भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है। मैदान पर अपने शांत स्वभाव के लिए उनकी तारीफ की जाती है। बहुत ही कम ऐसे अवसर आए हैं, जब उन्हें फील्ड पर गुस्सा करते हुए देखा गया हो। हालांकि, कुछ दिन पहले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इस बात का खुलासा किया था कि धोनी ने एकबार उन पर गुस्सा किया था। तब धोनी ने शमी से कहा था, ‘तुम्हारे जैसे बहुत आकर चले गए।’ एक वीडियो चैट में बंगाल के क्रिकेटर मनोज तिवारी के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने इस बात का खुलासा किया था।
तिवारी ने शमी से पूछा, ‘‘ये बताओ, माही भाई से ग्राउंड पर डांट पड़ी है कभी?’’ इस पर शमी ने कहा, ‘‘माही भाई से डांट तो नहीं पड़ी लेकिन उन्होंने सख्ती दिखाई थी। एकबार न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए ब्रैंडन मैकुलम ने 300 रनों की पारी खेली थी। दूसरी इनिंग में वह (मैकुलम) आया ही था। अंदर आती गेंद से उसे दिक्कत हो रही थी। मैंने माही भाई से कहा एक शार्ट मिड-ऑन पर खिलाड़ी रख दो। इसके बाद गेंद बल्ले से लगकर विराट कोहली के पास गई। कोहली ने 14 रन पर मैकुलम का कैच छोड़ दिया था। इसके बाद उसने 300 बनाए। पहले दिन हमें लग रहा था वह आउट हो जाएगा, पर नहीं हुआ और चायकाल के बाद दिन का खेल समाप्त हो गया। इसके बाद मैंने कोहली से कहा तुम्हें कैच नहीं छोड़ना चाहिए था।’’
शमी ने आगे कहा, “अगले दिन लंच से पहले पांचवीं गेंद पर किसी दूसरे बल्लेबाज के बैट का किनारा लगा और फील्डर ने फिर ड्राप कर दिया। इसके बाद अगली गेंद मैंने बाउंसर की और वह माही भाई के ऊपर से निकल गई। मैं अपनी कैप लेकर जाने लगा। माही भाई बोले क्या यार एक तो कैच छूटा, लास्ट बॉल तो जगह पर डालना चाहिए था। मुझे गुस्सा आ रहा था। मैंने उनसे कहा कि हाथ से छूट गई गेंद। इसके बाद माही भाई ने जोर से कहा, जबकि वह ऐसे कभी नहीं बोलते थे। वो बोले, देख बेटा, तुम्हारा सीनियर और कैप्टन हूं, बहुत लोग आए मेरे सामने और खेलकर चले गए। चल झूठ मत बोल, बेवकूफ किसी और को बनाना।’’
यह टेस्ट मैच 2014 में वेलिंगटन में खेला गया था। पहली पारी में न्यूज़ीलैंड की टीम 192 रन पर ऑल आउट हो गई थी। जवाब में भारतीय टीम ने 680 रन पर पारी घोषित कर दी थी। इसके बाद दूसरी पारी में मैकुलम के नाबाद 302 रन की बदौलत न्यूजीलैंड ये मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा था।
