टीम के कप्तान के रूप में हटाकर गलती की।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह चीजों से गलत तरीके से निपटने का मामला है। अब पुरानी चीजों पर लौटने का भी कोई मतलब नहीं। इन चीजों से गुजरने के कारण अपने निजी अनुभव से मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में जब लंबे समय से कप्तानी कर रहा खिलाड़ी हटने का फैसला करता है या उसे हटाया जाता है तो यह कभी संभव नहीं है कि उसकी बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा नहीं हुई हो।’
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘जब मैंने 2004 में कप्तानी छोड़ी थी तो बोर्ड अध्यक्ष के साथ बातचीत के बाद ही ऐसा किया था। यही कारण है कि मैं कह रहा हूं कि बीसीसीआई ने इस मुद्दे से निपटने के तरीके में गलती की। यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है।’
लतीफ ने कहा कि इतने वर्षों तक नेतृत्वकर्ता के रूप में मौजूदा कप्तान को हटाना कभी आसान नहीं होता। लतीफ ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारत की हार टीम में अनिश्चित माहौल का नतीजा है। टीम ने टेस्ट और एकदिवसीय दोनों श्रृंखलाएं गंवाई।
उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कह रहा कि कोई जानबूझकर प्रदर्शन नहीं करना चाहता। हर प्रोफेशनल खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है, लेकिन अगर टीम का माहौल बदलता है तो इससे खिलाड़ियों पर कई तरह से असर पड़ता है।’