Prithvi Shaw Triple Hundred In Ranji Tropy: पृथ्वी शॉ ने 11 जनवरी 2023 की सुबह वह कर दिखाया जो कभी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी नहीं कर पाए। पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप बी (Elite Group B) में असम के खिलाफ मैच में बुधवार सुबह अपना तिहरा शतक पूरा किया। पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने सिर्फ 326 गेंद अपना तिहरा शतक पूरा किया।
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में यह पहला तिहरा शतक है। इसके साथ ही पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी (टेस्ट फॉर्मेट) में तिहरा शतक, विजय हजारे ट्रॉफी (वनडे फॉर्मेट) में दोहरा शतक और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (टी20 फॉर्मेट) में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बन गए। पृथ्वी शॉ तिहरा शतक लगाने वाले मुंबई (Mumbai) के 8वें बल्लेबाज हैं। उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर 202 रन था।
असम (Assam) के खिलाफ मैच में पृथ्वी शॉ ने 107 गेंद में शतक, 235 गेंद में दोहरा शतक और 326 गेंद में तिहरा शतक पूरा किया। हालांकि, पृथ्वी शॉ 400 रन का आंकड़ा छूने से चूक गए, लेकिन रणजी ट्रॉफी इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर अपने नाम करने में सफल रहे। पृथ्वी शॉ को रियान पराग (Riyan Parag) ने 379 रन के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू (LBW) किया।
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने सिर्फ 361 गेंद में पूरे कर लिए थे 350 रन
पृथ्वी ने आउट होने से पहले अजिंक्य रहाणे के साथ 510 गेंद में 401 रन की साझेदारी की। इसमें उन्होंने 258 गेंद में 262 रन बनाए, जबकि रहाणे ने 252 गेंद में 131 रन बनाए। पृथ्वी शॉ ने महज 361 गेंद में 350 रन के आंकड़े को पार कर लिया था। इस बीच मुंबई (Mumbai) के कप्तान (Captain) अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने भी अपना शतक पूरा कर लिया। अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और पृथ्वी शॉ की पारियों की मदद से मुंबई 590 रन का आंकड़ा पार कर चुका है।
तिहरा शतक करा सकता है पृथ्वी शॉ की टीम इंडिया में वापसी
घरेलू क्रिकेट में अपने हाल के अच्छे फॉर्म के बावजूद, सलामी बल्लेबाज को टीम इंडिया की किसी भी टीम में जगह नहीं मिली है। तिहरा शतक भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान पृथ्वी शॉ की टीम इंडिया में वापसी की राह और मजबूत करेगा। पृथ्वी शॉ ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ (टी20 इंटरनेशनल) खेला था। वह मैच टी20 फॉर्मेट में पृथ्वी शॉ का अंतरराष्ट्रीय डेब्यू भी था।