भारत के बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव ने खुलासा किया है कि वे स्पिन गेंदबाजी नहीं करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वसीम अकरम की तरह बनना चाहते थे। कुलदीप के बचपन के कोच कपिल पांडे ने उन्हें चाइनामैन स्पिनर बनने के लिए कहा था। इस भारतीय स्पिनर ने 6 टेस्ट में 24 विकेट लिए हैं। 60 वनडे में उन्होंने 104 और 21 टी20 39 विकेट अपने नाम किए थे। आईपीएल में कुलदीप ने 40 मैच में 39 विकेट झटके हैं।

कुलदीप कोच ने उनके बचपन के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘कुलदीप जब यहां खेलना शुरू किया तो मैंने पूछा कि क्या बनना चाहते हो तो उसने वसीम अकरम। मैंने कहा वो तो तुम बन नहीं सकते। फिर वो मुझे देखने लगा और बोला कि मैं तो गेंद स्विंग कराता हूं। इसके बाद मैंने कहा कि वो ठीक है लेकिन तुम्हारी बॉडी उतनी मजबूत नहीं है। यह बहुत मुश्किल है। बच्चा समझता है कि कोच को बेवकूफ बना लेंगे। उसने गुस्से में मुझसे गेंद किया और जो पहला बॉल फेंका वह चाइनामैन था। कोई चाइनामैन मुझे मुंबई और दिल्ली में नहीं दिखा था, यूपी की तो बात ही छोड़िए।’’

कपिल पांडे ने आगे कहा, ‘‘जब कुलदीप ने गेंद किया तो मुझे लगा कि ये चाइनामैन है और मैं इस पर काम कर सकता हूं। उससे एक गेंद फेंकने के लिए और कहा। उसने फिर से गुड लेंग्थ पर ही गेंद फेंकी। मैंने उससे कहा कि अब तुम यही करोगे। वह इससे खुश नहीं हुआ। फिर भी मैंने कहा कि कल से चाइनामैन ही करोगे। जब मैं दूसरे दिन आया तो ये फिर से मीडियम तेज फेंक रहा था।’’ कुलदीप ने कहा, ‘‘मैंने हाल ही में जसप्रीत बुमराह को कॉपी किया था। मुझे तेज गेंदबाजी पसंद है। मुझे नहीं पता था कि चाइनामैन क्या होता है।’’

कोच ने कहा, ‘‘अंडर-12 में जब यह गेंदबाजी करना शुरू कर दिया था तो पहले मैच में सीनियर खिलाड़ियों ने कहा कि सर इसका नाम हटा दो यह बच्चा है। मैंने उनसे कहा कि मैच के बाद पता चलेगा कि ये छोटा है या बड़ा। उसने मैच में 6 विकेट लिए थे। मुझे 100% पता था कि यह इंडिया के लिए खेलेगा। मैं इसको सिर्फ प्रदर्शन को लेकर डांटता था। दो-तीन विकेट लेकर खुश हो जाता था, लेकिन मुझे लगता था कि हमेशा 5-6 विकेट लेगा।’’