IPL 2023, RCB vs KKR: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने युवा बल्लेबाजों से एमएस धोनी से लक्ष्य का पीछा करने का मंत्र सीखने की सलाह दी है। केविन पीटरसन ने कहा कि युवा बल्लेबाजों को एमएस धोनी की तरह खेल को अंत तक ले जाना सीखना चाहिए। केविन पीटरसन की यह टिप्पणी कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 201 रन के चेस के दौरान आरसीबी के मध्यक्रम के लड़खड़ाने और 21 रन से हारने के बाद आई है।
केविन पीटरसन ने यह भी बताया कि युवा खिलाड़ी कहां गलती कर रहे हैं। साथ ही कहा कि केकेआर के खिलाफ विराट कोहली एमएस धोनी के मंत्र पर चल रहे थे, लेकिन वेंकटेश अय्यर के कैच ने पूरी बाजी पलट दी। बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी का लक्ष्य का पीछा करने का मंत्र क्रिकेट की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चित रणनीति में से एक है।
एमएस धोनी का पीछा करने का मंत्र यह है कि घबराएं नहीं, फिनिशर खेल को अंत तक ले जाने की कोशिश करें, कमजोर गेंदबाजों को निशाना बनाएं, खराब गेंदों को सही जगह पहुंचाएं और विपक्षी टीम के गेंदबाजों की गेंदों का सम्मान करें। तत्कालीन कोच पीटर मूर्स से विवाद होने के बाद महज तीन टेस्ट और 9 वनडे इंटरनेशनल मैच में इंग्लैंड की कमान संभालने के बाद केविन पीटरसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
चेज करने में बादशाह हैं एमएस धोनी: केविन पीटरसन
केविन पीटरसन ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा, ‘जब आप 200 का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपको खेल को अंत तक ले जाना होता है। एमएस धोनी, पीछा करने के बादशाह हैं। वह कितनी कह चुके हैं कि खेल को अंत तक ले जाओ, 18वां ओवर करो, 19वां ओवर करो, 20वां ओवर करो।’
केविन पीटरसन ने आगे कहा कि युवा बल्लेबाज 12वें या 13वें ओवर में ही 200 रन का लक्ष्य हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और मैच को अंत तक ले जाने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। अंग्रेज दिग्गज ने बताया कि विराट कोहली केकेआर के खिलाफ मैच में एमएस धोनी के मंत्र का पालन करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दुर्भाग्य से वेंकटेश अय्यर के शानदार क्षेत्ररक्षण के कारण वह आउट हो गए।
केविन पीटरसन ने कहा, अब पीछा करने में क्या हो रहा है, ये लोग 200 रन का टारगेट देख रहे हैं और वे इसे 12वें या 13वें ओवर में जीतने की कोशिश कर रहे हैं। गेंदबाज काफी दबाव में हैं और मुझे लगता है कि आज शाम विराट कोहली यही करने की कोशिश कर रहे थे। दुर्भाग्य से, उनका एक शानदार कैच लपका गया। यह खेल की प्रकृति है।