भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैच की सीरीज का दूसरा टेस्ट 12 अगस्त 2021 से लंदन स्थित लॉर्ड्स के मैदान पर खेला जाना है। इस मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और टॉप ऑर्डर बैट्समैन चेतेश्वर पुजारा से काफी उम्मीदें हैं। पुजारा के लिए तो इस मैच में बड़ी पारी खेलना बहुत जरूरी हो गया है, क्योंकि आलोचकों ने उनके प्लेइंग इलेवन में बने रहने पर ही सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि लॉर्ड्स में जहां विराट कोहली 21 महीने से चला आ रहा टेस्ट शतक का सूखा खत्म कर सकते हैं। वहीं, चेतेश्वर पुजारा भी लॉर्ड्स में शतक जमाकर राहुल द्रविड़ और अजिंक्य रहाणे जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के क्लब में शामिल होना चाहेंगे। बता दें कि सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर भी अपने करियर के दौरान लार्ड्स में कभी टेस्ट सैकड़ा नहीं लगा पाए थे। हालांकि, विराट कोहली गावस्कर और तेंदुलकर के इस क्लब में शामिल होने से बचना चाहेंगे। वे इस ऐतिहासिक मैदान पर तिहरे अंक में पहुंचकर शतक का लंबा इंतजार खत्म करने की कोशिश करेंगे।
कोहली पिछले नौ टेस्ट मैचों की 15 पारियों में शतक लगाने में असफल रहे हैं। उनके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में 27 शतक दर्ज हैं, लेकिन नवंबर 2019 के बाद से वह तिहरे अंक में पहुंचने के लिए तरस रहे हैं। इसके बाद उन्होंने जो 15 पारियां खेली हैं उनमें उन्होंने 345 रन बनाये हैं और उनका औसत 23.00 का रहा है।
हालांकि, कोहली और पुजारा के लिए यह कतई आसान नहीं होगा, क्योंकि लार्ड्स के मैदान में भारतीय दिग्गज रन बनाने के लिए जूझते रहे हैं। गावस्कर ने इस मैदान पर 10 पारियों में 340 रन बनाए थे। उनमें अर्धशतक शामिल थे, जबकि सचिन तेंदुलकर लॉर्ड्स में नौ टेस्ट पारियों के दौरान कभी भी 50 रन तक भी नहीं पहुंच पाए थे।
कोहली ऐसे किसी रिकॉर्ड से बचना चाहेंगे। भारतीय कप्तान ने लार्ड्स में अब तक चार पारियां खेली हैं। उसमें उन्होंने 65 रन बनाए हैं तथा उनका उच्चतम स्कोर 25 रन है। कोहली नॉटिघम में पहले टेस्ट मैच में अपनी पहली गेंद पर आउट हो गए थे। वह लार्ड्स में भारत को तीसरी जीत दिलाने के लिए बड़ा स्कोर बनाने को बेताब होंगे।
भारत के एक अन्य भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की कहानी भी कोहली जैसी ही है। पुजारा ने पिछली 32 पारियों से टेस्ट शतक नहीं लगाया है। इस बीच, उन्होंने 27.64 की औसत से 857 रन बनाए हैं। उन्होंने भी लार्ड्स में दो मैच खेले हैं। उनकी चार पारियों में वह केवल 89 रन बना पाए और उनका उच्चतम स्कोर 43 रन है।
असल में भारत की वर्तमान टीम में अजिंक्य रहाणे को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज लार्ड्स में टेस्ट मैच में शतक नहीं लगा पाया है। रहाणे ने 2014 में इस ऐतिहासिक मैदान पर पहली पारी में 103 रन बनाकर भारत की 95 रन से जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
भारत के चोटी के छह बल्लेबाजों में रोहित शर्मा और ऋषभ पंत लार्ड्स में पहली बार टेस्ट मैच खेलेंगे, जबकि केएल राहुल ने यहां 2018 में जो एकमात्र टेस्ट मैच खेला था उसकी दोनों पारियों में उन्होंने कुल मिलाकर 18 रन बनाए थे।
वैसे भारत के दिलीप वेंगसरकर के नाम पर लार्ड्स में लगातार तीन शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इस मैदान पर 1979 में 107 रन बनाकर शुरुआत की और फिर इसके बाद 1982 में 157 और 1986 में नाबाद 126 रन की पारियां खेली थीं।
भारत ने 1986 में उनकी शानदार पारी के दम पर पहली बार लार्ड्स में टेस्ट मैच जीता था। भारत ने अब तक लार्ड्स में कुल 18 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें केवल दो मैचों में उसे जीत मिली, जबकि 12 मैच उसने गंवाये हैं। चार मैच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं।