भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप को लेकर एक राज खोला है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की खास रणनीति के कारण टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ बॉल आउट नियम से मैच जीती थी। उस मैच में 50 रन की खेलने वाले उथप्पा ने कहा कि मुकाबले के अंत में धोनी ने स्मार्टनेस दिखाई थी। वे पाकिस्तानी विकेटकीपर कामरान अकमल के मुकाबले ज्यादा बेहतर थे। भारत उस सीजन में चैंपियन भी बना था।

बॉल आउट नियम के मुताबिक, दोनों टीमों की ओर से पांच-पांच गेंदबाज एक-एक गेंद फेंकेंगे। ये फुटबॉल और हॉकी में होने वाले पेनल्टी शूटआउट की तरह था। जिस टीम के गेंदबाज गेंद को विकेट पर ज्यादा हिट करेंगे वो जीत जाएगी। उथप्पा ने बताया, ‘‘धोनी ने ऐसा कुछ किया जो अकमल नहीं कर पाए। इससे भारतीय गेंदबाजों को विकेट पर हिट करने में आसानी हुई। धोनी विकेट के पीछे बैठ गए थे, जबकि कामरान परंपरागत तरीके से खड़े थे। हमें धोनी को गेंदबाजी करनी थी। इससे विकेट पर गेंद लगने के चांस ज्यादा थे। हमने वही किया।’’

पाकिस्तान ने बॉल आउट के लिए अपने प्रमुख गेंदबाजों को बुलाया। दूसरी ओर टीम इंडिया ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं करने वाले खिलाड़ियों पर विश्वास किया। पाकिस्तान के लिए शुरुआती तीन गेंद फेंकने के लिए यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी आए। तीनों विकेट को हिट नहीं कर पाए थे। वहीं, भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने गेंद की। तीनों ने स्टंप उड़ा दिए।

साथ ही उन्होंने खुद के करियर को लेकर कहा कि वे टेस्ट मैच जल्दी खेलना चाहते थे। इस कारण उन्होंने अपनी तकनीक में बदलाव भी की थी। यह उनके काम नहीं आई। वे टीम इंडिया में लंबे समय तक नहीं टिक सके। उथप्पा ने भारत के लिए आखिरी मैच 2015 में खेला था। उन्होंने भारत के लिए 46 वनडे मैच खेले और 934 रन बनाए। उथप्पा ने 6 अर्धशतक भी जमाए। उन्हें 13 टी-20 मैच में खेलने का मौका मिला था।